प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
शिक्षक: इंडिया गेट क्या है? पप्पू: इंडिया गेट बासमती राइस है सर! शिक्षक: चारमीनार क्या हैं? पप्पू: चारमीनार सिगरेट है सर! शिक्षक: ताजमहल क्या है? पप्पू: ताजमहल चाय की पत्ती है सर! शिक्षक: हरामखोर, फालतू उत्तर देकर राष्ट्रीय स्मारकों का अपमान करता है! कल अपने पिताजी का Signature लेकर ही स्कूल आना! पप्पू: ओके सर! (दूसरे दिन शिक्षक टेबल की और देखते हुये) शिक्षक: पप्पू, ये व्हिस्की का बोतल किस लिए लाया तू? पप्पू: सर, आपने ही तो कल कहा था, पिताजी की Signature लाने के लिये इसीलिए मैं आपके लिए, उनकी Signature की पूरी बोतल ही ले आया! (शिक्षक ने खुशी के आँसू बहाते हुए, पप्पू को अपनी बाहों में भर लिया) सादर आपका शिवम् मिश्रा
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इंटरनेट : अपनी साइड को सुरक्षित और पास वर्ड मजबूत कैसे रखें
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
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7 टिप्पणियाँ:
बढ़िया बुलेटिन शिवम जी।
शिवम् मिश्रा जी , आभार, आपकी चिर-परचित अंदाज़ में मन को गुदगुदाती पृष्भूमि के साथ सुन्दर प्रस्तुति। इस चर्चा में सम्मलित सभी रचनाकारों को बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ।
बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति
शिवम जी, हार्दिक धन्यवाद !
वैसे शिक्षक महोदय की आँखों में आंसू किसलिए आए ? आज्ञाकारिता के लिए या अनायास प्राप्त...... :-)
बहुत सुन्दर सूत्रों से सुसज्जित आज का बुलेटिन ! मेरी रचना को आज के बुलेटिन में स्थान देने के लिए आपका हृदय से धन्यवाद एवं आभार शिवम् जी !
आप सब का बहुत बहुत आभार |
मेरे ब्लॉग समयचक्र की पोस्ट को ब्लॉग बुलेटिन में प्रकाशित करने के लिए दिल से आभारी हूँ ...
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बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!