प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
शादी के बहुत दिनों बाद समीर भाई और मक़सूद भाई की मुलाकात हुई। दोनों बहुत खुश हुए और एक दूसरे के वैवाहिक जीवन का हाल पूछने लगे।
मक़सूद भाई: और समीर भाई सुनाओ! कैसे गुजर रहा है वैवाहिक जीवन?
समीर भाई का जवाब:-
"अल्हमदुलिल्लाह सब खैरियत है। आपस में बहुत ही अंडरस्टैंडिंग है। सुबह हम दोनों मिलकर नाश्ता बनाते हैं, फिर बातों बातों में बर्तन धो लेते हैं।
प्यार प्यार से मिल बांट कर सारे कपड़े धो लेते हैं। कभी वह किसी खास डिश की फरमाइश कर देती है और कभी मैं अपनी मर्जी से कुछ पका लेता हूँ।
माशा अल्लाह मेरी पत्नी बहुत सफाई पसंद है। बस इसी वजह से घर की साफ सफाई मेरी जिम्मेदारी है।
फिर समीर भाई ने मक़सूद भाई से पूछा, "आप सुनाओ भाई आपकी जिंदगी कैसे गुजर रही है?"
मक़सूद भाई का जवाब:-
"समीर भाई बेइज्जती तो मेरी भी इतनी ही हो रही है जितनी आपकी। लेकिन हमको आपकी तरह यूँ पॉवर पॉईंट प्रेजेंटेशन बनाना नहीं आता!"
मक़सूद भाई: और समीर भाई सुनाओ! कैसे गुजर रहा है वैवाहिक जीवन?
समीर भाई का जवाब:-
"अल्हमदुलिल्लाह सब खैरियत है। आपस में बहुत ही अंडरस्टैंडिंग है। सुबह हम दोनों मिलकर नाश्ता बनाते हैं, फिर बातों बातों में बर्तन धो लेते हैं।
प्यार प्यार से मिल बांट कर सारे कपड़े धो लेते हैं। कभी वह किसी खास डिश की फरमाइश कर देती है और कभी मैं अपनी मर्जी से कुछ पका लेता हूँ।
माशा अल्लाह मेरी पत्नी बहुत सफाई पसंद है। बस इसी वजह से घर की साफ सफाई मेरी जिम्मेदारी है।
फिर समीर भाई ने मक़सूद भाई से पूछा, "आप सुनाओ भाई आपकी जिंदगी कैसे गुजर रही है?"
मक़सूद भाई का जवाब:-
"समीर भाई बेइज्जती तो मेरी भी इतनी ही हो रही है जितनी आपकी। लेकिन हमको आपकी तरह यूँ पॉवर पॉईंट प्रेजेंटेशन बनाना नहीं आता!"
सादर आपका
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कुछ अलग से लोग
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स्वच्छता गीत
पहाड
धारा 377 से बचते-बचाते हम लोग
मीठी छुवन....
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
5 टिप्पणियाँ:
बहुत खूब प्रेजेंटेशन पावरफुल :)
गिने-चुने पतियों को ही 'पॉवर पॉईंट प्रेजेंटेशन' प्रस्तुत करने का सौभाग्य प्राप्त होता है, धन्यभागी हैं जो मिलजुलकर सभी काम करते हैं ............
बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति
आप सब का बहुत बहुत आभार |
अरसे बाद आना हुआ यहाँ :(
देख रही हूँ सारे लिंक्स...
शिवम् शुक्रिया तुम्हारा...ब्लॉग में साँसे भरने के लिए
स्नेह!
शिवम् जी काफी दिनों बाद मुझे इस परिचर्चा में शामिल किया। बाकी पोस्ट्स भी अच्छे हैं। आप ब्लॉग के रोमांच को ज़िंदा रखे हैं। धन्यवाद और शुभकामनाएं।
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बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!