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शनिवार, 29 जुलाई 2017

राजमाता गायत्री देवी और ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

आज २९ जुलाई है ... आज ही के दिन सन २००९ में दुनिया की दस सबसे खुबसूरत महिलाओं में एक रही जयपुर की पूर्व राजमाता गायत्री देवी का लंबी बीमारी के बाद ९० वर्ष की आयु में निधन हो गया था|

गायत्री देवी जयपुर की तीसरी महारानी थी और महाराज सवाई मान सिंह [द्वितीय] की पत्नी थीं। गायत्री देवी के पिता कूचबिहार के राजा थे। गायत्री देवी वर्ष 1939 से 1970 के बीच जयपुर की तीसरी महारानी थीं। उनका विवाह महाराज सवाई मान सिंह द्वितीय से हुआ। गायत्री देवी अपने अप्रतिम सौंदर्य के लिए जानी जाती थीं। वह एक सफल राजनीतिज्ञ भी रहीं। यही वजह थी कि वह अपने समय की फैशन आइकन मानी जाती थीं। राजघरानों के भारतीय गणराज्य में विलय के बाद गायत्री देवी राजनीति में आई और जयपुर से वर्ष 1962 में मतों के भारी अंतर से लोकसभा चुनाव जीता।

गायत्री देवी का जन्म 23 मई 1919 को हुआ था। वह अपने जमाने में दुनिया भर में अपनी अद्वितीय सुंदरता के लिए चर्चा में रहीं। यही कारण था कि दुनिया की खूबसूरत दस महिलाओं में गायत्री देवी शामिल थीं। पूर्व महारानी ने सुंदरता की दौड़ में अव्वल रहने के साथ साथ राजनीति क्षेत्र में भी अपना परचम लहराया और वर्ष 1967 और 1971 में भी उन्होंने जयपुर से लोकसभा सीट पर भारी मतों से जीत अर्जित की।

लंदन में जन्मी गायत्री देवी कूच बिहार के महाराज जितेंद्र नारायण की पुत्री थीं। उनकी मां राजकुमारी इन्दिरा राजे बडौदा की राजकुमारी थीं। गायत्री की आरभिंक शिक्षा शांतिनिकेतन में हुई। बाद में उन्होंने स्विटजरलैंड के लाजेन में अध्ययन किया।

उनका राजघराना अन्य राजघरानों से कहीं अधिक समृद्धशाली था। घुड़सवारी की शौकीन रही पूर्व राजमाता का विवाह जयपुर के महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय के साथ हुआ। गायत्री ने 15 अक्टूबर 1949 को पुत्र जगत सिंह को जन्म दिया। महारानी गायत्री देवी को बाद में राजमाता की उपाधि दी गई। जगत सिंह का कुछ साल पहले ही निधन हो गया था। जगत सिंह जयपुर के पूर्व महाराजा भवानी सिंह के सौतेले भाई थे।

गायत्री देवी की शुरू से ही लडकियों की शिक्षा को बढावा देने में रूचि रही यही कारण रहा कि गायत्री देवी ने गायत्री देवी र्ल्स पब्लिक स्कूल की शुरुआत की। इस स्कूल की गणना जयपुर के सर्वोत्तम स्कूलों में आज भी है। पूर्व राजमाता ने जयपुर की 'ब्लू पोटरी' कला को भी जमकर बढावा दिया।

गायत्री देवी ने खूबसूरती से दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई ठीक उसी तरह गायत्री देवी ने राजनीति के क्षेत्र में भी वर्ष 1962 में जयपुर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरीं और कुल दो लाख 46 हजार 516 मतों में से एक लाख 92 हजार नौ सौ नौ मत प्राप्त कर एक रिकार्ड कायम किया। इसके बाद उनका नाम गिनिज बुक आफ र्ल्ड रिकार्ड दर्ज किया गया। 

गायत्री देवी ने वर्ष 1967 और 1971 में जयपुर लोकसभा सीट से स्वतंत्र पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता था। उन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सी रामगोपालाचार्य को भी पराजित किया था। केंद्र सरकार ने वर्ष 1971 में राजघरानों के सभी अधिकार और उपाधियों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। तत्कालीन केंद्र सरकार के आंख की किरकिरी बन जाने के कारण उन्हें कर चोरी के आरोप में पांच महीने तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया। 

तिहाड़ से रिहा होने के कुछ समय बाद उन्होंने राजनीति से सन्यास की घोषणा कर दी और लेखन के क्षेत्र में कदम रखा। गायत्री देवी ने वर्ष 1976 में संत रामा राउ के सहयोग से अपनी आत्मकथा के रूप में 'एक राजकुमारी की याद' पुस्तक का लेखन किया। पूर्व राजमाता ने पुस्तक लेखन के अलावा विदेशी निर्देशक के सहयोग से हिंदू राजकुमारी फिल्म भी बनाई।

अपने स्कूल के माध्यम से लड़कियों की शिक्षा की राह आसान करने वाली राजमाता गायत्री देवी को ब्लॉग बुलेटिन टीम और हिन्दी ब्लॉग जगत की ओर से शत शत नमन |

सादर आपका 

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♥अश्रु जल...♥

मकई के दानों की इडली

" मै ,तुम और हम ......."

सादा जीवन सुख से जीना

बरखा बहार आयी

प्रतिकार

आज के इंसान की सच्चाई

दर्द एक तिलिस्म है

व्हाट्स-एप ग्रुप-लघुकथा

एक व्यंग्य :---अन्तरात्मा की आवाज़

भारत की २ महान विभूतियों को समर्पित २९ जुलाई

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अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिन्द !!!

5 टिप्पणियाँ:

Sadhana Vaid ने कहा…

महारानी गायत्री देवी को भावभीनी श्रद्धांजलि ! आज के बुलेटिन के सभी सूत्र सार्थक व पठनीय ! मेरी प्रस्तुति 'प्रतिकार' को सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से धन्यवाद एवं आभार शिवम् जी !

Jyoti Dehliwal ने कहा…

महारानी गायत्री देवी के बारे में सविस्तर जानकारी हेतु धन्यवाद। सभी लिंक्स बहुत अच्छे है।
मेरी ब्लॉग पोस्ट'कॉर्न इडली' को सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से धन्यवाद एवं आभार शिवम् जी !

कविता रावत ने कहा…

महारानी गायत्री देवी को हार्दिक श्रद्धा सुमन!
बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति में मेरी पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति।

गगन शर्मा, कुछ अलग सा ने कहा…

बेहतरीन जानकारी

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