Subscribe:

Ads 468x60px

कुल पेज दृश्य

शुक्रवार, 19 अप्रैल 2013

रसीले रंगीले हास्य से भरे काइकू


आदरणीय ब्लॉगर मित्रों सादर नमन 

आज की बुलेटिन हास्य रस के नाम । प्रस्तुत हैं अपने लिखे कुछ

'काइकू'

 आशा करता हूँ कोशिश पसंद आएगी
----------------------------------------------------------------------------------------------
अपमान करना तकनीक का, ये मेरा मक़सद नहीं
कोशिश मेरी बस इतनी है, के हंसी आनी चाहियें 
----------------------------------------------------------------------------------------------
असली हैं हाइकू
अपने हैं काइकू
पढ़ो न पढ़ो न 
-------------------------------------------------
सूरत अपनी बदल 
खिलखिलाता चल 
टैक्स नहीं लगता 
-------------------------------------------------
भूकंप आया 
सोते को जगाया 
गुड मोर्निंग मामू
-------------------------------------------------
फेसबुक चैट
नहीं कोई वैट
खूब करो खूब करो 
-------------------------------------------------
मिल प्यार से 
गिला यार से 
दिल से कर 
-------------------------------------------------
संजू स्टार
बाक़ी बेकार
हुए तड़ीपार
-------------------------------------------------
तेरी बेवफाई 
खूब रंग लाइ 
ज़िन्दगी बदल गई 
-------------------------------------------------
दिल का दर्द 
निभा तू फ़र्ज़ 
निकलने दे
-------------------------------------------------
दर्द से जीत 
मुश्किलों से प्रीत 
करके रिलैक्स कर 
-------------------------------------------------
पैग लगा यार 
धुंए में संसार  
चिल्ल कर चिल्ल कर 
-------------------------------------------------
सोना हुआ सस्ता 
हालत अपनी खस्ता 
डार्लिंग कहें खरीदो     
-------------------------------------------------
वफ़ा का सिला 
बेवफा मिला 
दिल पे मत ले यार 
-------------------------------------------------
इश्क का बुख़ार
हाय मारा यार 
बचाओ बचाओ 
-------------------------------------------------
हर दफा नया यार 
वल्लाह तेरा प्यार 
जान बचा गई  
-------------------------------------------------
कलयुगी रिश्ते 
नहीं हैं सस्ते 
महंगाई बढ़ गई 
-------------------------------------------------
खुनी मंज़र 
एहसास हैं बंजर 
करते दिल वीरान
-------------------------------------------------
इश्किया तूफ़ान
बचो गुलफाम
हाय मारा गया 
-------------------------------------------------
किसी का उधार
सर न रख यार 
चुका दे चुका दे 
-------------------------------------------------
गले का फन्दा 
इसक का धंधा 
यार बिजनेस बदल 
-------------------------------------------------
इश्क दिखा या मुश्क 
मौसम आज ख़ुश्क
चल आइसक्रीम खिला 
-------------------------------------------------
मौसम का इशारा 
गर्मी ने मारा 
यार ठंडा तो पिला 
-------------------------------------------------
बहुत हुए काइकू
इजाज़त भाईकू
कहता अलविदा 

----------------------------------------------------------------------------------------------
आज की कड़ियाँ 
----------------------------------------------------------------------------------------------











तो साहेबान आज का खेला खत्म हुआ । फिर मिलते हैं जल्दी ही एक नए अंदाज़ के साथ तब तक कीजिये हंसी-मजाक जी भर कर । नमस्कार ।   

हर हर महादेव शंभू । भारत माता की जय । जय श्री राम । जय कारा वीर बजरंगी का

11 टिप्पणियाँ:

shalini rastogi ने कहा…

बहुत मजेदार लगे जी आपके ...काइकू !

HARSHVARDHAN ने कहा…

तुषार भाई बढ़िया "काइकू"।
अच्छा अब लिंक्स पढ़कर आते हैं।

लेख : विश्व विरासत दिवस (World Heritage Day)
"चाय" - आज से हमारे देश का राष्ट्रीय पेय।

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

हाइकू तो पढ़ा है काइकू पहली बार पढ़ रहा हूँ ,,,मजेदार ,,,

RECENT POST : प्यार में दर्द है,

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

गजब काईकू. शुभकामनाएं.

रामराम.

Manish aka Manu Majaal ने कहा…

ऐसे हाइकु काइकू?
बेलय और बेताल,
पर मजा आया .. !

लिखते रहिये ...

Dr.NISHA MAHARANA ने कहा…

waaah..........ye hui n bat .....

विभा रानी श्रीवास्तव ने कहा…

रसीले रंगीले हास्य से भरे काइकू भी गम कम नहीं कर सके
हार्दिक शुभकामनायें .....

संजय भास्‍कर ने कहा…

रसीले रंगीले

शिवम् मिश्रा ने कहा…

बढ़िया बुलेटिन तुषार भाई ...आभार !

अज़ीज़ जौनपुरी ने कहा…

majedar kayeeku

Unknown ने कहा…

,मजेदार ,,,बहुत मजेदार........

एक टिप्पणी भेजें

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!

लेखागार