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रविवार, 9 सितंबर 2018

पुलिस और पत्नी में समानताऐं

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

क्या आप जानते है कि पुलिस और पत्नी में कुछ समानताऐं  पाई जाती हैं ... आइये आपको बताते हैं ...

1. ना इनकी दोस्ती अच्छी और ना ही दुश्मनी।

2. इनसे बनाकर रखना मजबूरी है।

3. इनका पता नहीं कब बिगङ जाऐं।

4. अगर ये प्यार से बात करे तो अलर्ट हो जाऐं।

5. दोंनों ही खतरनाक धमकी देते हैं।

6. इनसे बहस में जीतना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।

7. ये पहला हिसाब याद रखते हैं।

8. अपने राज कभी नहीं खोलते।

9. इनको जबरदस्ती तारीफ चाहिए।

10. इनसे पंगा लेना खतरनाक साबित हो सकता है।

11. विरोध मौका देखकर करते हैं।

12. सुन भले ही लें आपकी लेकिन करेंगे मन की ही।

13. ये दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकते हैं।

14. प्यार में लेकर भी वार करते हैं।

15. दोंनों ही रौब से काम लेते हैं।

16. अपना राज इन्हें बताना खतरनाक साबित हो सकता है।

17. इनकी नजर जेब पर ही रहती है।


इन के अतिरिक्त यदि आप को भी कोई समानता दिखे तो कृपया बतावें |

सादर आपका
शिवम् मिश्रा

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

पहले स्वयं को जाँच ले की हम कितने प्राकृतिक कर्म करतें हैं --------mangopeople

मोल्ठी #2 :बस्ग्याल तभी मनेलु जब छोया फुट्ला(बरसात तभी मानी जायेगी जब छोया फूटेंगे)

खामोशियों की जुबान

सखी री मैं उनकी दिवानी

अमर शहीद कैप्टन विक्रम 'शेरशाह' बत्रा जी की ४४ वीं जयंती

घुटने के दर्द ,सूजन से मुक्ति के उपाय

428. भाषा

दिवालिया दिल

खमोशी : हलचल

गिरकर उठने का सुख !

धिना धिन धा !!

ज़िन्दगी आग हैं पानी डालते रहिये

" ज़िंदगी का तर्जुमा ....."

सुनो मेरे मन मितवा

बंधन

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अब आज्ञा दीजिये ... 

जय हिन्द !!!

12 टिप्पणियाँ:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

पिटवाओ क्या? समानता होगी भी तो कौन रिस्क ले? पत्नियाँ भी देखती हैंं ब्लॉग बुलेटिन।

:) सुन्दर बुलेटिन।

dr.sunil k. "Zafar " ने कहा…

सुप्रभात,
समानताये काफी रोचक और मज़ेदार गिनवाई हैं।पूरा ब्लॉग बुलेटिन ग़ज़ब हैं।

जयन्ती प्रसाद शर्मा ने कहा…

बहुत सुंदर। धन्यबाद।

संतोष त्रिवेदी ने कहा…

जय जय हो।

संतोष त्रिवेदी ने कहा…

पुलिस से तो एक बार बच सकते हो,पत्नी से नहीं।

विकास नैनवाल 'अंजान' ने कहा…

पुलिस और बीवी में एक और समानता है। मुसीबत के वक्त वही काम आते हैं। बाकी पढकर तो हँसी आ गई थी। सारी रोचक समानताएं हैं।
रोचक संकलन। मेरी रचना को शामिल करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया।
duibaat.blogspot.com

Anuradha chauhan ने कहा…

सुंदर बुलेटिन प्रस्तुति बहुत बहुत आभार मेरी रचना को बुलेटिन में स्थान देकर मेरा उत्साह बढ़ाने के लिए 🙏

अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…

सुन्दर बुलेटिन

कविता रावत ने कहा…

बिना पुलिस और पत्नी के कोई सुरक्षित भी तो नहीं रह सकता है और समय कैसा भी हो यही काम आते हैं
बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति

Meena sharma ने कहा…

बहुत सुंदर बुलेटिन। आदरणीय शिवम मिश्रा जी का चिरपरिचित अंदाज, हास्य विनोद से अंक की शुरूआत। मुझे बहुत अच्छा लगा। लोगों को पत्नी और पुलिस में समानताएँ पता होनी चाहिए। नहीं पता हों तो खोजनी चाहिएँ। मेरी रचना को स्थान देने के लिए सादर धन्यवाद।

anshumala ने कहा…

मेरी पोस्ट बुलेटिन में शामिल करने के लिए धन्यवाद

Abhilasha ने कहा…

सादर आभार आपका शिवम जी आपके ब्लॉग पर
आकर अच्छा लगा आपने रोचक शैली में पुलिस व
पत्नी की समानताएं बताई वे बहुत बढिया है मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए धन्यवाद

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