प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
रॉक गार्डन
को बनवाने में औद्योगिक और शहरी कचरे का इस्तेमाल किया गया | पर्यटक यहाँ की
मूर्तियों, मंदिरों, महलों आदि को
देखकर अचरज में पड़ जातें हैं। हर साल इस गार्डन को देखने हजारों पर्यटक आते हैं।
गार्डन में झरनों और जलकुंड के अलावा ओपन एयर थियेटर भी देखा जा सकता, जहाँ अनेक प्रकार की सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती रहती हैं।
प्रणाम |
विश्व प्रसिद्ध रॉक गार्डन के निर्माता नेक चंद का चंडीगढ़ के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे।
उन्हें सीने में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पद्मश्री
से सम्मानित नेक चंद का पीजीआईएमईआर में आधी रात के करीब निधन हो गया। उन्हें सीने
में दर्द की शिकायत के बाद पीजीआईएमईआर में भर्ती कराया गया था।
चंडीगढ़ प्रशासन ने पिछले साल 15 दिसंबर को
उनका 90वां जन्मदिन मनाया था। नेक चंद का जन्म जिस गांव में
हुआ था, वह अब पाकिस्तान में है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग
में सड़क निरीक्षक के तौर पर अपनी सेवाएं दी थीं।
उन्होंने
बेकार और इस्तेमाल न होने वाले घरेलू सामान से रॉक गार्डन का निर्माण किया था। 40 एकड़ के
क्षेत्र में बने इस गार्डन का उद्घाटन 1976 को किया गया था।
चंडीगढ़ के सेक्टर
एक में मौजूद रॉक गार्डन एक व्यक्ति के एकल प्रयास का अनुपम और उत्कृष्ट नमूना है,
जो दुनिया भर में अपने अनूठे उपक्रम के लिए बहुत सराहा गया है। रॉक
गार्डन के निर्माता नेकचंद लोक निर्माण विभाग में एक कर्मचारी थे जो दिन भर साइकिल पर बेकार पड़ी ट्यूब लाइट्स, टूटी-फूटी चूडियों, प्लेट, चीनी
के कप, फ्लश की सीट, बोतल के ढक्कन व
किसी भी बेकार फेंकी गई वस्तुओं को बीनते रहते और उन्हें यहाँ सेक्टर एक में
इकट्ठा करते रहते। धीरे-धीरे फुर्सत के क्षणों में लोगों द्वारा फेंकी गई फ़ालतू
चीज़ों से ही उन्होंने ऐसी उत्कृष्ट आकृतियों का निर्माण किया कि देखने वाले दंग रह
गए। नेकचंद के रॉक गार्डन की कीर्ति अब देश-विदेश के कलाप्रेमियों के दिलों में घर
कर चुकी है।

सादर आपका
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आइसक्रीम वाले ने बताया कि उसके पापा नहीं हैं
सूर्य नमस्कार
मोबाइल खोलेगा घर घर में आईआईएम-आईआईटी जैसे नामी शिक्षा संस्थान
सिर्फ मैगी ही क्यों?
इमली का वार
ई- गवर्नेंस : सरकारी सेवायें आपके घर पर
सरकारों की नीयत का फर्क
तुम
बरसों की साध हुई पूरी - श्री लंका में अशोक वाटिका के किए दर्शन
फर्जी डिग्री क्या सच में इतना बड़ा अपराध है!
पहली बूंद के इंतजार में .............
निष्प्राण कलम
लीला राय - 'गुमनामी बाबा' की गुमनाम सहयोगी
बलात्कारी..पति ?-कहानी
ओ जाना
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
12 टिप्पणियाँ:
नेक चंद जी को विनम्र श्रद्धांजलि ।
नेक चंद जी को हार्दिक विनम्र श्रद्धांजलि ।
बढ़िया लिंक्स-सह-बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!
नेकचंद जी को श्रद्धांजलि...
मेरी रचना को ब्लॉग बुलेटिन में स्थान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद
कृपया अगली बार इस ब्लॉग से भी पोस्ट शामिल करें।
Hindiinternet. com
धन्यवाद
मेरी रचना को ब्लॉग बुलेटिन में स्थान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद
श्री नेकचंद जी को विनम्र श्रद्धांजलि __/\__, इस संस्मरण को ब्लॉग बुलेटिन में स्थान देने हेतु हार्दिक धन्यवाद !
आप सब का बहुत बहुत आभार |
नेक चन्द्र जी को विनम्र श्रद्धांजलि |
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