प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |
आज आपको एक किस्सा सुनता हूँ ... कोई नया किस्सा नहीं है ... वही अपना जाना पहचाना वाला है ... पर फिर भी इस मे एक खास बात है ... यह किस्सा कभी पुराना नहीं होता ... चाहे वक़्त कितना भी बदल जाये |
आइये किस्से की ओर चलते है ...
अपनी बुढ़ी सास से बहु ने कहा -:
"माँ जी, आप अपना खाना बना लेना, मुझे और इन्हें आज एक पार्टी में जाना है ...!!"
बुढ़ी माँ ने कहा -: "बेटी मुझे गैस चुल्हा जलाना नहीं आता ...!!"
"माँ जी, आप अपना खाना बना लेना, मुझे और इन्हें आज एक पार्टी में जाना है ...!!"
बुढ़ी माँ ने कहा -: "बेटी मुझे गैस चुल्हा जलाना नहीं आता ...!!"
तो बेटे ने कहा -: "माँ, अगले मोहल्ले मे जो काली माता का मंदिर है उसमें आज भंडारा है , तुम वहाँ चली जाओ खाना बनाना भी नहीं पड़ेगा !!!"
माँ चुपचाप अपनी चप्पल पहन कर मंदिर की ओर चली गई .....
यह पुरा वाक्या 8 साल का बेटा रोहन सुन रहा था |
पार्टी में जाते वक्त रास्ते में रोहन ने अपने पापा से कहा -:
"पापा, मैं जब बहुत बड़ा आदमी बन जाऊंगा ना तब मैं भी अपना घर किसी मंदिर के पास
ही बनाऊंगा ....!!!
माँ ने उत्सुकतावश पुछा -: क्यों बेटा ?
रोहन ने कहा -: क्योंकि माँ, जब मुझे भी किसी दिन ऐसी ही किसी पार्टी में जाना होगा
तब तुम भी तो किसी मंदिर में भंडारे में खाना खाने जाओगी ना और मैं नहीं चाहता कि तुम्हें कहीं दूर के मंदिर में जाना पड़े....
रोहन का जवाब सुनकर उस बेटे और बहु का सिर शर्म से नीचे झुक गया जो अपनी माँ को मंदिर के भंडारे के भरोसे में छोड़ आए थे............
तब तुम भी तो किसी मंदिर में भंडारे में खाना खाने जाओगी ना और मैं नहीं चाहता कि तुम्हें कहीं दूर के मंदिर में जाना पड़े....
रोहन का जवाब सुनकर उस बेटे और बहु का सिर शर्म से नीचे झुक गया जो अपनी माँ को मंदिर के भंडारे के भरोसे में छोड़ आए थे............
तो साहब देखा न आपने ... किस्सा वही ... सुना सुनाया ... सबक हर बार नया |
सादर आपका
================================
First Lok Sabha General Election Scenes - Delhi, January 1952
Piyal Kundu at Old Indian Photos
चुनाव का त्यौहार
रजनीश तिवारी at रजनीश का ब्लॉग
साहित्य की कसौटी
ऋषभ देव शर्मा at ऋषभ उवाच
पुस्तक चर्चा : 'मैं ना कहता था'/ अमर नदीम
Anand Kumar Dwivedi at आनंद
डूबने की जगह...
Suresh Swapnil at साझा आसमान
अपने ख़ास अंदाज़ और स्पस्टवादिता को छोड़ गया अलवेला
ravindra prabhat at परिकल्पना
फुटकर बकवास.
दीपक बाबा at दीपक बाबा की बक बक
देह की मंडी में बिक गयी लक्ष्मी
varsha at likh dala
क्या आप भी गूगल प्लस ईमेल नोटिफिकेशन से हैं परेशान
Abhimanyu Bhardwaj at MyBigGuide
चुनावी माहौल में 'भूतनाथ रिटन् र्स'
deepak kumar at दीपक की बातें
हैप्पी एनिवर्सरी - माँ - पा
शिवम् मिश्रा at बुरा भला
================================
अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
7 टिप्पणियाँ:
सुन्दर बुलेटिन , अच्छे सूत्र ! :)
Information and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
achhi kahani ke sath achhi buletin....sabhi link bhi achhe sazaye hain.....
Good buletin today
और भंडारे होते रहें कम से कम माँ भूखी ना रहे एक सच ये भी ।
मम्मी पापा की 38वीं विवाह वर्षगाँठ पर बधाई शिवम ।
सुंदर हलचल सुंदर संयोजन ।
nice links......................
http://rishabhpoem.blogspot.in/
http://hindikavitamanch.blogspot.in/
सुन्दर और पठनीय सूत्र।
बहुत बढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति ..
एक टिप्पणी भेजें
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!