सलाह पार्लर - आज का स्पेशल बुलेटिन
प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
अत्यंत नम्रता सहित सादर प्रणाम !
आज आप लोगों का स्वागत एक रचना से कर रहा हूँ | उम्मीद करता हूँ के रचना आप सभी को पसंद आएगी और आप मेरे छोटे से प्रयास को अपना आशिर्वाद प्रदान करने की कृपा करेंगे |
पोथी पढ़ के जग मुआ, पंडत भया न कोय
इस कलयुगी दौर में, सबरे पंडत होय
सबरे पंडत होय, बैठे तख्ते ताउस पर
करके ऊँची नाक, सिकोड़े भौहें जीवन भर
दिग्गज हैं सरनाम, तुनकते रहते पल पल
दूजे को खुश देख, कलपते रहते जल जल
कलपते रहते जल जल, खून फुकावत हैं अपना
जलन, इर्ष्या, अभिमान, द्वेष, है इनका सपना
सलाह पार्लर ऑन रहे, होत नहीं कछु काम
'निर्जन' तुमसे कहत रहे, दूर ही से करो प्रणाम
दूर ही से करो प्रणाम, खाते है सबका ये सर
बांचे हर पल प्रस्तावना, करके बकर बकर
मिलत है ऐसे हर जगह, बैठे मुंह बिचकाए
जिसको जितनी चाहियें, सलाह मुफ्त ले जाये
सलाह मुफ्त ले जाये, बात इनकी जो मानी
लंका तुम्हरी लग जाएगी, भरोगे लाला तुम पानी
सुबह हो या शाम, बैठे मिलते दर दर पर
झुण्ड बनाये यारों का, पीटते मॉडर्न चौपड़
पीटते मॉडर्न चौपड़, फांकते रहते गुटके
गट्कें चाय और पान, दिखाते लटके झटके
दिखाते लटके झटके, खाते हैं सबके कान
दूजा जो मेहनत करे, छोड़ें उस पर बान
छोड़ें उस पर बान, बाज़ ये कभी न आते
मोहल्ले में बदनाम, काम कछु इन्हें न भाते
शकुनी मामा कहत रहे, हैं ऐसे लोग महान
भिगो शब्दों से मारिये, बस रहिये सावधान
बस रहिये सावधान, वार पलट कर देंगे
होली है आई पास, बदला यह भी लेंगे
हो जाओ सतर्क, कमर कस लो अब भैया
शब्दों के गुब्बारे चलेंगे, दे दबा दब दैया
दे दबा दब दैया, उठा लो पतवार खेवैया
रंगीन शब्द जल में, तैराओ अपनी नैया
प्रस्तुत है आज का ब्लॉग बुलेटिन
धन्यवाद्
तुषार राज रस्तोगी
15 टिप्पणियाँ:
लाजबाब प्रस्तुती .........
शुभकामनायें ....
क्या बात है आज तो बड़ा ही रंगीन मज़ाज बुलेटिन लगाया है तुषार भाई ! सब लिंक्स चकाचक चमक रहे है ... और कविता भी बहुत कुछ कह रही है ... ऊपर से होली आने को है ... अब आपका यह हाल है तो ठीक होली पर आप क्या क्या रंग दिखाओगे ... काफी कुछ अंदाज़ा लगाया जा सकता है ... ;)
जमाये रहिए महफिल ... जय हो !
अच्छी सतरंगी प्रस्तुति !!
उत्कृष्ट प्रस्तुति भाई साहब .
AASHIRVAAD है रचना को -आशीर्वाद ,ताऊस ,ईर्ष्या ,गटकें ,.....
बढ़िया लिंक्स -सुन्दर प्रस्तुति
बहुत-बहुत शुक्रिया ...अपने ब्लॉग-बुलेटिन में जगह देने के लिए ......
होली का गुब्बारा आपके लिए ....
तैराओ अपनी नैया खूब,होली के रंगों में
हमसे रहियो बच के वरना,कहलाओगे लफंगों में
वाह!!!क्या बात है,,,तुषार जी,,,आज तो आपने ब्लॉग बुलेटिन में अपना जलवा दिखा दिया,,,बधाई ,,,
Recent post: रंग गुलाल है यारो,
very nice presentation tushar ...aur aapka bahut bahut shukriya meri kavita ko blog bulletin par jagah dene ke liye ..dhere dhere sabki rachnaayein padh paau tabhi in links ko hum sab tak pahuchaana sarthak hoga :-) achhe kaam ke liye badhai :-)
सार्थक संग्रह----शानदार संयोजन
बहुत खूब ....अच्छे लिंक्स दिए आपने और हाँ ! अपने इस गुलदस्ते में मुझे स्थान देने का बहुत बहुत आभार ।
वाह ... बहुत खूब ... बेहतरीन लिंक्स के साथ उम्दा प्रस्तुति
आया बुलेटिन गाजे बाजे संग ............ वाह
बहुत खूब बुलेटिन...
रंगीन बुलेटिन ...
सभी मस्त लिंक ...
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