आदरणीय ब्लॉगर मित्र मंडली तथा पाठकगण,
सादर प्रणाम
आज विश्व पर्यावरण दिवस (World Enviornment Day) है | आज के दिन कम से कम हर एक भारतवासी को एक पौधा तो लगाना चाहियें | यदि मुमकिन हो तो एक तुलसी का पौधा तो ज़रूर लगाने का प्रयास करें क्योंकि तुलसी प्रदुषण की रोकधाम करती है और हमारे पर्यावरण की रक्षा करती है |
पेड़ हमारे कितने प्रकार से काम आते हैं | लकड़ी काट दरवाज़े बना कर हम अपना घर महफूज़ करते हैं | इसकी छाँव में लेट कर आराम करते हैं | इसकी लकड़ी को जला कर हवन करते हैं, ठण्ड में सर्दी से बचते हैं खुद को जिंदा और गरम रखते हैं | हम अपने जीवन में उतनी अक्सिजन का प्रयोग करते है जितनी दो पेड़ अपने पुरे जीवन में निकालते है | हमारे जीवन पर प्रकृति का यह भी एक ऋण है जिसे हमचाह कर भी अदा नहीं कर सकते | बदले में इतना तो ज़रूर कर सकते हैं के अपने आस पास कुछ पेड़ ही लगा लें और उनकी देखभाल की ज़िम्मा लें | यदि हम सब इसी प्रकार से जल्दी जल्दी जंगल काट काट कर शहर खड़े करते गए तो एक दिन ऐसा आएगा के कुछ नहीं बचेगा और हमारे जीवन में दिक्कतों की कतार लगी होगी और उन्हें सुलझाने के लिए किसी भी प्रकार का कोई भी प्राकृतिक साधन उपलब्ध नहीं होगा | मैं विश्व पर्यावरण दिवस पर आप से बस यही जाग्रति की उम्मीद करता है हूँ के आप सभी मिलकर पर्यावरण बचाएं | पेड़ लगायें | भविष्य सुरक्षित और सुन्दर बनायें |
आज की कड़ियाँ
अब इजाज़त | आज के लिए इतना ही कल फिर मुलाक़ात होगी | आभार |
जय हो मंगलमय हो | जय श्री राम | हर हर महादेव शंभू | जय बजरंगबली महाराज
17 टिप्पणियाँ:
धन्यवाद।
sundar shandar buletin ....
बहुत ही खूबसूरत और उम्दा प्रस्तुति
लाजबाब मेहनत और
बेमिसाल-संग्रहनीय पोस्ट
हार्दिक शुभकामनायें
है हरियाली
जीवन खुशहाल
सब निहाल
== संजय जोशी 'सजग "
सुन्दर सन्देश देता आज का बुलेटिन !!
ये तो सहेजने लायक पोस्ट है और लिंक्स भी अनूरूप हैं, बहुत शुभकामनाएं.
रामराम.
खुश हाली का संदेश देता बहुत ही खूबसूरत बुलेटिन !!
हमने ही बंटाधार किया है, हमको ही अब सुधार करना है।
पर्यावरण दिवस पर सहेजे हुए चित्र अद्भुत ...एक -एक चित्र बहुत ही सुन्दर और सन्देश देते हुए..अगर ...पर्यावरण अनुकूल चाहिए तो हमें ही सुधार लाना होगा अपने जीवन में...शुरुआत करनी होगी अपने आस पास से ही...
बहुत सार्थक लगा इस दिवस पर अपना पोस्ट भी देख कर...बहुत बहुत धन्यवाद तुषार जी ..!!
हरी - भरी बुलेटिन पेश करने के लिए हार्दिक धन्यवाद भाई। :)
घुइसरनाथ धाम - जहाँ मन्नत पूरी होने पर बाँधे जाते हैं घंटे।
पर्यावरण विशेषांक के लिये बहुत-बहुत बधाई. सुंदर चित्रावली. मुझे भी सम्मिलित करने हेतु आभार......
बहुत ही शानदार लगा बुलेटिन का यह विश्व पर्यावरण दिवस विशेषांक ... इस सार्थक पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार तुषार !
उम्दा समग्र ....बधाई ....धन्यवाद
उम्दा समग्र ....बधाई ....धन्यवाद
बारिश शुरू होते ही कई पौधे लगाने हैं।
जय हो सब मंगलमय हो | आप सभी ने हमारी बुलेटिन की सराहना की और हमें अपना स्नेह, आदर और सम्मान प्रदान किया उसके लिए आप सभी मित्रगण का दिल से शुक्रिया | यहाँ पधारने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद | आभार
वाह तुषार भाई क्या सुंदर चित्रों से सजीव कर दिया "पर्यावरण"दिवस
गजब की प्रस्तुति
बधाई
आग्रह है
गुलमोहर------
एक टिप्पणी भेजें
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!