प्रिय ब्लॉगर मित्रो ,
प्रणाम !
गुलाबी ठंड की शुरुआत हो चुकी है। अब वह समय आ गया है जब बिस्तर में दुबके अपने शरीर को बाहर निकालने से पहले स्फूर्ति का अहसास देने वाली चाय की प्याली मिल जाए तो फिर कहना ही क्या। ऐसे में चाय की हर चुस्की से मिलती है ज्यादा स्फूर्ति और दम। इस पेय को समूचे विश्व में स्वास्थ्यवर्द्धक पेयों की श्रेणी में गिना जाने लगा है।
स्वास्थ्यवर्द्धक आखिर क्यों? शोधों से यह सच सामने आया है कि चाय दैनिक दिनचर्या में काफी असरदायक हो सकती है। धूम्रपान करने वालों के लिए और कैंसर को कुछ हद तक दूर रखने में ग्रीन चाय व हर्बल टी काफी लाभदायक सिद्ध हो सकती है।
चाय पीने से रंग काला हो जाता है। अधिकांश लोग इस भ्रांति से ग्रसित रहते हैं। अगर ऐसा होता तो इंग्लैंड सहित यूरोप के अधिकांश लोग काले होते, क्योंकि वहां चाय हमारे यहां की अपेक्षा अधिक मात्रा में पी जाती है। इसलिए मन से यह संदेह निकाल देना चाहिए कि चाय पीने से आप काले हो जायेंगे अच्छी क्वालिटी की चाय आपको स्फूर्ति का अहसास कराएगी। एक बात और कुछ लोग यह सोचते हैं कि चाय पीने से मोटापा बढ़ता है, उनको यह बात जान लेनी चाहिए कि ब्लैक टी में कैलोरी लगभग शून्य होती है। दूध के प्रयोग से ही इसमें कैलोरी की मात्रा बढ़ती है। यही कारण है कि आजकल लेमन टी और ब्लैक टी का प्रचलन जोर पकड़ने लगा है। आप भी अपनी हर सुबह की शुरुआत ताजगी भरी चाय के साथ कीजिए और पाइए नई स्फूर्ति। एक बार आजमाकर तो देखिए।
हम तो हुज़ूर ... यह नुस्खा आज़मा रहे है और इस समय चाय पीते हुए ही यह बुलेटिन लगा रहे है ... ;-)
सादर आपका
=========================================================================
नूडल्स (लघु कथा) :- संग चाय मिलेगी क्या ??
बैरियैट्रिक सर्जरी यानी 'टू इन वन' :- काम की जानकारी
दिल्ली में आयोजित हुआ --काईट फेस्टिवल --एक झलक . :- दिखाइए ...
मोबाईल से, बिल्कुल मुफ़्त, अनगिनत एस एम एस भेजें दुनिया के किसी भी मोबाईल पर :- माल ए मुफ्त ... वाह भई वाह
फ़रमाईश :- पूरी हुयी क्या ?
जिंदगी के ये मसले कभी आसान तो होंगे...:- उम्मीद तो की ही जा सकती है ..
निराश कविता में आस की पदचाप! :- उम्मीद पर दुनिया कायम है ...
क्या समीर जी की पोस्ट से नाराज हैं अन्ना...खुशदीप :- हम को नहीं मालुम ... हम मिडिया थोड़े ही है ...
जिस्म एक सपाट पार्क है :- कम से कम मेरा तो नहीं ही है ... ;-)
देसिल बयना – 106 : हंसा था सो उड़ गया, कागा भया दिवान...! :- "ए ब्रह्मण तू लौट जा बाघ कहीं जजमान"
एक उत्तर प्रदेश के भारतीय का खुला पत्र राहुल गाँधी के नाम....................... :- नेक काज करो है भइये तुमने ...
‘‘हमसफर बनाइए’’ (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’) :- जी किसको ?
मित्रता का मधुर संबंध :- बने क्या ???
मैं खुद कविता हूँ अंतहीन- नीलम प्रभा :- अच्छा !!
