प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
प्रणाम |
आज २७ सितंबर है ... आज भारत के महान समाज सुधारक राजा राम मोहन राय जी की १८२ वीं पुण्यतिथि है |
राजा राममोहन राय (जन्म: 22
मई, 1772 - मृत्यु: 27 सितम्बर, 1833) को 'आधुनिक भारतीय समाज' का
जन्मदाता कहा जाता है। वे ब्रह्म समाज के संस्थापक, भारतीय भाषायी प्रेस के
प्रवर्तक, जनजागरण और सामाजिक सुधार आंदोलन के प्रणेता तथा बंगाल
में नव-जागरण युग के पितामह थे। धार्मिक और सामाजिक विकास के क्षेत्र में
राजा राममोहन राय का नाम सबसे अग्रणी है। राजा राम मोहन राय ने तत्कालीन
भारतीय समाज की कट्टरता, रूढ़िवादिता एवं अंध विश्वासों को दूर करके उसे
आधुनिक बनाने का प्रयास किया।
सादर आपका
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
6 टिप्पणियाँ:
शुक्रिया, ब्लॉग बुलेटिन |
" माहुलिया के दो दो फूल, छिटक मोरी माहुलिया " इस संस्मरण को ब्लॉग-बुलेटिन की इस उत्कृष्ट प्रस्तुति में स्थान देने हेतु हार्दिक धन्यवाद !
" माहुलिया के दो दो फूल, छिटक मोरी माहुलिया " इस संस्मरण को ब्लॉग-बुलेटिन की इस उत्कृष्ट प्रस्तुति में स्थान देने हेतु हार्दिक धन्यवाद !
महान समाज सुधारक राजा राम मोहन राय जी को सादर श्रद्धा सुमन!
सार्थक बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!
आप सब का बहुत बहुत आभार |
देर से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ और ब्लॉग बुलेटिन की दिल से आभारी हूँ । सुन्दर सूत्र संयोजन ..
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बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!