रात भर उधेड़ा था
दिन भर बुना था खुद को
फिर भी एक फंदा गिरा मिला …
नसीहतों की सूई से उठाने के लिए
जाने कितने हाथ बढे
होड़ थी नाम की
और मुझे ख़ामोशी चाहिए थी
आज तक
एक फंदा गिरा हुआ लेकर चल रही हूँ ...
दिन भर बुना था खुद को
फिर भी एक फंदा गिरा मिला …
नसीहतों की सूई से उठाने के लिए
जाने कितने हाथ बढे
होड़ थी नाम की
और मुझे ख़ामोशी चाहिए थी
आज तक
एक फंदा गिरा हुआ लेकर चल रही हूँ ...
नसीहतों से हम जबरदस्ती नहीं कर सकते,
ना ही नाम कमाना है
बस जो भावनाओं की फसल आपने लगाई थी
उसे समय समय पर सींचें
नए बीज लगायें
आज की यादें ...
15 टिप्पणियाँ:
कोशिश जारी है... अबकी जो आए तो :)
नमन प्रयास को
नमन लेखनी को
सदा की तरह निशब्द
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
और
गीत ये गलियाँ ये गलियाँ .....
भी साथ में
याद आ रहा है :)
भावनाओं की फ़सल को सींचते रहें यह लाज़िमी है। मुमकिन कोशिश रहेगी। सुन्दर प्रस्तुति एवं मुझे शामिल करने के लिए आभार रश्मि जी।
अभिभूत हूँ 'सुधीनामा' को भी यहाँ देख कर ! आपका स्नेह अतुलनीय है रश्मिप्रभा जी ! बहुत-बहुत आभार आपका !
दीदी! इनमें कितने ब्लॉग तो ऐसे हैं जिनसे पहली बार मिल रहा हूँ... यह श्रृंखला बुक मार्क करके रख लेने जैसी है... जब कभी पुराने लोगों की याद आए घूम आएँ... मेरा और चैतन्य का साझा ब्लॉग "संवेदना के स्वर" भी था...!!
मेरा ब्लॉग "ये जीना भी कोई जीना है लल्लू" सम्मिलित करने के लिए धन्यवाद. सभी एक से बढ़कर एक उम्दा ब्लॉग.
लिंक तो छुट्टी में ही पढ़ पायेंगे हम।
लिंक तो छुट्टी में ही पढ़ पायेंगे हम।
बहुत अच्छी यादें ..आभार
बहुत खूब |अब फिरसे इन ब्लोग्स पर जाने का मन हो रहा है |
यह सभी लोग अगर फ़िर से सक्रिय हो जाएँ तो हिन्दी ब्लॉग जगत मे फ़िर से रौनक लौट आए |
ब्लाग को शामिल करने का लाभ यह होता है कि कई अच्छे ब्लाग पढ़ने मिल जाते हैं इसलिये धन्यवाद रश्मि जी .
अभी यहाँ का मौसम बहुत सुहाना है और बादलों सा अस्तित्व उड़ा जा रहा है ।
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बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!