Subscribe:

Ads 468x60px

कुल पेज दृश्य

शुक्रवार, 22 जून 2018

गलती आपकी थी, जो खुद पर हँसे




दूसरों पे हँसना आसान है,
स्वयं पर हँसना कठिन ..
तो हमने स्वयं पर हँसने का रास्ता चुना,
दूसरों की अति हास्यास्पद हरकत पर भी,
गम्भीर रहे ।
अब लो,
सब कहते हैं, 
गलती आपकी थी, जो खुद पर हँसे 

6 टिप्पणियाँ:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

सुन्दर बुलेटिन।

विकास नैनवाल 'अंजान' ने कहा…

सुरुचिपूर्ण संकलन। बधाई।

कविता रावत ने कहा…

बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति

Anita ने कहा…

बहुत बहुत आभार रश्मि जी, छोटा और सुंदर सा बुलेटिन..

Unknown ने कहा…

bahut sundar shabdo ka istemaal kiya hai aapne
How to Setup Auto Ads for AMp Website

Atoot bandhan ने कहा…

शानदार बुलेटिन , अच्छा प्रस्तुतीकरण

एक टिप्पणी भेजें

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!

लेखागार