प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
हिन्दी और अँग्रेजी में मतभेद तो हमेशा से रहे हैं ... इन मतभेदों की झलक कहावतों और उक्तियों में भी दिख जाती है |
अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
प्रणाम |
हिन्दी और अँग्रेजी में मतभेद तो हमेशा से रहे हैं ... इन मतभेदों की झलक कहावतों और उक्तियों में भी दिख जाती है |
जैसे कि ...
अंग्रेजी में:The sooner the better…
हिन्दी: जल्दी का काम शैतान का काम होता है…
अंग्रेजी में: Think of the devil, and the devil is here…
हिन्दी: बड़ी लम्बी उम्र है तुम्हारी… अभी तुम्हें ही याद कर रहे थे…
अंग्रेजी में: Don’t wait, fight for your rights…
हिन्दी: सब्र का फल मीठा होता है…
अंग्रेजी में: you silly cow!
हिन्दी: गाय हमारी माता है…
और सबसे ज्यादा मज़ेदार :
अंग्रेजी में: As wise as an owl…
हिन्दी: उल्लू का पट्ठा.(आम तौर पर किसी मूर्ख व्यक्ति को कहा जाता है)
ऐसे ही कुछ उदाहरण आप के पास भी हो तो अवश्य बतावें|
सादर आपका
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क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की गुप्तवास स्थली
नानी ने बनाया मेरे लिए "हेअर बेंड "...
लघु कथा
हमने देखा नहीं जिंदगी की तरफ
अनजान रास्तों पर पूरे कॉन्फिडेंस के साथ.. मोबाइल नेविगेशन ज़िंदाबाद
सेलिब्रिटी
पिता के बाद
अंग्रेज भारत में कैसे आए
अक्ल के पीछे लट्ठ -
देश नहीं कहता तुमसे
लीडरी कारगर करते हैं, मजबूर और मगरूर नहीं
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
5 टिप्पणियाँ:
मानव स्वभाव हर जगह समान -सोचने का ढंग भी उसी मनोविज्ञान से प्रभावित .देश-काल की परिस्थितियों और मान्यताओं के अनुसार अंतर हो जाते हैं स्वभावगत मतभेद भी हैं,और अभिव्यक्ति हर भाषा की निराली .देखिये न- अंग्रेजी का:The sooner the better… हिन्दी की उक्ति में - काल करे सो आज कर आज करे सो अब्ब.,
दूसरे में - धीरे धीरे रे मना, धीरे सब कछु होय .
मतभेद होना भी स्वाभाविक है .
आपका आभार शिवम् जी ,आपने मेरी पोस्ट को सम्मिलित किया और ये चुने हुये अंश पढ़ने का अवसर दिया .
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ।
बहुत सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति
काल करे सो आज कर आज करे सो अब, धीरे धीरे रे मना, धीरे सब कछु होय और The sooner is the better तीनों ही अलग अलग परिस्थितियों में सही साबित होते हैं.
आप सब का बहुत बहुत आभार |
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