प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
संसार के सबसे बड़े पापी वो लोग होते हैं जो दिल जलाने वाली बात बोलने के बाद भी कहते हैं...
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
"देख भाई बुरा मत मानना!"
सादर आपका
शिवम् मिश्रा
प्रणाम |
संसार के सबसे बड़े पापी वो लोग होते हैं जो दिल जलाने वाली बात बोलने के बाद भी कहते हैं...
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
"देख भाई बुरा मत मानना!"
सादर आपका
शिवम् मिश्रा
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अपने सबसे प्यारे दोस्त को ताउम्र खुश रख पाने का सुख.....
पटेल को क्यों भूली कांग्रेस?
आज़ादी का मोल
रानी पद्मिनी की कहानी
कुनू जुनू - ये है तुम्हारी नानी/दादी की कहानी
बिहार- निजी क्षेत्र में आरक्षण
स्व धर्मे निधनं श्रेयः
शुभम धीमान: एक नवोदित कवि
द वीपींग बुद्धा ---व्यंग्य बांण
ग़ज़ल
भूपेन हजारिका जी की छटी पुण्यतिथि
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
6 टिप्पणियाँ:
सुन्दर बुलेटिन शिवम जी ।
सुन्दर बुलेटिन
पोस्ट शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
सुन्दर बुलेटिन
पोस्ट शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
पठनीय सूत्रों से सजा बुलेटिन..आभार !
आप सब का बहुत बहुत आभार |
स्व धर्म क्या है तो, आत्म तत्व ज्ञान आधारित मनुष्य जीव सिर्फ मानते ही नहीं अव्वल दर्जे के नागरिक की तरह अनुभूति के आधार पर जानते भी है और यह अलौकिक अनुभूति करने पर मनुष्य जीव का जीते-जी दुसरा जन्म होता है जीस में मरण नहीं सिर्फ स्मरण ही होता है मैं कौन हूं के साक्षात्कार की अनुभूति से जी, बहुत बढ़िया सुंदर सकारात्मक ऊर्जा उठीं मन में आपके लेखन द्वारा और गुरु कृपा से धन्यवाद सुप्रभात जी 🙏
एक टिप्पणी भेजें
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!