प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
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आज आप को कुछ हिंदी फ़िल्मी गीतों के बारे मे बता रहा हूँ जो अगर गौर किया जाये तो लगता है कि कुछ बीमारियों का वर्णन करते हैं:
गीत - जिया जले, जान जले, रात भर धुआं चले
बीमारी - बुखार
गीत - तड़प-तड़प के इस दिल से आह निकलती रही
बीमारी - हार्ट अटैक
गीत - सुहानी रात ढल चुकी है, न जाने तुम कब आओगे
बीमारी - कब्ज़
गीत - बीड़ी जलाई ले जिगर से पिया, जिगर म बड़ी आग है
बीमारी - एसिडिटी
गीत - तुझमे रब दिखता है, यारा मैं क्या करूँ
बीमारी - मोतियाबिंद
गीत - तुझे याद न मेरी आई किसी से अब क्या कहना
बीमारी - कमज़ोर यादाश्त
गीत - मन डोले मेरा तन डोले
बीमारी - चक्कर आना
गीत - टिप-टिप बरसा पानी, पानी ने आग लगाई
बीमारी - यूरिन इन्फेक्शन
गीत - जिया धड़क-धड़क जाये
बीमारी - उच्च रक्तचाप
गीत - हाय रे हाय नींद नहीं आये
बीमारी - अनिद्रा
गीत - बताना भी नहीं आता, छुपाना भी नहीं आता
बीमारी - बवासीर
और अंत में
गीत - लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है
बीमारी - दस्त
गीत - जिया जले, जान जले, रात भर धुआं चले
बीमारी - बुखार
गीत - तड़प-तड़प के इस दिल से आह निकलती रही
बीमारी - हार्ट अटैक
गीत - सुहानी रात ढल चुकी है, न जाने तुम कब आओगे
बीमारी - कब्ज़
गीत - बीड़ी जलाई ले जिगर से पिया, जिगर म बड़ी आग है
बीमारी - एसिडिटी
गीत - तुझमे रब दिखता है, यारा मैं क्या करूँ
बीमारी - मोतियाबिंद
गीत - तुझे याद न मेरी आई किसी से अब क्या कहना
बीमारी - कमज़ोर यादाश्त
गीत - मन डोले मेरा तन डोले
बीमारी - चक्कर आना
गीत - टिप-टिप बरसा पानी, पानी ने आग लगाई
बीमारी - यूरिन इन्फेक्शन
गीत - जिया धड़क-धड़क जाये
बीमारी - उच्च रक्तचाप
गीत - हाय रे हाय नींद नहीं आये
बीमारी - अनिद्रा
गीत - बताना भी नहीं आता, छुपाना भी नहीं आता
बीमारी - बवासीर
और अंत में
गीत - लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है
बीमारी - दस्त
अगर आपको भी ऐसे कुछ गात मालूम हो तो हमारे साथ जरूर सांझा करें |
सादर आपका
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कह दिया सो कह दिया पवित्र है है तो है दिखा मत कह देना कहाँ से दिखायेगा
सुशील कुमार जोशी at उलूक टाइम्स
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
3 टिप्पणियाँ:
हा हा !
सुंदर बीमारियाँ सुंदर लक्षण ।
क्या चीर फाड़ किये हैं गजब ।
आप उठा भी लाये 'उलूक'
की पवित्री को यहाँ भी
छिड़कने के लिये आभार है ।
अभी तो पहले देश पवित्र हो रहा है ।
व्यापम से शुरु हो रहा है ।
bahut khoob ..gazab ki bimari .....jahan na pahunche ravi wahan pahunche kavi ......
आप सब का बहुत बहुत आभार |
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