प्रिय ब्लॉगर मित्रो ,प्रणाम !
आज से ठीक एक साल पहले ब्लॉग जगत खास कर हिन्दी ब्लॉग जगत को एक कठोर आघात का सामना करना पड़ा जिस से कि उबरने की कोशिश अब भी हम सब कर रहे है !
मैं बात कर रहा हूँ ड़ा ॰ अमर कुमार के असमय निधन की ... आज ड़ा ॰ साहब की पहली पुण्यतिथि है !
अमर मरे नहीं, अमर मरा करते नहीं..
वो दिलों में रहते हैं, हमेशा हमेशा के लिए...पूरे ब्लॉग जगत की ओर से स्व॰ ड़ा॰ अमर कुमार जी को सादर नमन और हार्दिक श्रद्धांजलि !!सादर आपकाआज का ब्लॉग बुलेटिन समर्पित है स्व॰ ड़ा॰ अमर कुमार जी को ...प्रिय ब्लॉग मित्रों, डॉ अमर कुमार नहीं रहे...ये हक़ीक़त है...लेकिन दिल इसे मानने को तैयार नहीं...मौत को भी ज़िंदादिली सिखा देने वाले शख्स ...आप सबसे पहले तो माफ़ी चाहता हूं कि अमर वचन का सिलसिला मेरी व्यस्तता के चलते बीच में टूट गया था... डॉक्टर अमर कुमार के हमारे बीच ...सेक्स वर्कर...वेश्यावृत्ति...दुनिया के सबसे पुराने पेशों में से एक...लेकिन सबसे बदनाम...लेकिन इनसान तो वोभी है...दिल तो उनका भी धड़कता है....रचना जी का मैं शुक्रगुज़ार हूं , उन्होंने डॉ अमर कुमार की अमूल्य टिप्पणियां भेजी हैं ... डा० अमर कुमार बुज़ुर्ग़ ... मैं ? पँगा हो ...31 अगस्त यानि डॉ अमर कुमार की जयंती...जन्मदिन की जगह जयंती कहना वाकई अजीब लग रहा है...लेकिन एक हफ्ता पहले दुनिया को अलविदा कह कर उन्होंने इस...
मैं शुक्रगुज़ार हूं रचना जी का, जिन्होंने डॉ अमर कुमार की ये अनमोल टिप्पणियां इस ब्लॉग के लिए भेजी... डा. अमर कुमार ने कहा … A sensibl...डॉ अमर कुमार की टिप्पणियां ब्लॉग के लिए एकत्र करने की कोशिश में मुझे डॉ अनुराग आर्य को पढ़ने का मौका मिल रहा है...और मैं खुद को कोस रहा हूं...रचना जी का मैं शुक्रगुज़ार हूं, उन्होंने डॉ अमर कुमार की अमूल्य टिप्पणियां भेजी हैं...कुछ टिप्पणियां इस पोस्ट में, शेष अगली पोस्ट में... ड...बाल श्रम...हमारे देश में इसे रोकने के लिए क़ानून भी है...लेकिन क्या गांव, क्या शहर, क्या मेट्रो...हर जगह बच्चे मज़दूरी करते नज़र आ जाएंग...शिखा वार्ष्णेय ने पिछले साल जेनेरेशन गैप पर बड़ी सारगर्भित पोस्ट लिखी थी- क्या करें क्या न करें, ये कैसी मुश्किल हाय... इसमें बताया था क...posted by शिवम् मिश्रा at बुरा भला*अमर मरे नहीं, अमर मरा करते नहीं..* *वो दिलों में रहते हैं, हमेशा हमेशा के लिए...* *पूरे ब्लॉग जगत की ओर से स्व॰ ड़ा॰ अमर कुमार जी को सादर नमन और हार्दिक श्रद्धांजलि !!*(आज के ब्लॉग बुलेटिन मे शामिल सभी लिंक्स, केवल आखिरी लिंक को छोड़ कर, खुशदीप सहगल जी के स्व ॰ डॉ अमर कुमार जी को समर्पित एक ब्लॉग अमर कहानियां से लिए गए है )
मेरा प्रस्ताव है कि 23 अगस्त को स्व ॰ डॉ अमर कुमार जी की याद मे 'हैप्पी ब्लोगिंग डे ' घोषित किया जाये ... आप सब की क्या राय है ???