चोंच से ज़्यादा सूखे हैं बस्ती के नल, आ लिखें ऐसे परिवेश में हम ग़ज़ल :- चलो जी हम डरते है क्या ??
दुनिया की सबसे महंगी सब्जी :- क्या वहां भी कांग्रेस की सरकार है ???
चाहिए हमदर्द का टॉनिक सिंकारा --- ललित शर्मा :- काहे जी क्या हुआ ???
ब्लॉगवाणी : एक ‘प्राइमरी का मास्टर’ क्या-क्या कर सकता है ? :- बहुत कुछ अगर उत्तर प्रदेश का हो तो ...
आधुनिक बोधकथा – न ज़ेन न पंचतंत्र :- जल्दी सुनाइए !
"सुकून" के अपहरणकर्ताओं से...चंद बातें :- तो कब आज़ाद हो रहा है सुकून ???
कुछ अजीब से हालात है .......... :- कहाँ के ??
=========================================================================
अब आज्ञा दीजिये ... कल फिर मिलते है ... तब तक एक पोस्ट हमारी भी झेलिये सरकार ... ;-)
महंगाई का कारण :- हर एक पर ३२ का होना ...
जय हिंद !!
21 टिप्पणियाँ:
ग्रीन चाय के फायदे बतला रहे हो
और ब्राऊन चाय पिला रहे हो
इससे तो खीरे का जूस पिला देते
ठंडक में गर्मी मिलती सूप पीकर।
चाय के साथ बुलेटिन अच्छा है...
शुक्रिया शिवम मिश्र जी...
आपने खुद तो अपडेट हुए ही,ब्लॉगरों को भी किया। आभार।
waah...........khushi hui yahan aa kar
jai hind !
बुलेटिन को आपने बहुत बढ़िया लिंकों से सजाया है!
आभार!
हल्की ठण्ड का आलम है............
एक गर्मागर्म कॉफी हो जाए!
.........
कॉफी और मौसम तो बस बहाना है-
साथ बैठने का,
रिश्तों की खोई गर्मी को लौटाने का.........बुलेटिन की सरगर्मी के साथ
भई हम तो सभी तरह की चाय पी लेते हैं ।
लिंक्स देने के लिए आभार ।
अक्सर आपके ब्लॉग पर जाते ही फायरफोक्स क्रैश कर जाता है । इसलिए चाहकर भी आना नहीं हो पाता ।
लीजिये हम भी शामिल हो गए चाय के साथ अच्छे लिंक !!!
चाय की प्याली के साथ तो नहीं देख सकी ..
देख भी लेती तो पढने की बारी अब ही आती ..
अच्छे लिंकों के लिए आभार !!
बाह बाह गरमा गरम प्याली के साथ नरमा नरम पोस्ट लिंक्स , बोले तो झक्कास है मिसर जी एकदम झक्कास
बढिया चर्चा।
बेहतर लिंक्स।
आभार.....
Ek se ek behatareen link har baar ki tereh.. thank u :)
हम समझ गये भईया... भाभी जी मायके गई हैं न.....
वैसे ज़बरदस्त बुलेटिन...
शुभकामनाएं....
बेहतरीन
बुलेटिन का अंदाज़ अच्छा लगा।
पिछली बार जब नीलगिरी गया था तो वहां से वहां की सफ़ेद चाय ले आया हूं।
सच मानिए बहुत ही स्फूर्तिदायक है।
बुलेटिन को आपने बहुत बढ़िया लिंकों से सजाया है.............बेहतर लिंक्स।
pahli baar yahana aaye....bahut achcha laga.
ब्लॉग बुलेटिन निरंतर प्रगतिशील रहे...
शुभकामनाएं!
बढ़िया ब्लॉग बुलेटिन
अच्छी पोस्ट्स के लिंक्स
Badhiyan hai pehli baar aana hua ab to aate rahenge chai ke saath blog ke bhi chuski ho jayegi..
एक टिप्पणी भेजें
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!