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गुरुवार, 16 अगस्त 2012

ब्लॉगिंग ने पूरे किए 13 साल - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रो, 
प्रणाम !
 
 यदि अंग्रेजी, हिंदी और अन्य भाषाओं में ऑनलाइन अभिव्यक्ति के माध्यमों की बात की जाए तो जिस एक शब्द पर सबकी निगाहें रुकती है, वह ब्लॉग है। वर्ष 1999 में पीटर मर्होल्ज नाम के एक व्यक्ति ने इस शब्द का इजाद किया था। पीटर ने 'वी ब्लॉग' के नाम से एक निजी वेबसाइट को ब्लॉग की तरह इस्तेमाल करना शुरू किया था और बाद में इसमें से 'वी' को हटा दिया। यही वजह है कि वर्ष 2012 इस शुरुआत के 13 साल पूरे होने का गवाह बन रहा है।
वर्ष 1999 ब्लॉग जगत के लिए कई अर्थो में अहम है। इसी साल सैन फ्रांसिस्को की पियारा लैब्स ने 'वी ब्लॉग' से आगे बढ़कर एक से अधिक लोगों को लिखने की सुविधा देना शुरू किया। जब लोगों की संख्या बढ़ी तो मार्च 1999 में ब्रैड फिजपेट्रिक ने 'लाइव जर्नल' का निर्माण किया, जो ब्लॉगरों को होस्टिंग की सुविधा देती थी।

इन 13 सालों में ब्लॉग ने पूरी दुनिया में हर खासो आम को चपेट में ले लिया। वर्ष 2003 में जब ब्लॉग शब्द चार साल का हुआ तो दो और बड़ी घटनाएं हुई, जिससे ब्लॉगिंग को व्यापक विस्तार मिल गया। इस संबंध में 'विस्फोट डॉट कॉम' ने टिप्पणी की है, ''इस साल ओपेन सोर्स ब्लॉगिंग प्लेटफार्म वर्डप्रेस का जन्म हुआ और पियारा लैब्स की ब्लॉगर को गूगल ने खरीद लिया।
'विस्फोट डॉट कॉम' ने टिप्पणी की, ''पियारा लैब्स के ब्लॉगर को खरीदने के बाद ब्लॉगस्पॉट को गूगल ने अपनी सेवाओं का हिस्सा बना लिया और दुनिया की उन सभी भाषाओं में ब्लॉ¨गग की सुविधा दे दी, जिसमें वह खोज सेवाएं प्रदान कर रहा है। उधर वर्डप्रेस ने ब्लॉगस्पॉट को कड़ी टक्कर दी और देखते-देखते वर्डप्रेस ब्लॉगिंग का सबसे बड़ा प्लेटफार्म बन गया।''
अभिव्यक्ति के इस मजबूत माध्यम से दुनिया भर में हर रोज बड़ी संख्या में लोग जुड़ते जा रहे है। 'टेक्नारॉटी' द्वारा वर्ष 2008 में जारी आंकड़ों के हिसाब से पूरी दुनिया में ब्लॉगरों की संख्या 13.3 करोड़ पहुंच गई है। जाहीर है 4 सालों मे इन आकड़ों मे काफी बड़ी तबदीली आई होगी ... भारत में लगभग 40 लाख लोग ब्लॉगिंग कर रहे है। हिंदी में भी ब्लॉग ने काफी तेजी से विकास किया है और वर्डप्रेस व जुमला नामक मुफ्त सॉफ्टवेयर के कारण बहुत सारे ब्लॉगर अपनी-अपनी वेबसाइट तैयार करने लगे है
इंटरनेट पर अभिव्यक्ति की नई परिभाषा गढ़ रहे ब्लॉग जगत में लोगों को अपार संभावनाएं दिखती है। कहा जा रहा है कि यदि पिछले 13 साल ब्लॉग के उत्थान के साल रहे है तो अगले 13 साल ब्लॉग में बदलाव के साल होंगे।

इस लिए बस लगे रहिये एक से बढ़िया एक पोस्ट लिखने में ......... हैप्पी ब्लॉगिंग !! 

