गीता श्री कृष्ण द्वारा दी वह शिक्षा है
जो जीवन के मुलभुत सिद्धांतों अवगत कराती है, जब भटके मन के हाथ से रास छूट जाती है तो सारथि बने कृष्ण गीता सुनाते हैं …
कितना खूबसूरत संयोग है कि आज कृष्ण जन्म महोत्सव और शिक्षक दिवस यानि सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन भी है
नृत करती आकाशगंगाए
और ग्रह नक्षत्र तारे
नाद करता आकाश
इनके बीच जो काला घना अंधकार है
वो तुम हो युग्म कृष्ण
तुम्ही तो हो
एक अनाहत की गूंज
तुम्हारी वो बंसी
गुरु है हमारी
अरे ओं बंसी तुम गति हो और आवृति भी
जो जोडती हो हम मानव को
एक लय और ताल में
अरे पारिजात
सारयात अश्वान इति सारधि :
हमारे जीवन संचालक
तुम ही हो हमारे प्रारंभ और अंत
अरे ओं युग्म
हमें काल के प्रवाह से निकाल
उर्ध्वगामी बनाओ
और ग्रह नक्षत्र तारे
नाद करता आकाश
इनके बीच जो काला घना अंधकार है
वो तुम हो युग्म कृष्ण
तुम्ही तो हो
एक अनाहत की गूंज
तुम्हारी वो बंसी
गुरु है हमारी
अरे ओं बंसी तुम गति हो और आवृति भी
जो जोडती हो हम मानव को
एक लय और ताल में
अरे पारिजात
सारयात अश्वान इति सारधि :
हमारे जीवन संचालक
तुम ही हो हमारे प्रारंभ और अंत
अरे ओं युग्म
हमें काल के प्रवाह से निकाल
उर्ध्वगामी बनाओ
https://www.facebook.com/rosered8flower/posts/10204565373485826:0
4 टिप्पणियाँ:
बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
अति सुंदर....
sundar blog...pathniy samgri hai,achha laga..
सच है कृष्ण से बड़ा कोई शिक्षक नहीं ... सुंदर बुलेटिन ... आभार दीदी |
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