प्रणाम ,
ब्लॉगर मित्रो एवं मेरे बड़े
मेरा नाम रुद्राक्ष पाठक है| ब्लॉग्गिंग की दुनिया में कदम रखे हुए मुझे ३ साल हो चुके है और अब ब्लॉग्गिंग मेरी दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है| अगर एक भी दिन ब्लॉग्गिंग न की जाये तो हमको तो खाना ही हजम नहीं होता| मैं ये भी बताना चाहूँगा कि मुझे ब्लॉग्गिंग की चमकदार दुनिया में लाने वाला और कोई नहीं बल्कि मेरे बड़े भाई शिवम् मिश्रा जी है| मैं आगरा में रहने वाला मैनपुरी प्रवासी कक्षा १२ का छात्र हूँ|
चलिए बात करते है मुद्दे की, आज तो मुख्यमंत्री मायावती जी ने उत्तर प्रदेश को बाँट देने की तैयारी विधान सभा में बिल पारित करने के बाद पूरी कर ली है| मेरे तो यह समझ में नहीं आता की आखिर ये मैडम चाहती क्या है ? क्या ये राज्यों की संख्या बढाकर अपनी पार्टी के जिताने के अवसरों को बढाना चाहती है या फिर कोई और सोची समझी राजनितिक चाल है|
कभी मैनपुरी जैसे छोटे शहरो के विकास के बारे में तो नहीं सोचा| मैंने मैनपुरी में अपने जीवन के १६ साल निकाल दिए पर मैंने आज तक कोई विकासात्मक कार्य होते हुए नहीं देखा| जिधर देखा उधर भ्रष्टाचार, धांदल गर्दी, गुंडा गर्दी| जब एक छोटे से शहर का विकास ये सरकार नहीं कर पाई तो उत्तर प्रदेश को ४ भागों में बाँटने के बाद राज्यों और शहरो की संख्या बदने के बाद क्या करेगी|
क्या ये कदम कमाई बढाने का नया तरीका है या फिर कुछ और ? मैं इस बारे में आप लोगों की राय जानना चाहूँगा|
लीजिये आज का बुलेटिन प्रस्तुत है पर आज सिर्फ हेडलायंस
अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिंद !!
ब्लॉगर मित्रो एवं मेरे बड़े
मेरा नाम रुद्राक्ष पाठक है| ब्लॉग्गिंग की दुनिया में कदम रखे हुए मुझे ३ साल हो चुके है और अब ब्लॉग्गिंग मेरी दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है| अगर एक भी दिन ब्लॉग्गिंग न की जाये तो हमको तो खाना ही हजम नहीं होता| मैं ये भी बताना चाहूँगा कि मुझे ब्लॉग्गिंग की चमकदार दुनिया में लाने वाला और कोई नहीं बल्कि मेरे बड़े भाई शिवम् मिश्रा जी है| मैं आगरा में रहने वाला मैनपुरी प्रवासी कक्षा १२ का छात्र हूँ|
चलिए बात करते है मुद्दे की, आज तो मुख्यमंत्री मायावती जी ने उत्तर प्रदेश को बाँट देने की तैयारी विधान सभा में बिल पारित करने के बाद पूरी कर ली है| मेरे तो यह समझ में नहीं आता की आखिर ये मैडम चाहती क्या है ? क्या ये राज्यों की संख्या बढाकर अपनी पार्टी के जिताने के अवसरों को बढाना चाहती है या फिर कोई और सोची समझी राजनितिक चाल है|
क्या ये कदम कमाई बढाने का नया तरीका है या फिर कुछ और ? मैं इस बारे में आप लोगों की राय जानना चाहूँगा|
लीजिये आज का बुलेटिन प्रस्तुत है पर आज सिर्फ हेडलायंस
- माया का आइडिया माल्या के लिए!!
- अब हिंदी डॉक्युमेंट को भी स्कैन कर बदलिए टेक्स्ट फाइल में
- अहा ठंडे-ठंडे फ़िक्सिंग के फंडे
- इकोनोमिक्स या पोलिटिक्स ??
- फोकस न लूज करो, मि.मल्टी-टास्कर!!!
- मेरी लंबाई पे मत जाओ
- गूगल का बेहतर उपयोग कीजिये Verbatim के साथ
- मनमोहन की सचमुच कोई नहीं सुनता.
- पट्ठे सुधर जा नहीं तो तेरी ऑडिट कर दूंगा
- आपके हाथ में होंगे मुलायम लचीले फ़ोन...
- सरकार का सेन्स ऑफ़ ह्यूमर.
- कितने दिग्विजयसिंह लगेंगे ?
- गिलानी को शांति का नोबेल ???
- कर ही क्या सकता था बन्दा खाँस लेने के सिवा
- दादा जी के मकान का बँटवारा कैसे होगा?
- हर बात का मतलब हो, ज़रूरी तो नहीं
- मेरे 80 CC स्कूटर के लिए बेलआउट पैकेज चाहिए.
- जानिए विंडोज 8 की कुछ खूबियों के बारे में
- दिग्विजयसिंह भी बिगबॉस में हो तो?
- गांधी को लेकर कुछ किन्तु-परन्तु
अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिंद !!
8 टिप्पणियाँ:
शीर्षक ने बुलेटिन को और रोचक बना दिया है ..बढ़िया लिंक्स.
अच्छे लिंक
shikha varshney ने आपकी पोस्ट " बहन जी मांगें यु पी के टुकड़े चार - खिचड़ी , पापड़ ,... " पर एक टिप्पणी छोड़ी है:
शीर्षक ने बुलेटिन को और रोचक बना दिया है ..बढ़िया लिंक्स.
सुंदर लिंकों से सजी बुलेटिन।
जे बात ,,आज के मुख्य समाचार की सुर्खियों पर एक नज़र ..समाचार वाचक रूद्राक्ष पाठक ..को शुक्रिया और शुभकामनाएं बहुत बहुत । जारी रहे
वाह रुद्राक्ष भाई वाह ... बहुत खूब ...
बेहद सटीक मुद्दा उठाया है ... इन नेताओ को केवल आपना लाभ दिखता है ... जनता क्या चाहती है ... इनको उस से कोई सरोकार नहीं होता ...
बढ़िया लिंक्स मिले ... बहुत बहुत आभार !
अच्छे लिंक्स।
वे फोड़ना चाहते हैं
लड्डू की तरह
बांटना चाहते हैं
हलुवे की तरह
उत्तर प्रदेश को एक थान से पीस पीस किए जाने पर अन्नाभाई की सहज प्रतिक्रिया
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