सादर आपका 

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posted by Kulwant Happy "Unique Man" at युवा सोच युवा खयालात
यह कहानी एक ऐसी युवती की, जो दौलत को मानती है सब से बड़ी ताकत और शोहरत पाने के लिए जिस्‍म को बनाया औजार। ट्विटर पर लगाकर नग्न तस्वीरें युवाओं के दिलों में हलचल पैदा करने वाली युवती आखिर पहुंच गई लॉस एंजल...

posted by singhSDM at nazariya.....नजरिया..... 
इतिहास के राजमार्गों से गुज़रते हुए कुछ अनाम सी पगडंडियाँ भी मिल जाती हैं जिनकी शिनाख्त बेशक उस करीने से न हो पाई हो जिनकी वे हकदार थीं मगर इससे उनकी महत्ता कम नहीं हो जाती. ऐसी ही तमाम पगडंडियाँ स्वतंत्...

posted by Atul Shrivastava at अंदाज ए मेरा 
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आजकल एसिडिटी की शिकायत करने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। खाने-पीने का सही समय न होना और कई ऐसे कारण हैं जो आपको इस समस्या की ओर ले जाते हैं। कुछ उपाय करके आप इससे बचे रह सकते हैं। यह एक ऐसा उदर र...

posted by सुमित प्रताप सिंह Sumit Pratap Singh at सादर ब्लॉगस्ते! 
"एक था टाइगर" सलमान खान अभिनीत ये फिल्म 15 अगस्त को भारत भर मेँ रिलीज की गई. अगर आपने भी इस फिल्म को देखने का प्लान बनाया है तो पहले आपको यह लेख अवश्य पढ़ना चाहिये. फोटो मेँ दिखाया गया ये शख्स सलमान खान...

posted by चला बिहारी ब्लॉगर बनने at चला बिहारी ब्लॉगर बनने 
सुक्रबार के रोज मुसलमान लोग नमाज पढ़ने मस्जिद में जाता है. लेकिन ओही रोज हमलोग पूरा परिबार के साथ मंदिर जाते थे. जुमा के रोज नमाज पढ़ने का त एक ज़माना से परम्परा चला आ रहा है, बाक़ी सुक्रबार को हमरा मंदिर...

posted by अमित श्रीवास्तव at "बस यूँ ही " .......अमित 
पहले हम क्या थे , आज़ादी कैसे मिली , कितनी शहादतें हुईं , यह सब सर्विदित है | देश में अंग्रेजों का शासन था पर तब अनुशासन भी था | परन्तु तब यह बात सालती थी कि हम अपने ही देश में निर्णय लेने को और ... 

posted by Tulika Sharma at मन का कैनवस 
कभी भोगा है अँधेरे में रहते हुए सदियों तक रोशनी का इंतज़ार जैसे भूल गया हो आना सूरज धरती के इस गोलार्ध में ... दूसरे हिस्से में रोज़ होतीं हैं सुबहें रोज़ दिन चढ़ता है ... रोशन हो जाती हैं ...

posted by रश्मि प्रभा... at मेरी भावनायें... - 7 hours ago
कल १५ अगस्त था , यानि स्वतंत्रता का दिन . माँ बताती थीं कि जिस दिन आज़ादी मिली , पुरजोर आवाज़ में यह गीत बजा था - वन्दे मातरम ..... सुजलाम सुफलाम मलयज शीतलाम शस्य श्यामलाम मातरम! शु्भ्र ज्योत्सना पुलक...

posted by शिवम् मिश्रा at जागो सोने वालों...
लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश के समक्ष उपस्थित समस्याओं का उल्लेख करते हुए उनका सामना करने की जो प्रतिबद्धता व्यक्त की उसमें कुछ भी नया नहीं है, क्योंकि इस तरह की बातें स्वयं उनकी ...

posted by सुज्ञ at निरामिष 
मगध के सम्राट् श्रेणिक ने एक बार अपनी राज्य-सभा में पूछा कि - "देश की खाद्य समस्या को सुलझाने के लिए सबसे सस्ती वस्तु क्या है?" मंत्रि-परिषद् तथा अन्य सदस्य सोच में पड़ गये। चावल, गेहूं, आदि पदार्थ तो ब...


