Subscribe:

Ads 468x60px

कुल पेज दृश्य

शनिवार, 26 मई 2012

माँ की सलाह याद रखना या फिर यह ब्लॉग बुलेटिन पढ़ लेना

प्रिय ब्लॉगर मित्रो ,
प्रणाम !
एक ईमेल मिला है .....

माँ की सलाह बेटे को ---शादी करने के लिए ....साल दर साल कैसे बदली .........
 
१९६० की शादी ------अपनी जाति की लडकी से
१९७० -------अपने धर्म की
१९८० ---------अपने स्तर की
१९९० ---------अपने देश की
२००० ----------अपने उम्र की 

२०१२ ------------कोई भी हो ....पर लडकी से ही करना ....!!!!!!!!!!!


आगे आने वाले सालों में शायद यह सलाह फ़िर कुछ बदल जाए ........शायद || 

आप इस पर विचार करें ... मैं झटपट ब्लॉग बुलेटिन तैयार कर लेता हूँ !

सादर आपका 


----------------------------------------------------------------------------

लो कर लो बात 

फोन से हुई होगी 

कहाँ से 

कैसी है 

बेशुमार है यहाँ 

क्या करे बेचारा 

बहुत महेंगे होंगे 

और बेईमान नेता के लिए ...क्या

आओ देखो लो फ्री फ़ोकट में ...

सीमा पर खड़े फौजी को क्यों नहीं मिलती 

कौन घूम रहा है 

हुआ किसका 

वूफ ... वूफ ... वूफ 

हम्म 

आपका आभार 

एक साथ 

मैं भी 

पर क्या 

माल जो मुफ्त मिले जम कर उड़ाते रहिये 

ऐसा क्या  

गर्व की बात है 

----------------------------------------------------------------------------

अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिंद !!

26 टिप्पणियाँ:

Archana Chaoji ने कहा…

पोस्टो के शीर्षक ही इतने आकर्षक है ,और उस पर शिवम् की लाईने वाह !

Madhuresh ने कहा…

कोई भी हो ....पर लडकी से ही करना ....!!!
हाहाहा... शिवम् भाई, बिलकुल सही तरीके से व्यक्त किया है आज की परिस्थिति को:) लिंक्स भी देखता हूँ अब..

Satish Saxena ने कहा…

बढ़िया माल परोसा है ....
शुक्रिया भाई ...

दिलीप ने कहा…

waah bhai waah maja aa gaya...thoda chakha hai baaki kal khaoonga...dhanywaad...

संतोष त्रिवेदी ने कहा…

...आपका चयन राष्ट्रवाद ,सामजिक सरोकार और नैतिक मूल्यों के आधार पर है,यह प्रशंसनीय है !

..हमका जगह देने का आभार शिवम भाई !

travel ufo ने कहा…

ये आपकी लाइने उन शीर्षको से कम नही हैं जो विद्धानो ने लगाये है। कभी हमारे यहां भी देखियेगा आकर कि आप क्या शीर्षक बदल सकते हैं

अजय कुमार झा ने कहा…

एकदम सन्नाट सजाए हैं हो शिवम भाई । लिंक्स सब तो जोरदार हईये है हमेशा की तरह बकिया सलाह कुंवारा छौंडा सब के लिए कारगर है ।

गगन शर्मा, कुछ अलग सा ने कहा…

शिवम जी, बहुते खूब

विभा रानी श्रीवास्तव ने कहा…

बहुतै खूब भाई .... अलग-अलग पोस्ट पर अलग-अलग सलाह .... !!
*मैं एक आम इन्सान हूँ
मैं भी*
तभी तो आप खास हो जाते हैं .... :D

RITU BANSAL ने कहा…

सीमा पर खड़े फौजी ने जीवन देश के नाम किया है ..उनके लिए हम अपना ह्रदय न्योछावर करते हैं ..
अपना सुख चैन छोड़ कर वो हमरे सुख चैन की चिंता करते हैं
उनको शत शत नमन ...
मेरे ब्लॉग को स्थान देने के लिए धन्यवाद
कृपया ज़रूर पधारें एक नए ब्लॉग पर -
'गीत बोल उठे '

रश्मि प्रभा... ने कहा…

दुरुस्त सलाह .... जहाँ देखो वक़्त के बिगड़े मिजाज़ हैं , पर लिंक्स समय के अनुकूल हैं

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

सुन्दर सूत्र और प्रतिटिप्पणियाँ..

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

2022-लिव-इन रिलेशन से काम चलता हो तो शादी ही मत करना ! :)

सम्वेदना के स्वर ने कहा…

अच्छा हुआ कि हमलोग शादी-शुदा हैं.. लेकिन आपकी सलाह विचारणीय है.. एक पोस्टर लगाकर सारी जनता को यह सूचित करना चाहिए.. जनहित में.. सारी माताएं दुआएं देंगी!! लिंक्स लाजवाब और उनकी पंचलाइन डबल लाजवाब!!!

shikha varshney ने कहा…

लिंक्स के साथ एक लाइन मस्त होती है.बढ़िया बुलेटिन.

महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा…

बहुत बढिया बुलेटिन

मुकेश पाण्डेय चन्दन ने कहा…

sone pe suhaga wala post lagaye hai shivam ji !
meri post lagane ke liye shukriya !

मेरा मन पंछी सा ने कहा…

बहुत ही बेहतरीन लिंक्स है
बढ़िया बुलेटिन :-)

कडुवासच ने कहा…

bahut khoob ...

कडुवासच ने कहा…

... jay ho ! vijay ho !!

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

अच्छा बुलेटिन...बहुत बहुत धन्यवाद भैया मेरी पोस्ट को यहाँ जगह देने के लिए।

सादर

Smart Indian ने कहा…

बहुत बढिया सलाह, बहुत बढिया बुलेटिन, आभार!

Asha Joglekar ने कहा…

बढिया सलाह और बढिया लिंक्स सब पर हो आई । मेरी रचना को शामिल करने का आभार ।

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

बहुत बढिया बुलेटिन, आभार.

दूसरा ब्रम्हाजी मंदिर आसोतरा में जिला बाडमेर राजस्थान में बना हुआ है!..

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

बहुत ही बेहतरीन लिंक्स,,,,,आभार

RECENT POST ,,,,, काव्यान्जलि ,,,,, ऐ हवा महक ले आ,,,,,

Anamikaghatak ने कहा…

abhar...dher sare achchhi links ke liye

एक टिप्पणी भेजें

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!

लेखागार