Subscribe:

Ads 468x60px

कुल पेज दृश्य

शनिवार, 11 फ़रवरी 2017

तीन सवाल - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

एक बार एक लड़के ने एक बुजुर्ग से पूछा, "बाबा, जब एक दिन दुनिया से जाना है तो फिर लोग पैसे के पीछे क्यों भागते हैं?"

"जब जमीन जायदाद जेवर यहीं रह जाते हैं तो लोग इनको अपनी जिंदगी क्यों बनाते हैं?"

"जब रिश्ते निभाने की बारी आती है तो दोस्त ही दुश्मनी क्यों निभाते हैं?"

बुजुर्ग ने गौर से तीनों सवाल सुने। फिर उसने माचिस की डिब्बी से तीन तीलियां निकालीं। दो तीलियां उसने फेंक दीं और एक तीली को आधा तोड़कर उसका ऊपर वाला भाग फेंक दिया। उसके बाद नीचे वाले भाग को नुकीला बनाकर अपना दांत कुरेदते हुए बोला,

.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
"चल भाग यहाँ से, मुंझे नहीं पता।"
 
सादर आपका
 

10 टिप्पणियाँ:

मुकेश पाण्डेय चन्दन ने कहा…

आभार
मेरी पोस्ट शामिल करने हेतु ।
बाकि लिंक भी रोचक और उपयोगी है ।

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

बढ़िया सवाल और सटीक जवाब :) सुन्दर बुलेटिन शिवम जी ।

shikha varshney ने कहा…

बढ़िया सूत्र। आभार।

shikha varshney ने कहा…

बढ़िया सूत्र।

Barun Sakhajee Shrivastav ने कहा…

आभारी हूं।

Asha Lata Saxena ने कहा…

आज के अंक में मेरी रचना की लिंक शामिल करने के लिए धन्यवाद |

कविता रावत ने कहा…

सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति ...

Onkar ने कहा…

बहुत सुन्दर लिंक्स. मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार

शिवम् मिश्रा ने कहा…

आप सब का बहुत बहुत आभार|

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

शमिल करने का आभार ... अच्छे लिनक्स मिले

एक टिप्पणी भेजें

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!

लेखागार