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रविवार, 4 सितंबर 2016

प्रश्नकर्ता शूर्पणखा बन जाता है ...:)




सिर्फ प्रश्न उठानेवाला तब तक प्रश्न करता है , 
जब तक सहनशक्ति चुड़ैल या दानव न बन जाए, 
यदि ऐसा नहीं होता है तो प्रश्नकर्ता शूर्पणखा बन जाता है ... :)

4 टिप्पणियाँ:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

बढ़िया रविवारीय अंक ।

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

बढ़िया।

गगन शर्मा, कुछ अलग सा ने कहा…

शुभ दिन की मंगलकामनाएं

कविता रावत ने कहा…

बहुत सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!
सभी को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!

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