गुरुवार, 23 अगस्त 2012
अमर मरे नहीं, अमर मरा करते नहीं... ब्लॉग बुलेटिन
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
लेखागार
-
▼
2012
(328)
-
▼
अगस्त
(31)
- कभी ये लगता है अब ख़त्म हो गया सब कुछ - ब्लॉग बुलेटिन
- अगर यही जीना हैं तो फिर मरना क्या हैं - ब्लॉग बुलेटिन
- झटपटिया वन लाइनर बुलेटिन :) :)
- बारिश.. ट्रैफ़िक जाम और खिचखिच... ब्लॉग बुलेटिन
- दबा के खाओ जनता का माल.. ब्लॉग बुलेटिन
- पुलिसिया लट्ठबाज़ी.. हंगल साहब और क्रिकेट.. ब्लॉग ...
- भैया, हम हाथ क्यूं मिलाते हैं - ब्लॉग बुलेटिन
- मेरा रंग दे बसंती चोला - ब्लॉग बुलेटिन
- अमर मरे नहीं, अमर मरा करते नहीं... ब्लॉग बुलेटिन
- पीढियों का अन्तर.... ब्लॉग बुलेटिन
- कुछ हंसी के गोलगप्पे... ब्लॉग बुलेटिन
- नन्हें-मुन्हें बच्चे या खतरों के खिलाड़ी - ब्लॉग बु...
- कितने जागरूक हैं हम... ब्लॉग बुलेटिन
- आज़ाद भारत के मुजरिम... ब्लॉग बुलेटिन
- गहरे पानी पैठने की ज़रूरत है ..... आधार, अस्तित्व ...
- ब्लॉगिंग ने पूरे किए 13 साल - ब्लॉग बुलेटिन
- अब कोई गुलशन न उजड़े ... अब वतन आज़ाद है - ब्लॉग बुल...
- ६६ वे स्वतंत्रता दिवस से पहले उषा जी का खुफिया कां...
- श्रेष्ठ ग़ज़लकार का तस्लीम परिकल्पना सम्मान-२०११ इ...
- विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा - ब...
- और धोती पहनने लगे नौजवान - ब्लॉग बुलेटिन
- वर्ष के तकनीकी ब्लॉगर का तस्लीम परिकल्पना सम्मान-2...
- काकोरी कांड की ८७ वी वर्षगांठ - ब्लॉग बुलेटिन
- २५० वी ब्लॉग बुलेटिन - छोडकर तेरे प्यार का दामन - ...
- वर्ष की श्रेष्ठ लेखिका (संस्मरण ) का तस्लीम परिकल...
- वर्ष के श्रेष्ठ लेखक (कथा-कहानी) का तस्लीम परिकल्प...
- वर्ष की श्रेष्ठ लेखिका (कथा-कहानी) का तस्लीम परिकल...
- तस्लीम परिकल्पना सम्मान-2011 ' वर्ष के श्रेष्ठ यु...
- तस्लीम परिकल्पना सम्मान-2011 की सर्वश्रेष्ठ कवयित्...
- एक आध्यात्मिक बंधन :- रक्षाबंधन - ब्लॉग बुलेटिन
- २०११ के सर्वश्रेष्ठ कवि - अविनाश चन्द्र ...(तस्लीम...
-
▼
अगस्त
(31)
10 टिप्पणियाँ:
मृत्यु दिवस् पर खुशियों का इजहार हमारी संस्कृति में नहीं है ..
बाकी अमर तो अमर ही हैं -उन्हें नमन !
किसी का भी जाना दुखदायी होता है, पर यदि उनके कर्मों को याद कर कुछ अच्छा किया जाए तो इससे अच्छा कुछ नहीं......
सादर नमन...
meri ray me hume unki pudytithi ko "AMAR BLOGGING DAY" ke rup me manana chahiye.Meri taraf se Shradhapuravk Shrdhanjali Amar ji ko.
अमर वाकई अमर हैं ..हमारी स्मृतियों में.
सुन्दर बुलेटिन.
नमन है हमारा
सादर नमन !
अपनी जीने की अड़ा भी है निराली सबसे,
अपने मरने का भी अन्दाज़ निराला होगा!
/
इस एक शेर में ही इस अमर शेर का सम्पूर्ण व्यक्तित्व बयान किया जा सकता है!! श्रद्धा सुमन!!
आप सब का बहुत बहुत आभार !
अमल अमर-पद अमन मन, "अमर" *अबन बन अक्ष |
कनक कथन कण समर्पण, कर ^कमलज समकक्ष |
कर कमलज समकक्ष, पक्ष कर्मठ कर्तव्यम |
कथन सहज अनवरत, परत लवणम सम द्रव्यम |
अमर सरलतम समझ, रमय हर समय अनन्तर |
उलट पलट कर पत्र, दरस सम्यक अभ्यंतर ||
*सूर्य-चंद्रमा का उत्तरायण और दक्षिणायन होते रहना |
^ब्रह्मा
#नमक
एक टिप्पणी भेजें
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!