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गुरुवार, 4 अक्तूबर 2018

देश की दूसरी महिला प्रशासनिक अधिकारी को नमन : ब्लॉग बुलेटिन


नमस्कार साथियो,
आज भारतीय प्रशासनिक सेवा में भारत की दूसरी महिला अधिकारी सरला ग्रेवाल का जन्मदिन है. उनका जन्म 4 अक्टूबर 1927 को हुआ था. उन्होंने दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर उपाधि पंजाब विश्वविद्यालय से सर्वोच्च स्थान के साथ प्राप्त की. इसके बाद वे प्रशासनिक सेवा की तैयारी में जुट गईं और सन 1952 में उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रवेश किया. वे उस समय इस सेवा में आने वाली भारत की दूसरी महिला अधिकारी थीं. उन्होंने अनेक महत्त्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर कार्य किया.


सन 1956 में वे शिमला की डिप्टी कमिश्नर बनाई गईं. देश में इस पद का दायित्व निभाने वाली वे पहली महिला अधिकारी बनीं. सन 1962 में शिक्षा संचालक बनने वाली पहली आई०ए०एस० अधिकारी बनी. सन 1963 में उन्हें पंजाब सरकार के स्वास्थ्य विभाग का सचिव नियुक्त किया गया. इस कार्यकाल में पंजाब प्रदेश को राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत श्रेष्ठ उपलब्धियों के लिये चार सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए. 25 सितम्बर 1985 को उन्हें प्रधानमंत्री का सचिव नियुक्त किया गया. इसके बाद वे 31 मार्च 1989 से 5 फ़रवरी 1990 तक मध्य प्रदेश की राज्यपाल भी रहीं.

उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व किया. वे रॉयल कॉलेज ऑफ आब्सट्रेकट्रिशियन और गायनोकालाजिस्ट्स लंदन में सन 1979 में अतिथि वक्ता के रूप में उपथित हुईं. उन्होंने 1977, 1979 और जनवरी 1981 में न्यूयार्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या आयोग के क्रमश: 19वें, 20वें और 21वें सत्र में भारतीय प्रतिनिधि के रूप में अपने दायित्व का कुशल निर्वाह किया. जिनेवा में इंटरनेशनल ब्यूरो ऑफ़ एजूकेशन द्वारा आयोजित सम्मेलन में वे भारतीय प्रतिनिधि के रूप में सम्मिलित हुई. वे 1982-1983 सत्र में यूनीसेफ़ एक्जीक्यूटिव बोर्ड की कार्यक्रम समिति की अध्यक्ष चुनी गयीं. विलक्षण प्रतिभा की धनी और अनगिनत उच्च पदों पर कार्य करने वाली सरला ग्रेवाल का निधन 29 जनवरी, 2002 को चंडीगढ़ पंजाब में हुआ.

आज उनके जन्मदिवस पर उनको बुलेटिन परिवार की तरफ से सादर नमन करते हुए आज की बुलेटिन प्रस्तुत है.

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6 टिप्पणियाँ:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

सरला जी को नमन। सुन्दर प्रस्तुति।

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

एक अनुरोध है। बुलेटिन निकलने का समय निर्धारित करें ताकि पिछली बुलेटिन को पढ़ने का समय मिले।

Abhilasha ने कहा…

आदरणीया सरला जी को सादर नमन
सभी रचनाएं अति उत्तम है सभी रचनाकारों को
बधाई

yashoda Agrawal ने कहा…

सादर नमन
आभार राजा साहब
सादर

कविता रावत ने कहा…

बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति

शिवम् मिश्रा ने कहा…

सरला ग्रेवाल जी को नमन।

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