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सोमवार, 1 जनवरी 2018

भारतीय गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री सत्येन्द्रनाथ बोस की १२४ वीं जयंती

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
सत्येन्द्रनाथ बोस (१ जनवरी १८९४ - ४ फ़रवरी १९७४) भारतीय गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री थे। भौतिक शास्त्र में दो प्रकार के अणु माने जाते हैं - बोसानऔर फर्मियान। इनमे से बोसान सत्येन्द्र नाथ बोस के नाम पर ही हैं।

जीवनी 
सत्येन्द्रनाथ बोस का जन्म १ जनवरी १८९४ को कोलकाता में हुआ था। उनकी आरंभिक शिक्षा उनके घर के पास ही स्थित साधारण स्कूल में हुई थी। इसके बाद उन्हें न्यू इंडियन स्कूल और फिर हिंदू स्कूल में भरती कराया गया। स्कूली शिक्षा पूरी करके सत्येन्द्रनाथ बोस ने कोलकाता के प्रसिद्ध प्रेसीडेंसी कॉलेज में प्रवेश लिया। वह अपनी सभी परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक पाते रहे और उन्हें प्रथम स्थान मिलता रहा। उनकी प्रतिभा देखकर कहा जाता था कि वह एक दिन पियरे साइमन, लेप्लास और आगस्टीन लुई काउथी जैसे गणितज्ञ बनेंगे।
सत्येन्द्रनाथ बोस ने सन्‌ १९१५ में गणित में एम.एस.सी. परीक्षा प्रथम श्रेणी में सर्वप्रथम आकर उत्तीर्ण की। उनकी प्रतिभा से प्रभावित होकर सर आशुतोष मुखर्जी ने उन्हें प्राध्यापक के पद पर नियुक्त कर दिया। उन दिनों भौतिक विज्ञान में नई-नई खोजें हो रही थीं। जर्मन भौतिकशास्त्री मैक्स प्लांक ने क्वांटम सिद्धांत का प्रतिपादन किया था। उसका अर्थ यह था कि ऊर्जा को छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटा जा सकता है। जर्मनी में ही अल्बर्ट आइंस्टीन ने "सापेक्षता का सिद्धांत" प्रतिपादित किया था। सत्येन्द्रनाथ बोस इन सभी खोजों का अध्ययन कर रहे थे। बोस तथा आइंस्टीन ने मिलकर बोस-आइंस्टीन स्टैटिस्टिक्स की खोज की।
उन्होंने एक लेख लिखा- "प्लांक्स लॉ एण्ड लाइट क्वांटम" इसे भारत में किसी पत्रिका ने नहीं छापा तो सत्येन्द्रनाथ ने उसे सीधे आइंस्टीन को भेज दिया। उन्होंने इसका अनुवाद जर्मन में स्वयं किया और प्रकाशित करा दिया। इससे सत्येन्द्रनाथ को बहुत प्रसिद्धि मिली। उन्होंने यूरोप यात्रा के दौरान आइंस्टीन से मुलाकात भी की थी। सन्‌ १९२६ में सत्येन्द्रनाथ बोस भारत लौटे और ढाका विश्वविद्यालय में १९५० तक काम किया। फिर शांतिनिकेतन में विश्व भारती विश्वविद्यालय के कुलपति बने। उनका निधन ४ फ़रवरी १९७४ को हुआ। अपने वैज्ञानिक योगदान के लिए वह सदा याद किए जाएँगे।
भारतीय गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री सत्येन्द्रनाथ बोस की १२४ वीं जयंती पर ब्लॉग बुलेटिन टीम और हिन्दी ब्लॉग जगत उन्हें शत शत नमन करता है |
सादर आपका
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अब आज्ञा दीजिये ...

ब्लॉग बुलेटिन टीम की ओर से आप सभी को नव वर्ष की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं |

10 टिप्पणियाँ:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

नववर्ष मंगलमय हो सभी के लिये। सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति शिवम जी।

महेन्‍द्र वर्मा ने कहा…

आभार आपका ।
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।

kunwarji's ने कहा…

नूतन वर्ष 2018 की हार्दिक शुभकामनाएँ। बहुत बहुत आभार पोस्ट को शामिल करने के लिये।

Dr Kiran Mishra ने कहा…

नव वर्ष की मंगलकामनाओं के साथ बहुत - बहुत आभार, आप की लेखनी का सफ़र यूं ही चलता रहे।

JEEWANTIPS ने कहा…

उत्कृष्ट व प्रशंसनीय प्रस्तुति........
नववर्ष 2018 की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।सादर...!

कविता रावत ने कहा…

हार्दिक आभार आपका!
नववर्ष 2018 की सभी को हार्दिक शुभकामनायें!

गगन शर्मा, कुछ अलग सा ने कहा…

सभी अनदेखे अपनों को नव-वर्ष की शुभकामनाएं, आने वाला समय मंगलमय हो

Devendra Gehlod ने कहा…

bahut khoob, jakhira ko list me sthan dene hetu dhanywaad, sabhi post ek se badkar ek... khaskar hasrat mohani sahab wali.

PS: roman me likhne hetu mafi chahunga...

शिवम् मिश्रा ने कहा…

आप सब का बहुत बहुत आभार।

Jyoti khare ने कहा…

सभी सम्मानित रचनाकारों मित्रों को नववर्ष् की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं
शिवम जी को साधुवाद सुंदर लिंक संयोजन के लिए
मुझे सम्मलित करने का आभार
सादर

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