सभी ब्लॉगर मित्रों को मेरा सादर नमस्कार।
रियो ओलंपिक के महिला सिंगल्स बैडमिंटन मुकाबले में भारत की पीवी सिंधू को भले ही हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस हार के बाद भी सिंधू ने रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। सिंधू ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं। इससे पहले भारत का कोई भी बैडमिंटन खिलाड़ी इस मुकाम तक नहीं पहुंच सका है. फाइनल मुकाबले में सिंधू को दुनिया की नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी कैरोलीना मारिन से एक संघर्षपूर्ण मुकाबले में शिकस्त मिली।
सिंधू ने ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर रचा इतिहास
सवा सौ करोड़ देशवासियों की निगाहें रियो ओलंपिक के महिला सिंगल्स मुकाबले को देखने के लिए लगी थीं। पीवी सिंधू ओलंपिक के महिला सिंगल्स मुकाबले के फाइनल में पहुंच कर पहले ही इतिहास रच चुकीं थी। लेकिन देश को अपनी इस हौनहार बेटी से गोल्ड मेडल की उम्मीद थी। रियो ओलंपिक में सिंधू ने अपने से कई बड़ी ऊंची रैंकिंग वाली खिलाड़ी को शिकस्त देकर फाइनल में पहुंचीं थी। लेकिन इस बार उनके सामने दुनिया की नंबर एक स्पेनिश खिलाड़ी कैरोलीना मारिन थी। जिससे पार पाना आसान नहीं था. लेकिन सिंधू ने पहले ही गेम से जबरदस्त खेल दिखाया और 21-19 से पहला जीता लिया। हालांकि वो पहले पिछड़ रहीं थी। लेकिन शानदार स्ट्रोक्स की बदौत उन्होंने 1-0 की बढ़त बनाई।
कांटे की हुई टक्कर
दूसरे गेम में जब दोनों खिलाड़ी एक दूसरे सामने उतरी तो फिर से एक जबरदस्त मुकाबाल शुरू हुआ। कभी सिंधू के करारे स्ट्रोक्स देखने को मिले रहे थे तो कभी कैरोलीना का दमदार स्मैश। छोटी- मोटी गलतियों की वजह से स्पेनिश खिलाड़ी ने 14-7 से बढ़त बनाई। लेकिन एक बार फिर से सिंधू ने शानदार खेल दिखाया और इस बड़ी लीड को कम करने में कामयाबी हासिल की। लेकिन आखिर के दूसरे गेम में बाजी कैरोलीना ने ही मारी और 21-12 से दूसरा गेम जीतकर स्कोर को 1-1 की बराबरी पर ला दिया।
आखिरी गेम में रोमांचक मुकाबला हुआ
गोल्ड मेडल मैच के लिए तीसरा और निर्णायक गेम शुरू हुआ। एक बार फिर से दोनों ने जबरदस्त खेल दिखाना शुरू किया। दर्शकों का रोंमांच अपने चरम पर था. एक-एक प्वाइंट के लिए दोनों खिलाड़ी कड़ा संघर्ष कर रही थीं, फैन्स अपने-अपने खिलाड़ी को चियर कर रहे थे। कभी सिंधू के लिए तालियां बजती तो कभी कैरोलीना के लिए, दोनों ही खिलाड़ी इस महामुकाबले को जीतकर इतिहास रचना चहाती थी। एक फिर दूसरे गेम वाली कहानी हुई और आखिर में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी ने मारी और तीसरा मुकाबला 21-15 से जीतकर रियो ओलंपिक के बैडमिंटन सिगल्स मुकाबले की गोल्डन गर्ल का खिताब जीत लिया। भारत की पीवी सिंधू ने सिलवर मेडल जीतकर न सिर्फ इतिहास रचा जबकि वो भारतीय खेल इतिहास में हमेश के लिए अमर हो गईं। इससे पहले कोई भी भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी इस मुकाम को हासिल नहीं कर सका।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर....
बोफोर्स का सच इसलिए है दफ़न
यह ताजा आत्मगौरव एक श्मशान-वैराग्य बनकर न रह जाए
सावधान! पीवी सिंधू
रियो ओलम्पिक में हमारी बेटियां
सुंदर है, दुलारी हैं, मधुबन हैं बेटियाँ
‘जय सिंधू, जय हिंदू’ कहने वालों को आप क्या कहेंगे
ह्विसिल ब्लोवर माने क्या?