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अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिन्द  !!!

17 टिप्पणियाँ:

ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

तेरह साल में इतना हुडदंग????
जाने आगे और क्या क्या करेंगे हम ब्लोगर्स...
:-)

बढ़िया बुलेटिन...
आपका आभार शिवम जी.
अनु

चला बिहारी ब्लॉगर बनने ने कहा…

भगवान करे कि जल्दी से यह तेरह का आंकड़ा १३०० तक पहुंचे!! सामयिक बुलेटिन!!

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

बढ़िया बुलेटिन ,
देखते जाइए आगे२ होता है क्या-?

Atul Shrivastava ने कहा…

बढिया बुलेटिन....
आभार.....

वाणी गीत ने कहा…

12 सालों से डटे हुए हैं ब्लॉगर तो आगे भी डटे ही रहेंगे !
सभी ब्लॉगर्स को शुभकामनायें!

Pawan Kumar ने कहा…

सभी ब्लोगर्स को बधाई... ! आपका संकलन सराहनीय है. जय हिंद शिवम् !

Sumit Pratap Singh ने कहा…

हिन्दी ब्लॉगर बोले तो हिन्दी के सपूत हिन्दी को एक न एक दिन विश्व की बिंदी बनाकर रहेंगे...

आपने असली टाइगर को नमन किया. आपकी इस भावना को नमन.

जय हिंद!

जय हिन्दी!

सुज्ञ ने कहा…

ब्लॉगिंग अन्तर्जाल को सर्वाधिक समृद्ध करती है इसीलिए ब्लॉगिंग का महत्व अनंतगुना हो जाता है। इसई समृद्धि के सकारण यह सेवा मुफ्त उपलब्ध है।
विकासयात्रा के तेरह साल!! जय हो!!

निरामिष के आलेख को स्थान देने के लिए आभार!!

महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा…

क्या बात है
बहुत सुंदर

रश्मि प्रभा... ने कहा…

१३ साल ... प्रतिभा , सहज गुरु , एक से बढ़कर लेखन , प्रतिस्पर्द्धा , रिश्ते , वैमनस्य ....... चेहरा , कलम , संस्कार ,... सब मिला

शिवम् मिश्रा ने कहा…

आप सब का बहुत बहुत आभार !

अजय कुमार झा ने कहा…

जानते हैं शिवम भाई , आपकी प्रस्तावनाओं ने इस बुलेटिन के पन्ने पर वही प्रभाव छोडा है जो किसी भी अखबार के लिए संपादकीय स्तंभ छोडता है । ब्लॉग्स का चयन और उसका सबसे बडा पैमाना कि, कोई पैमाना नहीं कोई बंदिश नहीं ,बाकी रही सही कसर पूरी कर देता है । सहेजनीय पन्ना । शुक्रिया और आभार

Kulwant Happy ने कहा…

सलामे पोस्‍ट

Tulika Sharma ने कहा…

ब्लॉग बुलेटिन को वर्षगाँठ की बधाई ..मेरी पोस्ट शामिल करने का आभार ...पर कुछ अटपटा सा लग रहा है ...लगभग सभी पोस्ट्स देशभक्ति से सराबोर हैं ..सिर्फ़ मेरी पोस्ट को छोड़कर :(

शिवम् मिश्रा ने कहा…

तूलिका जी , नमस्कार !
आप ने शायद लेख ठीक से पढ़ा नहीं ... यहाँ बात ब्लॉगिंग के 13 साल पूरे होने की हो रही थी ... ब्लॉग बुलेटिन की वर्षगांठ की नहीं ! वैसे ब्लॉग बुलेटिन नवम्बर मे अपनी पहली वर्षगांठ मनाएगा ... आप की बधाइयाँ हम तब के लिए जमा किए लेते है ... आभार !
सादर !

HARSHVARDHAN ने कहा…

BLOG EK SASHKT MANCH HAI AUR MAI ISS MANCH PAR BAHUT DER SE YANI AB AAYA HUN,MUJHE IS BAAT KA HUMESHA DUKH RAHEGA.

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बहुत ही सुन्दर सूत्र..

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बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!

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