सभी ब्लॉगर मित्रों को मेरा सादर नमस्कार।
आप सभी को बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा की ढेर सारी बधाई और हार्दिक शुभकामनाएँ। सादर ... अभिनन्दन।।
अब चलते हैं आज कि बुलेटिन की ओर .....
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
4 टिप्पणियाँ:
बढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति हर्षवर्धन । आभारी है उलूक सूत्र 'आज कुछ टुकड़े पुराने जो पूरे नहीं हो पाये टुकड़े रह गये' को आज की बुलेटिन में जगह मिली ।
वसंत से ओतप्रोत ब्लॉग बुलेटिन की चुनिंदा प्रस्तुतियों में मेरी पोस्ट जाना पहचाना सच को भी शामिल करने हेतु आपको धन्यवाद । आभार सहित...
बहुत सुन्दर वासंती रंग भरी बुलेटिन प्रस्तुति ...
Aabhar sahit shubhkamnaye ...
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बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!