प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
आज-कल जिनके घर शादी होती है वो भी अलग WhatsApp ग्रुप बनाने लगे हैं और इन ग्रुप में होती हैं कुछ मज़ेदार बातें ... आइये जानें क्या - क्या होता है ...
चाय बन गयी है, सब आ जाओ।
फेरे चालू हो गए, जल्दी पहुँचों।
मौसा जी आप कहाँ हो मंडप में पहुंचो।
मामा जी, दूल्हे का कोट कहाँ है?
और इसी बीच फूफा जी ने ग्रुप छोड़ दिया।
क्योंकि उनको किसी ने अभी तक पूछा ही नहीं है।
सादर आपका
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उलझन
घनघोर अंधेरे में
अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
6 टिप्पणियाँ:
हा हा मजेदार !
आभार।
रोचक बुलेटिन ! आज के इस बुलेटिन में मेरी 'उलझन' को सम्मिलित करने के लिए आभार शिवम् जी !
बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति ..
फूफा और जवाई, इनसे बच कर रहना भाई !
बढ़िया प्रस्तुति।
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