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शुक्रवार, 6 सितंबर 2013

यादें

प्रिये ब्लॉगर मित्रों
सादर प्रणाम

हाज़िर है एक और रचना आज के बुलेटिन में | यादें बेहद दुःख भी दे सकती हैं और सुख भी | मेरे बचपन के कारनामो और दोस्तों की यादों ने हमेशा मुझे हंसाया और गुदगुदाया ही है | आपके सामने उन्ही यादों को एक कविता के रूप में प्रस्तुत कर रहा हूँ | उम्मीद है पसंद करेंगे |
















वो यादें गुज़रे लम्हों की
जिस पल यारों साथ रहे
वो अनजानी दुनिया थी
खुशियों से आबाद रहे
वो उम्र गुज़ारी थी हमने
जब रोते रोते हँसते थे
बस कहते थे न सुनते थे
हम तुम जब मिलते थे
वो अपने चेहरे खिलते थे
पुर्लुफ्त वो आलम होता था
जब रातों को बातें करते थे
मैं सोच के कितना हँसता हूँ
उन बातों पर बचपन की
बस यही पुरानी याद बनी
'निर्जन' बातें उन लम्हों की
लड़ लड़ कर हम साथ रहे
ये यादें है उस अपनेपन की
वो यादें गुज़रे लम्हों की ....

आज की कड़ियाँ 

एक कलि गुलाब की - अभिषेक कुमार झा

प्यार नहीं कहते - रश्मि शर्मा

बाबा रामदेव जन्म दिवस par आप सभी सादर आमंत्रित हैं! - सवाई सिंह राजपुरोहित

नव परिवर्तनों के दौर में हिन्दी ब्लॉगिंग - रेखा जोशी

इश्क - रीना मौर्या

साया - उदय वीर सिंह

बहुत मुश्किल है कुछ यादों का भुलाया जाना (भाग-1 ) - विजय राजबली माथुर

ऐ जान जरा बात बताओ तो सही - राजेश कुमारी

ब्याज खाने के लिए मूल जमा करना पड़ता है - अजीत सिंह तैमूर

नेकलाइन - तीन - सागर

भाव का चढ़ना और उतरना - सुशिल कुमार

अब इजाज़त | आज के लिए बस यहीं तक | फिर मुलाक़ात होगी | आभार

जय श्री राम | हर हर महादेव शंभू | जय बजरंगबली महाराज 





11 टिप्पणियाँ:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

गुजरे लम्हों के साथ
किया है आज आगाज
तुषार का ब्लाग बुलेटिन
पेश करने का अपना अंदाज
सधी लेखनी के लेखकों
के सुंदर सूत्रों के बीच
कहीं दिखा रहा है 'उल्लूक'
नमस्ते शुक्रिया आभार !


शिवम् मिश्रा ने कहा…

यादें ... खट्टी मीठी यादें ... :)

बढ़िया बुलेटिन तुषार भाई !

Rajesh Kumari ने कहा…

तुषार जी ब्लॉग बुलेटिन सभी सुन्दर सूत्रों के साथ में अपनी ग़ज़ल पाकर हर्षित हूँ आपका तहे दिल से शुक्रिया

Darshan jangra ने कहा…

बढ़िया बुलेटिन

धर्म गुरुओं का अधर्म की ओर कदम ..... - हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः13

Unknown ने कहा…

सुन्दर प्रस्तुति
हर कविता अपने आप में वास्तविकता बयाँ करती हुई
सभी लेख़क/लेखिका को हार्दिक बधाई
साथ ही मेरी रचना ''इक कली गुलाब की'' को सम्लित
करने हेतु,
सादर आभार

रश्मि शर्मा ने कहा…

बहुत खूबसूरत बुलेटि‍न..मेरी रचना शामि‍ल करने के लि‍ए धन्‍यवाद..

मेरा मन पंछी सा ने कहा…

बढ़ियाँ बुलेटिन ..
आभार...
:-)

richa shukla ने कहा…

बहुत सुंदर प्रस्तुति..
प्रथमप्रयास.कॉम-

Tamasha-E-Zindagi ने कहा…

सभी दोस्तों का शुक्रिया | जय हो मंगलमय हो

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बड़े ही सुन्दर और पठनीय सूत्र..

Mohan Srivastav poet ने कहा…

सुंदर प्रस्तुति,आप को गणेश चतुर्थी पर मेरी हार्दिक शुभकामनायें ,श्री गणेश भगवान से मेरी प्रार्थना है कि वे आप के सम्पुर्ण दु;खों का नाश करें,और अपनी कृपा सदा आप पर बनाये रहें...

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