आदरणीय मित्रगण,
नमस्कार !!!
नमस्कार !!!
मैं हाज़िर हूँ आपके रूबरू कुछ नई कुंडलियाँ लेकर | अपने पसंदीदा खजाने से कुछ और मोती चुन कर आपका प्यार पाने के लिए | हंसी, मजाक, यार, प्यार, मोहब्बत, दुःख, दर्द, रुसवाई, अंगड़ाई, भाव, छंद, द्वन्द, अरमान, दास्तान और मेरे प्यारे कद्रदान आज के बुलेटिन में है हर एहसास की भरमार | कहते हैं के आज के दस्तरखान का है अंदाज़-ए-बयां और | आप सभी की दुआएं और साथ चाहूँगा | गौर फरमाएं और प्यार जताएं | पेश-ए-खिदमद करता हूँ अपनी नई कुंडलियों का गट्ठर |
नवीन जी ,उनकी तबियत, उनकी जॉब - भावना पाण्डेय से मिलिए पिया, दवाई और दुहाई के बीच शिकायत करते हुए...
सादर आभार और प्यार
तुषार राज रस्तोगी
13 टिप्पणियाँ:
बहुत ही सार्थक लिंक संयोजन,आभार तुषार जी.
तुसार जी,,सभी लिंक अच्छे लगे,
एक सलाह यह की जिनके पोस्टो से आप रचना ले उस पोस्ट के कमेंट्स बाक्स में
रचनाकार को सूचित करे,अभी मैंने अरुण जी की पोस्ट देखा उसमे ब्लॉग बुलेटिन द्वारा कोई रचना की लिंक लेने की कोई सूचना नही दी गई,आशा है ध्यान देगें,,,,
भदौरिया जी किस काम में फँस जाने की वजह से सूचित करने में देरी हो गई | सूचित कर दिया गया है हर रचनाकार को | सलाह के लिए बहुत बहुत शुक्रिया | आभार तथा धन्यवाद् |
अच्छा प्रयास है ...बढाए व आभार तुषार जी....
बहुत सुन्दर सूत्र..
बढिया बुलेटिन
बढि्या बुलेटिन
अच्छा बुलेटिन तैयार किया है तुषार...
बधाई.
आभार
अनु
वाह बहुत सही ... तुषार भाई ... रफ्तार पकड़ ली आपने तो ... जय हो !
शानदार बुलेटिन ! शुभकामनाएं !
उत्तम बुलेटिन ..मैं भी शामिल हूँ यहाँ ..देख कर अच्छा लगा ..धन्यवाद !
शुक्रिया बहुत-२. आपने एक बहुत उपयोगी कार्य पर दृष्टि डाली है.
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति
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