सभी ब्लॉगर मित्रों को मेरा सादर नमस्कार।
मंगल पांडे अथवा मंगल पान्डेय (अंग्रेज़ी: Mungal Pandey अथवा Mangal Pandey, जन्म: 19 जुलाई, 1827 - मृत्यु: 8 अप्रैल, 1857) का नाम 'भारतीय स्वाधीनता संग्राम' में अग्रणी योद्धाओं के रूप में लिया जाता है, जिनके द्वारा भड़काई गई क्रांति की ज्वाला से अंग्रेज़ ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन बुरी तरह हिल गया था। मंगल पांडे की शहादत ने भारत में पहली क्रांति के बीज बोए थे। ब्रह्मदेश (बर्मा {वर्तमान म्यांमार}) पर विजय तथा सिक्ख युद्ध की समाप्ति के पश्चात अंग्रेज़ों ने भारतवर्ष पर निष्कंटक राज्य करने के सपने देखें होंगे; पर उन्हें क्या पता था कि सन 1857 का वर्ष उनकी आशाओं पर तुषारपात का वर्ष सिद्ध होगा।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर......
आज भारत के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद मंगल पाण्डेय जी के 160वें शहीद दिवस पर पूरा भारतवर्ष उनके बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करता हैं। सादर।।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर......
आज की बुलेटिन में बस इतना ही कल फिर मिलेंगे तब तक के लिए शुभरात्रि। जय हिन्द। जय भारत।।
5 टिप्पणियाँ:
सुन्दर प्रस्तुति।
सुन्दर प्रस्तुति।
शुभ प्रभात भाई हर्षवर्धन जी
हृदय से आभार
सादर
विधवा के लिए देवदूत बनी यह आईएएस किंजल सिंह http://www.sabdb.com
Mere website pe bye aap visit kar sakte hai
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
http://www.hindime.co
एक टिप्पणी भेजें
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!