Subscribe:

Ads 468x60px

कुल पेज दृश्य

गुरुवार, 22 मार्च 2018

जल बिना जीवन नहीं : ब्लॉग बुलेटिन


नमस्कार साथियो,
आज विश्व जल दिवस है. जल-संकट को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ की तरफ से विश्व भर में 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाने की शुरुआत की, जिसकी घोषणा वर्ष 1992 में रियो डि जेनेरियो में आयोजित पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीईडी) में की गई. इसके अंतर्गत सर्वप्रथम वर्ष 1993 में 22 मार्च को सम्पूर्ण विश्व में जल संरक्षण और रखरखाव पर जागरुकता लाने का कार्य किया गया. मनुष्य के लिए पानी हमेशा से एक महत्वपूर्ण और जीवन-दायक पेय रहा है, ये बात हम सभी को अच्छी तरह से ज्ञात है. इसके साथ ही इस बात से भी हम अनभिज्ञ नहीं हैं कि कि जल सभी के जीवित रहने के लिए अनिवार्य है. ऐसा माना जाता है कि मनुष्य बिना भोजन के लगभग दो माह तक जीवित रह सकता है किन्तु बिना पानी के एक सप्ताह भी जीवित रहना मुश्किल है. इधर मानवीय क्रियाकलापों के कारण धरती लगातार पेयजल-विहीन होती जा रही है.



पूरी धरती के 70 प्रतिशत भाग में जल होने के बाद भी इसका कुल एक प्रतिशत ही मानवीय आवश्यकताओं के लिये उपयोगी है. आज सभी को जल की उपलब्धता करवाना मुख्य मुद्दा है. आने वाले समय में बिना जल-संरक्षण के ऐसा कर पाना कठिन कार्य होगा. इस दृष्टि से जल संरक्षण भी एक बड़ा मुद्दा है. इसके अलावा शुद्ध पेयजल की आपूर्ति भी एक मुद्दा बना हुआ है क्योंकि धरती के हर नौवें इंसान को ताजा तथा स्वच्छ जल उपलब्ध नहीं है. इसके चलते संक्रमण और अन्य बीमारियों से प्रतिवर्ष 35 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है. विकासशील देशों में जल से उत्पन्न रोगों को कम करना स्वास्थ्य का एक प्रमुख लक्ष्य है.


आज हमारा देश ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व जल-संकट से जूझ रहा है. जल सहयोग के रूप में प्रमुख कार्य पानी के बारे में जागरूकता बढाने और उसकी अहमियत की जानकारी लोगों तक पहुंचाने का होना चाहिए. जल उपयोग में मितव्ययता बरतनी होगी और पानी की बर्बादी को रोकना होगा. इसके अतिरिक्त वर्षा जल के संरक्षण के उपाय खोजने होंगे तथा घरेलू उपयोग में भी जल-संरक्षण के प्रति सचेत होना पड़ेगा. यदि हम आज इसका उपयोग सावधानी एवं किफायत से न करेंगे तो भविष्य में स्थिति अत्यंत ही गंभीर हो सकती है.

++++++++++














10 टिप्पणियाँ:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

ज्वलंत विषय उठाया है। सुन्दर प्रस्तुति।

दिगम्बर नासवा ने कहा…

जल बिन जीवन की कल्पना भी निरर्थक है ... समय रहते इसके बचाव का उपाय सोचना होगा मानव को ...
महत्वपूर्ण विषय के साथ आज मेरी रचना को जगह देने का शुक्रिया ...

रौशन जसवाल विक्षिप्त ने कहा…

आभार आपने प्रोत्साहित किया

गगन शर्मा, कुछ अलग सा ने कहा…

अमर शहीदों को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि

कविता रावत ने कहा…

बहुत बढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति ...

