आदरणीय ब्लॉगर मित्रों सादर नमस्कार,
आज की एक झटपट बुलेटिन लेकर हाज़िर हुआ हूँ उम्मीद है कुछ असर तो डालने में कामयाब होगी ।
अरुण अधर, नीले नयन
मुख है चाँद चकोर
प्रियेसी एक होगी ऐसी
वो होगी मनभावन चित्त चोर
आएँगी खुशियों की शाम भी
हो ना ऐ दिल उदास
हर गीत जीवन में देगा
तुझको फिर एक नई आस
करेगा तू उस दिलबर पर
उम्रभर फिर नाज़.…
आज की कड़ियाँ
अफ़वाहें और उनसे जूझते हम सब - अविनाश वाचस्पति
एक लडकी के लिए इंजीनियर की प्रेम कविता - मस्ती मालगाड़ी
प्रेम - व्यापार - डॉ मंजुलता सिंह
तीन प्रेम कहानियां और मरलिन मुनरो की कविताएं! - राजेंद्र तिवारी
बातें तुम्हारी प्रिये क्यों ठहरी-ठहरी - अभिरंजन कुमार
मेरी व्यथा - मुकेश
राजस्थान की प्रेम कहानियाँ - रतन सिंह शेखावत
अपने ही मन से कुछ बोलें : अटल बिहारी बाजपेयी - प्रेम सरोवर
लौट आओ - सोम ठाकुर
प्रदीप सैनी की प्रेम कविताएं - बिमलेश
ज्वलंत समय में लिखना प्रेम कविता - प्रशांत
अब इजाज़त | आज के लिए बस यहीं तक | फिर मुलाक़ात होगी | आभार
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अरुण अधर, नीले नयन
मुख है चाँद चकोर
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हो ना ऐ दिल उदास
हर गीत जीवन में देगा
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अब इजाज़त | आज के लिए बस यहीं तक | फिर मुलाक़ात होगी | आभार
जय श्री राम | हर हर महादेव शंभू | जय बजरंगबली महाराज
7 टिप्पणियाँ:
अच्छे लिंक्स
बहुत सुंदर लिंक्स.
रामराम.
सुन्दर और रोचक सूत्रों से सजा बुलेटिन।
संतुलित सुंदर बुलेटिन ,,,
RECENT POST : जिन्दगी.
झटपटिया सही पर जोरदार बुलेटिन है तुषार भाई ... जय हो !
बहुत सुंदर लिंक्स.
बहुत सुंदर लिंक्स.
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