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बुधवार, 19 जून 2013

20 जून विश्व शरणार्थी दिवस पर विशेष ब्लॉग बुलेटिन

ब्लॉग बुलेटिन के सभी मित्रों को हार्दिक नमस्कार।

कल 20 जून है यानि विश्व शरणार्थी दिवस। यह दिवस ऐसे लोगों के अदम्य साहस और धैर्य को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है, जो भुखमरी, हिंसा और आतंकवाद से परेशान होकर अपने देश से दूसरे देशों में पलायन कर जाते हैं। पूरा लेख यहाँ पढ़े ....
















अब चलते हैं बुलेटिन की ओर ....



                                               इन डरावनी उपत्यकाओं में....


                                                         जो है, सो है 



                                        हरे सपने...एक कहानी..मेरी आवाज़ में..

                                                     बांका है तो माका है


                                             वैकुंठ पेरुमाल मन्दिर, काँचीपुरम


12 टिप्पणियाँ:

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

सुन्दर सूत्रों से सजा बुलेटिन !!

suresh swapnil ने कहा…

सराहनीय चयन. एक उपेक्षित समाज की ओर ध्यान देने का उत्तम प्रयास.

shikha varshney ने कहा…

सार्थक जानकारीपूर्ण बुलेटिन

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

बहुत उम्दा,सराहनीय लिंक्स

RECENT POST : तड़प,

Tamasha-E-Zindagi ने कहा…

बढ़िया बुलेटिन

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

सबको उनकी जन्मभूमि मिले, सुन्दर सूत्र, आभार

P.N. Subramanian ने कहा…

कृतज्ञ हूँ

शिवम् मिश्रा ने कहा…

शानदार बुलेटिन हर्ष बाबू ... लगे रहिए !

अरुणा ने कहा…

सब अपने ठिकाने अच्छे से पहुँच जाएँ ..........यही कामना है

सुज्ञ ने कहा…

सरस पतों तक पहुँचाते सार्थक सूत्रों की डोर, पठनीय बुलेटीन!!

मेरी पोस्ट " बांका है तो माका है" को सम्मलित करने ले लिए आभार!!

HARSHVARDHAN ने कहा…

आप सबका बहुत - बहुत आभार।

कविता रावत ने कहा…

सार्थक बुलेटिन प्रस्तुति ...

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