प्रिये ब्लॉगर मित्रों,
प्रस्तुत कर रहा हूँ आज की बुलेटिन | अचानक बैठे बैठे कुछ भाव दिल में आये और उन्हें अपनी कलम से कागज़ पर यूं ही उतार दिया | ऐसा शायद सभी की साथ कभी ना कभी ज़िन्दगी में ज़रूर हुआ होगा | कोई न कोई ऐसा इंसान ज़रूर होगा जिसका इंतज़ार जीवन भर रहा होगा | उम्मीद है मेरी छोटी सी कोशिश आपको पसंद आएगी |
वो कहते हैं इश्क नहीं
होता पहली नज़र में
मैंने जिस से भी किया
आज भी निभा रहा हूँ
सुलगते जो दिल में
जज़्बात रहते हैं मेरे
आज लिखकर उन्हें
दिलसे बतला रहा हूँ
वो आया था नज़रों में
फिर दिल को भा गया
एक निगाह डाल कर
मुझे अपना बना गया
रंग ऐसा चढ़ा उसका
छुड़ाए छुट न सका
बाद मुददतों के भी
नाम मिट न सका
पतंगा बन कर रहा
आग में जलता रहा
बरसों 'निर्जन' यूँ ही
बस पिघलता रहा
इंतज़ार उसका मुझे
आज भी है ऐ दोस्त
उम्रभर इश्क को मेरे
जो बैठा परखता रहा
आज की कड़ियाँ
अब इजाज़त | आज के लिए बस यहीं तक | फिर मुलाक़ात होगी | आभार
जय श्री राम | हर हर महादेव शंभू | जय बजरंगबली महाराज
8 टिप्पणियाँ:
सुन्दर बुलेटिन !!
Intzar uska mujhe ...rachna acchi lgi
सुन्दर लिंक्स से सुसज्जित बढिया बुलेटिन्।
behtreen buleteen...
तुषार जी बहुत बुलेटिन बहुत बढिया लिंक आभार
नवीन पोस्ट
How to Use Pendrive as Password In Hindi अपनी पेनड्राइव को बनाइये अपने कम्प्यूटर का पासवर्ड
Create a Bootable Pendrive For Windows 7 / Windows पेनड्राइव को विण्डोज 7 और 8 के लिये Bootable बनायें
How To Use Pendrive As RAM अपनी पैनड्राइव को रैम की तरह प्रयोग कैसे करें
शुक्रिया दोस्तों | आप सभी को मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं |
सुन्दर सूत्रों को संकलन..
बढ़िया बुलेटिन तुषार भाई !
एक टिप्पणी भेजें
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!