प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
आज १० अक्तूबर है ... आज ग़ज़ल सम्राट स्व॰ जगजीत सिंह साहब की ७ वीं पुण्यतिथि है ... ग़ज़ल सम्राट जगजीत सिंह जी किसी परिचय के मोहताज नहीं ... गुलजार साहब उनके बारे मे कुछ यूं बयां करते है ...
प्रणाम |
आज १० अक्तूबर है ... आज ग़ज़ल सम्राट स्व॰ जगजीत सिंह साहब की ७ वीं पुण्यतिथि है ... ग़ज़ल सम्राट जगजीत सिंह जी किसी परिचय के मोहताज नहीं ... गुलजार साहब उनके बारे मे कुछ यूं बयां करते है ...
एक बौछार था वो -
एक बौछार था वो शख्स
बिना बरसे
किसी अब्र की सहमी सी नमी से
जो भिगो देता था
एक बौछार ही था वो
जो कभी धूप की अफ़शां भर के दूर तक
सुनते हुए चेहरों पे छिड़क देता था...
नीम तारीक से हॉल में आँखें चमक उठती थीं
सिर हिलाता था कभी झूम के टहनी की तरह
लगता था झोंका हवा का है
कोई छेड़ गया है..
गुनगुनाता था तो खुलते हुए बादल की तरह
मुस्कुराहट में कई तर्बों की झनकार छुपी थी
गली क़ासिम से चली एक ग़ज़ल की झनाकर था वो
एक अवाज़ की बौछार था वो
एक बौछार था वो शख्स
बिना बरसे
किसी अब्र की सहमी सी नमी से
जो भिगो देता था
एक बौछार ही था वो
जो कभी धूप की अफ़शां भर के दूर तक
सुनते हुए चेहरों पे छिड़क देता था...
नीम तारीक से हॉल में आँखें चमक उठती थीं
सिर हिलाता था कभी झूम के टहनी की तरह
लगता था झोंका हवा का है
कोई छेड़ गया है..
गुनगुनाता था तो खुलते हुए बादल की तरह
मुस्कुराहट में कई तर्बों की झनकार छुपी थी
गली क़ासिम से चली एक ग़ज़ल की झनाकर था वो
एक अवाज़ की बौछार था वो
ग़ज़ल सम्राट स्व ॰ जगजीत सिंह साहब को शत शत नमन !
सादर आपका
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
पीठासीन अधिकारी का दर्द
घटनाओं के समुच्चय में
मी टू----- डा श्याम गुप्त
गुरु दत्त साहब की ५४ वीं पुण्यतिथि
शज़र के बुलाए हुए
ऊँची इमारतों के बीच, मैं अपना घर ढूँढ़ता हूँ
उलझनें यह कैसी
जय माता दी
स्त्री शक्ति का स्मरण कराती है नवरात्रि - डॉ. शरद सिंह ... चर्चा प्लस
#MeToo
#me too
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
8 टिप्पणियाँ:
शुभ प्रभात शिवम जी
बेहतरीन बुलेटिन
नमन जगजीत साहब को
सादर
बहुत सुंदर बुलेटिन प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई मेरी रचनाओं को बुलेटिन का हिस्सा बनाने के लिए बहुत बहुत आभार शिवम् जी
ग़ज़ल सम्राट स्व ॰ जगजीत सिंह को नमन। सुन्दर बुलेटिन।
ग़ज़ल सम्राट को सादर नमन। मेरी रचना को शामिल करने के लिए आभार।
सादर
बहुत उम्दा ब्लॉक ! ग़ज़ल गायकी के श्रेष्ठ रत्न जगजीत सिंह को सादर नमन.
मेरी ग़ज़ल को इसमें शामिल करने का स्वागत है। आपका आभार।
आप सब का बहुत बहुत आभार |
रोचक एवं जानकारी पूर्ण बेहतरीन बुलेटिन...
मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए हार्दिक धन्यवाद !
हार्दिक आभार
एक टिप्पणी भेजें
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!