कदम बढ़ते रहें तो ही जिंदगी चलती है
वाट्सएप- नियम, कानून और समाज
झर जाती हर दुःख की छाया
अच्छे लोग और उनके उनके लिये मिमियाते बकरे
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे। तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।। जय हिन्द। जय भारत।।
रियो ओलंपिक के महिला सिंगल्स बैडमिंटन मुकाबले में भारत की पीवी सिंधू को भले ही हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस हार के बाद भी सिंधू ने रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। सिंधू ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं। इससे पहले भारत का कोई भी बैडमिंटन खिलाड़ी इस मुकाम तक नहीं पहुंच सका है. फाइनल मुकाबले में सिंधू को दुनिया की नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी कैरोलीना मारिन से एक संघर्षपूर्ण मुकाबले में शिकस्त मिली।
सिंधू ने ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर रचा इतिहास
सवा सौ करोड़ देशवासियों की निगाहें रियो ओलंपिक के महिला सिंगल्स मुकाबले को देखने के लिए लगी थीं। पीवी सिंधू ओलंपिक के महिला सिंगल्स मुकाबले के फाइनल में पहुंच कर पहले ही इतिहास रच चुकीं थी। लेकिन देश को अपनी इस हौनहार बेटी से गोल्ड मेडल की उम्मीद थी। रियो ओलंपिक में सिंधू ने अपने से कई बड़ी ऊंची रैंकिंग वाली खिलाड़ी को शिकस्त देकर फाइनल में पहुंचीं थी। लेकिन इस बार उनके सामने दुनिया की नंबर एक स्पेनिश खिलाड़ी कैरोलीना मारिन थी। जिससे पार पाना आसान नहीं था. लेकिन सिंधू ने पहले ही गेम से जबरदस्त खेल दिखाया और 21-19 से पहला जीता लिया। हालांकि वो पहले पिछड़ रहीं थी। लेकिन शानदार स्ट्रोक्स की बदौत उन्होंने 1-0 की बढ़त बनाई।
कांटे की हुई टक्कर
दूसरे गेम में जब दोनों खिलाड़ी एक दूसरे सामने उतरी तो फिर से एक जबरदस्त मुकाबाल शुरू हुआ। कभी सिंधू के करारे स्ट्रोक्स देखने को मिले रहे थे तो कभी कैरोलीना का दमदार स्मैश। छोटी- मोटी गलतियों की वजह से स्पेनिश खिलाड़ी ने 14-7 से बढ़त बनाई। लेकिन एक बार फिर से सिंधू ने शानदार खेल दिखाया और इस बड़ी लीड को कम करने में कामयाबी हासिल की। लेकिन आखिर के दूसरे गेम में बाजी कैरोलीना ने ही मारी और 21-12 से दूसरा गेम जीतकर स्कोर को 1-1 की बराबरी पर ला दिया।
आखिरी गेम में रोमांचक मुकाबला हुआ
गोल्ड मेडल मैच के लिए तीसरा और निर्णायक गेम शुरू हुआ। एक बार फिर से दोनों ने जबरदस्त खेल दिखाना शुरू किया। दर्शकों का रोंमांच अपने चरम पर था. एक-एक प्वाइंट के लिए दोनों खिलाड़ी कड़ा संघर्ष कर रही थीं, फैन्स अपने-अपने खिलाड़ी को चियर कर रहे थे। कभी सिंधू के लिए तालियां बजती तो कभी कैरोलीना के लिए, दोनों ही खिलाड़ी इस महामुकाबले को जीतकर इतिहास रचना चहाती थी। एक फिर दूसरे गेम वाली कहानी हुई और आखिर में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी ने मारी और तीसरा मुकाबला 21-15 से जीतकर रियो ओलंपिक के बैडमिंटन सिगल्स मुकाबले की गोल्डन गर्ल का खिताब जीत लिया। भारत की पीवी सिंधू ने सिलवर मेडल जीतकर न सिर्फ इतिहास रचा जबकि वो भारतीय खेल इतिहास में हमेश के लिए अमर हो गईं। इससे पहले कोई भी भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी इस मुकाम को हासिल नहीं कर सका।
देश को नाज है अपनी इस बेटी पर जय हिन्द। जय भारत।।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर....
बोफोर्स का सच इसलिए है दफ़न
यह ताजा आत्मगौरव एक श्मशान-वैराग्य बनकर न रह जाए
सावधान! पीवी सिंधू
रियो ओलम्पिक में हमारी बेटियां
सुंदर है, दुलारी हैं, मधुबन हैं बेटियाँ
‘जय सिंधू, जय हिंदू’ कहने वालों को आप क्या कहेंगे
ह्विसिल ब्लोवर माने क्या?
कदम बढ़ते रहें तो ही जिंदगी चलती है
वाट्सएप- नियम, कानून और समाज
झर जाती हर दुःख की छाया
अच्छे लोग और उनके उनके लिये मिमियाते बकरे
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे। तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।। जय हिन्द। जय भारत।।
9 टिप्पणियाँ:
लड़कियों ने बचाई इज्जत। बहुत बहुत बधाई। सुन्दर बुलेटीन प्रस्तुति हर्षवर्धन। आभार 'उलूक' का सूत्र 'अच्छे लोग और उनके उनके लिये मिमियाते बकरे' को आज के बुलेटिन में जगह देने के लिये।
शुक्रिया हर्ष...
जय हिंद...
शुक्रिया हर्ष...
जय हिंद...
शुक्रिया मेरे दोस्त। आपका प्रयास बेहद सराहनीय है। आपको लोगों की मेहनत को सलाम। आपकी पोस्ट भी काफी बेहतरीन है।
हर्ष आपका बहुत शुक्रिया. आपका यह ब्लॉग हमें हर तरह की सामग्री एक स्थान पर उपलब्ध कर रहा है. उसके लिए आप सभी जो इस ब्लॉग से जुड़े हैं बधाई के पात्र हैं.
देश की बेटियों को सलाम !!
लाज रख ले बेटियों ने ..
बहुत सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!
पी वी सिन्धु की सफलता पर पूरे देश को नाज है..ब्लॉग बुलेटिन की सुंदर प्रस्तुति..आभार !
आपने साबित कर दिया कि हम महिलाएं भी किसी से कम नहीं | हम सब को आप पर गर्व है | बहुत बहुत बधाई Sindhu जी |
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बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!