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शनिवार, 27 अप्रैल 2019

यमराज से पंगा - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम  |

यमलोक के दरवाजे पर दस्तक हुई तो यमराज ने जाकर दरवाजा खोला।

उन्होंने बाहर झांका तो एक मानव को सामने खड़ा पाया। यमराज ने कुछ बोलने के लिए मुंह खोला ही था कि वह एकाएक गायब हो गया।

यमराज चौंके और फिर दरवाज़ा बंद कर लिया। यमराज अभी वापस मुड़े ही थे कि फिर दस्तक हुई। उन्होंने फिर दरवाजा खोला। उसी मानव को फिर सामने मौजूद पाया, लेकिन वह आया और फिर गायब हो गया।

ऐसा तीन-चार बार हुआ तो यमराज अपना धैर्य खो बैठे और अबकी बार उसे पकड़ ही लिया और पूछा, "क्या बात है भाई, क्या ये आना-जाना लगा रखा है। मुझसे पंगा ले रहे हो?"

मानव ने बड़ी सहजता पूर्वक जवाब दिया, "अरे नहीं महाराज, दरअसल मैं तो वैंटीलेटर पर हूं और यह डॉक्टर लोग ही हैं जो आपसे मस्ती कर रहे हैं।"


सादर आपका
 शिवम् मिश्रा

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897-सपनों की करुण पुकार !

बनारस की गलियाँ-9(कर्फ्यू)

♥♥♥दो घड़ी प्यार... ♥♥♥♥

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भारत की नाक तेरी जय हो

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अब आज्ञा दीजिए ... 

जय हिन्द !!!

8 टिप्पणियाँ:

नवीन श्रोत्रिय “उत्कर्ष” ने कहा…

वाह वाह बेहतरीन

Sweta sinha ने कहा…

वाहह्हह... भूमिका बहुत बढ़िया है👌👌
रचनाएँ भी उत्कृष्ट है सभी।

विभा रानी श्रीवास्तव ने कहा…

हार्दिक आभार

गोपेश मोहन जैसवाल ने कहा…

हमने माना कि भारतीय राजनीति का परिदृश्य वेंटीलेटर पर है लेकिन उसको लेकर ऐसा मज़ाक करना? अटल जी के शब्दों में - 'यह अच्छी बात नहीं है.'

विकास नैनवाल 'अंजान' ने कहा…

हा हा सही था। रोचक लिनक्स से सुसज्जित बुलेटिन।

Meena Bhardwaj ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति ।

शिवम् मिश्रा ने कहा…

आप सब का बहुत बहुत आभार |

Dr. Raj Kumar Kochar ने कहा…

Bahut khoob
I am a Ayurvedic Doctor.
Cancer Treatment, Kidney Care and Treatment, HIV AIDS,

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