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रविवार, 11 अगस्त 2019

बरखा कहीं है बहार तो कहीं ढ़ाती कहर....


आज बहुत समय बाद कुछ ब्लॉग्स चुनकर लाई हूँ.  आपने पढ़ रखे हों पहले फिर भी जिन्हें हम पढ़ते हैं,  उनको साझा करना भी लुभाता है.
ब्लॉग के लिंक पर क्लिक करें. उन्हें पढ़ कर वहाँ टिप्पणी दें और यहाँँ टिप्पणी करके यह भी बतायें कि यह संकलन कैसा है!

रात में यदि आँखें थककर भी थपकी लेने से इंकार कर दें तो अनगिनत प्रश्नों के साथ जाने कितनी लंबी हो जाती है... एक दार्शनिक सा खयाल रतजगों और उसके बाद के दिन का...

https://lifeteacheseverything.blogspot.com/2019/08/blog-post_11.html

पिट्सबर्ग में रहने वाले स्मार्ट भारतीय अनुराग अपनी बहुमुखी प्रतिभा एवं  उपलब्धियों के बारे में कम ही बोलते/लिखते हैं. जो उनके ब्लॉग को निरंतर पढ़ते हैं, उन्हें कुछ जानकारी भले मिल जाये. इस बार अपनी ब्लॉग पोस्ट में बता रहे हैं अपनी स्वयं की पुस्तकों एवं सेतु वेब पत्रिका के बारे में भी...
http://pittpat.blogspot.com/2019/08/Books-by-Anurag-Sharma.html

बरखा के मौसम सावन के महीने को हरियाला बना रखा है.  इस मौसम की हिलोर ने मन को प्रफुल्लित भी कर रखा है. ओम निश्छल जी भर लायें हैं बरखा की बूँदों से भरकर ब्लॉग पर...
http://pahleebar.blogspot.com/2019/08/blog-post.html

सावन के सुहाने मौसम में सब हरा ही नहीं है. अनेक राज्यों में बरसात ने अपना तांडव जारी रखा है जिसने बारिश के सन्नाटे के साथ कहीं  उदासी भी बसा रखी है.
https://sanyalsduniya2.blogspot.com/?m=1

जिंदगी के कई रंगों में श्वेत और श्याम भी शामिल है जिससे जिंदगी भी स्वयं निरपेक्ष प्रतीत होती है।

http://www.anusheel.in/2019/08/blog-post_11.html

प्यार शर्तों पर नहीं चलता, कहा यही जाता रहा है मगर सुबह का सूरज उगने की पहली शर्त रात का अँधेरा भी है. सृष्टि में कुछ भी बिना शर्त नहीं.बता रही हैं साधना जी यहाँ पर...
http://sudhinama.blogspot.com/2019/08/blog-post_9.html

शनिवार, 10 अगस्त 2019

मुद्रा स्फीति के बढ़ते रुझानों - दाल, चावल, दही, और सलाद

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

😀😀

"पत्नी ने पति को ऑफिस में फोन करके पूछा- आज लंच में क्या खाया ??

पति ने झल्ला कर कहा- तुम्हें बस इतना ही आता है !! क्या खाया, कौन-सा सीरियल देखा, कौन-सा गाना सुना ?

😀😀

पत्नी ने कहा- ओह माफ करना, तो यह बताइए कि मौद्रिक बाजारों में मुद्रा स्फीति के बढ़ते रुझानों को कम से कम हस्तक्षेप के द्वारा काबू में करने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक को क्या कदम उठाने चाहिए और वित्त मंत्रालय को विदेशी भुगतान के असुंतलन से निपटने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए?

😀😀

थोड़ी देर मौन रहने के बाद पति ने कहा- दाल, चावल, दही, और सलाद खाया।"😀

सादर आपका
शिवम् मिश्रा

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बरसों से इंतेज़ार था...

पारो भाग (9)

क़बूल नहीं मोहब्बत में शर्त

पारदर्शी वक्षस्थल - -

सावन और उद्गगीत

"मंथन"

३७४. उसका बोलना

हे वीर सैनिक तुमको नमन

केसर क्यारी में

शब्दों का जो अर्थ बना है

नमन है तुझको कवि!

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अब आज्ञा दीजिए ... 

जय हिन्द !!!

लेखागार