Subscribe:

Ads 468x60px

कुल पेज दृश्य

शनिवार, 23 दिसंबर 2017

वेटर का बदला - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

एक बार बैंक मैनेजर अपने बीवी बच्चों के साथ होटल में गये।
बैंक मैनेजर: खाने में क्या क्या है?
वेटर: जी मलाई कोफ्ता, मटर पनीर, कढ़ाई पनीर, दम आलू, मिक्स वैज, आलू गोभी।
बैंक मैनेजर: मटर पनीर और रोटी दे दो। दाल कौन कौन सी है?
वेटर: दाल फ्राइ, दाल तड़का, मूंग की दाल और मिक्स पंचरत्न दाल।
बैंक मैनेजर: 1 फुल दाल फ्राई दे दो।
वेटर: सर पापड़ ड्रॉइ दूँ या फ्राई?
बैंक मैनेजर: फ्राई।
वेटर (बड़ी शालीनता से): सर मिनरल वाटर ला दूँ।
बैंक मैनेजर: हाँ ला दे।
वेटर: सर आपका आर्डर हुआ है - मटर पनीर, रोटी, दाल फ्राई, फ्राई पापड़ और 1 मिनरल वाटर।
बैंक मैनजर: हाँ भाई, फटाफट लगा दे।
वेटर: लेकिन सब कुछ खत्म हो चुका है अभी कुछ नहीं है।
बैंक मैनजर (विनम्रता सेे): तो महाराज आप इतनी देर से बक-बक क्यों कर रहे थे? पहले ही बता देते।
वेटर: बैंक मैनेजर साहब, मैं रोज एटीएम जाता हूँ। वो एटीएम मुझसे पिन कोड, Saving/Current Account, Amount, Receipt सब कुछ पूछता है और लास्ट में बोलता है "No Cash"। अब समझ में आया मुझे उस टाइम कैसा लगता है?

बैंक मैनेजर बेहोश!

सादर आपका

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

दिल तो अभी बच्चा है जी ...


माँ ..... पिता ......


२९०. ज़िम्मेदारी


दोनों ही गूंगे !!!!


कानून के साथ एक साक्षात्कार


ट्रेन नोट्स - अयांश बाबु की शैतानियों के चिट्ठे


स्कूल गया बच्चा : आरसी चौहान


पूर्व प्रधानमंत्री के 'सम्मान' की लड़ाई


पर्ल हार्बर, हवाई


बेचारा गुल्लक !


ख़्वाहिशें सुलगती हैं इश्तहार में लिपटे देख कर हसीं मंज़र


~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिन्द !!!

6 टिप्पणियाँ:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

जय हो वेटर की मैंनेजर साहब को नोट सुँघाना चाहिये :) बढ़िया बुलेटिन शिवम जी।

Parmeshwari Choudhary ने कहा…

आज के बुलेटिन में यात्रानामा शामिल करने के लिए आभार शिवम् जी .

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

चुटकुला बढ़िया है. लिंक अभी देखा नहीं.

निवेदिता श्रीवास्तव ने कहा…

अहा ...... इतने अच्छे पठनीय सूत्रों में झरोखा को सम्मिलित करने के लिये आभार :)
कोशिश करती हूँ सब पोस्ट पर पहुँचने की .....

सदा ने कहा…

वाह बहुत ही अच्छे लिंक्स एवं प्रस्तुति ...

शिवम् मिश्रा ने कहा…

आप सब का बहुत बहुत आभार |

एक टिप्पणी भेजें

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!

लेखागार