प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
दुनिया में अभी उतनी बुराई नही फैली है जितना हम और आप सोच रहे हैं ...
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समोसे के साथ मीठी और तीखी चटनी अभी भी फ्री ही मिल रही है।
समोसे के साथ मीठी और तीखी चटनी अभी भी फ्री ही मिल रही है।
सादर आपका
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ज्ञान को आत्मसात करना ही श्रेयस्कर है
जन्म दिन अभी तक तो तेरा ही हो रहा है आज के दिन कौन जाने कब तक
गुजरेगा जनाजा...........
गांधी को किसने मारा ?
पूर्व प्रधानमंत्री स्व॰ श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की १११ वीं जयंती
सरकार से नहीं डिस्लाइक से डर लगता है साहब !
व्यंग्य – शुभचिन्तकों के कट आउट
नव-भारत के राष्ट्रपिता और मोहन गाँधी
.....कल का क्या ...
जीभ और दांत
दम आलू बनाने की विधि
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
5 टिप्पणियाँ:
अब आप कैसे सोच ले रहे हैं कि दुनियाँ इतनी अच्छी हो जायेगी कि समोसे भी फ्री में दे जायेगी ? :) बहुत सुंदर प्रस्तुति । आभार 'उलूक' का सूत्र 'जन्म दिन अभी तक तो तेरा ही हो रहा है आज के दिन कौन जाने कब तक' को स्थान दिया शिवम जी ।
वाकई दुनिया इतनी बुरी नहीं है।
वाकई दुनिया इतनी बुरी नहीं है।
सही है।
आप सब का बहुत बहुत आभार |
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