गगन शर्मा, कुछ अलग सा ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
गगन शर्मा, कुछ अलग सा ने कहा…

यह सच है कि जल संकट दरवाजे पर दस्तक देने लगा है ! जल्दी ही उपाय नहीं किए गए तो उसका घर के अंदर प्रवेश निश्चित है ! उसके लिए बड़े-बड़े लेखों के द्वारा डर फैलाने की बजाय छोटे-छोटे ठोस कदम उठाने की जरुरत है, वह भी हरेक को, बिना किसी से अपेक्षा किए ! ऐसा करना होगा, वैसा नहीं किया गया, सरकार का ध्यान नहीं है, इत्यादि के बजाए खुद अपने घर से शुरुआत आज से ही करें ! बच्चों को समझाएं, पड़ोसियों को जागरूक करें। समझाएं-समझें कि बूँद-बूँद की बचत करनी है। ऐसा नहीं है कि इस पर काम नहीं हो रहा है, सारी दुनिया इसका हल ढूंढने में लगी है, अच्छे नतीजे भी मिल रहे हैं पर इसका मतलब यह नहीं कि हम अपनी ओर से हाथ पर हाथ धर कर बैठ जाएं

Anita ने कहा…

'जल संरक्षण भी एक बड़ा मुद्दा है. इसके अलावा शुद्ध पेयजल की आपूर्ति भी एक मुद्दा बना हुआ है क्योंकि धरती के हर नौवें इंसान को ताजा तथा स्वच्छ जल उपलब्ध नहीं है'. वाकई समस्या काफी गम्भीर है और हमें अपने आप से इसके हल की शुरुआत करनी होगी. सार्थक बुलेटिन..आभार !

Jovita Adams ने कहा…

मैं बस इतना प्यार कहना चाहता हूं कि डॉ। मुली जोनाथन नामक इस प्रेम जादू कोस्टर ने मुझे अपने पति को वापस लाने के लिए और हमारे 3 बच्चों को दूसरी महिला के लिए छोड़ने के लिए धन्यवाद
शादी के 12 साल बाद, मैं और मेरे पति एक झगड़ा या दूसरे में रहे हैं जब तक कि वह अंततः मुझे छोड़कर कैलिफ़ोर्निया चले गए और दूसरी महिला के साथ रहने के लिए
मुझे लगा कि मेरा जीवन खत्म हो गया था और मेरे बच्चों ने सोचा था कि वे कभी अपने पिता को कभी नहीं देख पाएंगे
मैंने सिर्फ बच्चों के लिए मजबूत होने की कोशिश की लेकिन मैं उन दर्दों को नियंत्रित नहीं कर सका जो मेरे दिल को पीड़ित करते हैं
मेरा दिल दुःख और पीड़ा से भरा था क्योंकि मैं वास्तव में अपने पति से प्यार करता था
हर दिन और रात मैं उसके बारे में सोचता हूं और हमेशा चाहता हूं कि वह मेरे पास वापस आ सके
मैं वास्तव में चिंतित था और मुझे मदद की ज़रूरत थी इसलिए मैंने ऑनलाइन मदद की खोज की और मैं एक ऐसी वेबसाइट पर आया जिसने सुझाव दिया कि डॉ मुली जोनाथन पूर्व वापस पाने में मदद कर सकते हैं इसलिए मुझे लगा कि मुझे उसे आज़माएं
मैंने उससे संपर्क किया और उसने मुझे बताया कि क्या करना है और मैंने ऐसा किया तो उसने मेरे लिए एक प्रेम जादू की
28 घंटे बाद मेरे पति ने मुझे वास्तव में बुलाया और मुझे बताया कि वह मुझे और बच्चों को बहुत याद करता है
बहुत अद्भुत!! तो इसी तरह वह उसी दिन वापस प्यार और खुशी के साथ आया था और उसने अपनी गलती के लिए माफ़ी मांगी और दर्द के कारण उसने मुझे और बच्चों को जन्म दिया
उस दिन से हमारा विवाह अब मजबूत था कि डॉ। मुली जोनाथन के लिए धन्यवाद, इससे पहले कि वह इतना शक्तिशाली है और मैंने इंटरनेट पर अपनी कहानी साझा करने का फैसला किया कि डॉ मुली जोनाथन असली और शक्तिशाली जादू कैस्टर है
यदि आप यहां हैं और आपको पूर्व प्रेमी को हमेशा के लिए वापस पाने या अपनी शादी को तेजी से बचाने के लिए प्यार जादू की आवश्यकता है
कॉल या व्हाट्सएप पर अब इस शक्तिशाली वर्तनी कोस्टर डॉ मुली जोनाथन से अब रोना मत: +2349038544302
ईमेल: mulijonathanherbal@gmail.com

Akshaya Bhargava ने कहा…

I'm totally agree with you that "जल बिना जीवन नहीं" and thank you for sharing such information about the drinking water.

Water ATM India

एक टिप्पणी भेजें

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!

लेखागार