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शुक्रवार, 28 सितंबर 2018

शहीद ऐ आज़म की १११ वीं जयंती - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

 
"अहिंसा को आत्म-बल के सिद्धांत का समर्थन प्राप्त है जिसमे अंतत: प्रतिद्वंदी पर जीत की आशा में कष्ट सहा जाता है . लेकिन तब क्या हो जब ये प्रयास अपना लक्ष्य प्राप्त करने में असफल हो जाएं ? तभी हमें आत्म -बल को शारीरिक बल से जोड़ने की ज़रुरत पड़ती है ताकि हम अत्याचारी और क्रूर दुश्मन के रहमोकरम पर ना निर्भर करें ."

- शहीद ऐ आज़म सरदार भगत सिंह जी
 


शहीद ऐ आज़म सरदार भगत सिंह जी की १११ वीं जयंती पर ब्लॉग बुलेटिन टीम और हिन्दी ब्लॉग जगत की ओर से उन्हें शत शत नमन ।

इंक़लाब जिंदाबाद ।।
सादर आपका 
 
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सब जादू-टोने का असर है

उर्मिला

राशिफल - लघुकथा

मर्दानगी पे चोट है सुप्रीम कोर्ट का विवाहेतर संबंध पे दिया गया फैसला।

तुम सा कोई नहीं ....

क्यों कभी ऐसा होता है

बिना मालिक के भी कोई जीवन है?

बुढापा: बोझ नहीं, बढ़िया भी हो सकता हैं...!!

रंगसाज़

आँख का रंग तुलु होते हुए देखा...गुलज़ार

436.सरकार

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अब आज्ञा दीजिये ... 

जय हिन्द !!!

11 टिप्पणियाँ:

कविता रावत ने कहा…

बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति
शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह जी को शत शत नमन !

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

नमन शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह को। सुन्दर बुलेटिन।

Anuradha chauhan ने कहा…

शत् शत् नमन शहीद भगत सिंह जी को
सुंदर बुलेटिन प्रस्तुति बहुत बहुत आभार मेरी रचना को स्थान देने के लिए

रश्मि शर्मा ने कहा…

भगत सिंह जी को शत-शत नमन। बढ़िया बुलेटिन। मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद।

yashoda Agrawal ने कहा…

शुभ प्रभात शिवम भाई
आभार
सादर

Jyoti Dehliwal ने कहा…

भगत सिंह जी को शत-शत नमन। मेरी रचना को शामिल करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद, शिवम जी।

Arun sathi ने कहा…

आभार आपका।

Rohitas Ghorela ने कहा…

भगतसिंह को शत शत नमन..वे हमारे आदर्श भी हैं और हीरो भी.

बेहद सुंदर सुंदर लिंक्स से सजी बुलेटिन आज की.
आभार

पंकज प्रियम ने कहा…

बहुत बहुत धन्यवाद। सुंदर प्रस्तुति

पंकज प्रियम ने कहा…

बहुत बहुत धन्यवाद। सुंदर प्रस्तुति

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

Jai hind
Naman...

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