प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
क्लास में टीचर: सुनो बच्चो कल तुम लोगों का ग्रुप फोटो लिया जायेगा। सब लोग अपने-अपने घर से 50 रुपये ले कर आना।
पप्पू, बंटी से: साला ये सब टीचर लोगों की मिली-भगत होती है। एक फोटो के 20 रुपये लगते हैं और हम लोगों से 50-50 रुपये लिए जा रहे हैं, मतलब एक बच्चे से 30 रुपये बचेंगे। अब अपनी ही क्लास में 60 बच्चे हैं तो 60 x 30 = 1800 रुपये, खुली लूट मचा रखी है इन लोगों ने। फिर हमारे पैसों से यह सब स्टाफ रूम में बैठ कर समोसे खाएंगे। चल भाई घर चलते हैं, कल मम्मी से 50 रुपये लेकर आना।
घर जाकर पप्पू अपनी मम्मी से: मम्मी कल स्कूल में ग्रुप फोटो लेना है तो टीचर ने 100 रुपये मंगवाए हैं।
पप्पू, बंटी से: साला ये सब टीचर लोगों की मिली-भगत होती है। एक फोटो के 20 रुपये लगते हैं और हम लोगों से 50-50 रुपये लिए जा रहे हैं, मतलब एक बच्चे से 30 रुपये बचेंगे। अब अपनी ही क्लास में 60 बच्चे हैं तो 60 x 30 = 1800 रुपये, खुली लूट मचा रखी है इन लोगों ने। फिर हमारे पैसों से यह सब स्टाफ रूम में बैठ कर समोसे खाएंगे। चल भाई घर चलते हैं, कल मम्मी से 50 रुपये लेकर आना।
घर जाकर पप्पू अपनी मम्मी से: मम्मी कल स्कूल में ग्रुप फोटो लेना है तो टीचर ने 100 रुपये मंगवाए हैं।
सादर आपका
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
दिन बचपन के
लिफाफों का दुःख !!
गर्मी के दिन
महामूर्ख सम्मेलन
भास्कर उतरा सिंधु प्रागंण में
मां
हमें भगवान के नाम पर बेचारा मत बनाओ !
सज़ा-ए-मौन
आमराई में कैरी से लदा वृक्ष
भारत की एक पाती बापू के नाम : 7
एक गीत -जागो मतदाता भारत के
हिमाचल में आठ दिन भाग 4
शरीफ के ही हैं शरीफ हैं सारे जुबाँ खुलते ही गुबार निकला
210. संजय और आइंस्टाईन
सर चार्ली चैप्लिन की १३० वीं जयंती
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अब आज्ञा दीजिए ...
जय हिन्द !!!
6 टिप्पणियाँ:
अच्छा संकलन। भूमिका में चुटकुलों का उपयोग प्रस्तुति को सबसे अलग बना देता है। सादर।
सुंदर संकलन शिवम् जी..मेरी रचना को शामिल करने के लिए सादर आभार आपका।
सुप्रभात
अच्छा संकलन
मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |
सुंदर संकलन मेरी रचना को बुलेटिन प्रस्तुति में स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार शिवम् जी
आप सब का बहुत बहुत आभार |
लतीफे के साथ हास्य व्यंग सरस भुमिका सुंदर संकलन मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय तल से आभार
सभी चयनित सह रचनाकारों को बधाई ।
एक टिप्पणी भेजें
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!