प्रिय ब्लॉगर मित्रो ,
प्रणाम !
फर्रुखाबाद से मैनपुरी जिले में मिलावटी मिठाई की सप्लाई जमकर की जा रही है। नगर के अलावा कस्बाई व देहाती इलाकों में मिलावटी व रेडीमेड मिठाई की भरपूर खपत है।
उल्लेखनीय है कि जनपद के बड़े और छोटे मिष्ठान भण्डारों, चाय व परचून की दुकानों पर लाल, पीले व सफेद रंग की मिठाइयां बड़ी प्लेटों में सजी दिख जाती है। यह मिठाई रूपी जहर पड़ोसी जनपद फर्रुखाबाद से मारुति वैन में भरकर सप्लाई किया जाता है। दुकानदार अधिक मुनाफा कमाने के उद्देश्य से मिठाई के नाम पर जहर बेचने से परहेज नहीं कर रहे हैं।
वैसे भी आसमान चूमती महंगाई के दौर में लोग सस्ती चीजें तलाशते हैं। 35 से 37 रुपये किलो चीनी बिक रही है और खोया से बनी मिठाई मात्र 120 रुपये किलो आसानी से मिल जाती है। जानकारी के अनुसार फर्रुखाबाद से मारुति वैन में भरकर आने वाली खोए की मिठाइयां दुकानदार को 60 रुपये किलो थोक में मिल जाती हैं। इन मिठाइयों को दुकानदार 120 रुपये किलो तक बेचकर दूने दाम कर लेते हैं। उन्हें इस बात से कोई लेना देना नहीं है कि मिठाई खाने वाला मरेगा या जिंदा रहेगा। मिलावटी खाद्य पदार्थोँ की बाहरी जनपदों से सप्लाई को जिले के खाद्य निरीक्षक भी नहीं देख रहे हैं।
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आखिर किस बात का इंतज़ार है ... क्या प्रशासन इस बात का इंतज़ार कर रहा है कि कोई बड़ी घटना हो जाए उसके बाद ही कारवाही की जायेगी ??
क्यों ना समय रहते इन मिलावटखोरो को पकड़ काफी सारी जाने बचा ली जाएँ !!
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सादर आपका
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posted by मनोज पाण्डेय at प्रगतिशील ब्लॉग लेखक संघ04 मार्च, विश्व पुस्तक मेला, नई दिल्ली। हिंद-युग्म डॉट कॉम के तत्वाधान में रवीन्द्र प्रभात के नवीनतम उपन्यास ‘प्रेम न हाट बिकाय’ का विमोचन हुआ। विमोचन वरिष्ठ साहित्यकार प्रताप सहगल, वरिष्ठ लेखक डॉ. हरीश अ...
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posted by Sonal Rastogi at कुछ कहानियाँ,कुछ नज्मेंएक नूर भरी शाम... मेरे पास सपनो का एक ढेर है उस ढेर को मैंने सौप दिया है उसे और वो उसमें से चमकीला सा कोई सपना चुनता है और सच कर देता है और हाँथ पकड़ के कहता है और सपने देखो ...एक सपना था जगजीत जी को सुनन...
posted by anshumala at mangopeopleलो जी लिखने बैठी थी तो टिपण्णी लेकिन इतनी लम्बी हो गई की एक पोस्ट ही बन जाये फिर मेरी बनिया बुद्धि ने कहा की इतनी मेहनत से टिपण्णी लिखी है बस एक ही व्यक्ति क्यों पढ़े अपनी पोस्ट बना ...
posted by नवीन प्रकाश at Hindi Tech - तकनीक हिंदी मेंआपके ब्लॉग पर आपने डोमेन नेम लगा रखा है तो आपके लिए ये जरुरी है कि आप अपने डोमेन नेम को समय पर रिन्यू कराये अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आपका डोमेन नेम डिलीट हो जायेगा और एक महीने के बाद अन्य व्यक्ति उसे ख...
posted by अनुपमा पाठक at अनुशीलहमने कुछ पन्ने पलटे यूँ ही... रंगों की शामें खिल उठीं, पर बहुत कुछ बुरा भी हुआ कुछ बादल बरसे कुछ नज़्में रुठीं! फिर धूल झाड़कर सहेजे सपने... रूठी नज़्मों को धूप दिखाया, अवांछित सब कुछ काट छाँट कर पुनः शब्दों ...
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posted by गगन शर्मा, कुछ अलग सा at कुछ अलग सा*बसंत को कामदेव का पुत्र माना जाता है। इसीलिए इस समय मनाए जाने वाले उत्सव को मदनोत्सव भी कहते हैं। मदन का अर्थ होता है काम। जो मनुष्य जीवन का अभिन्न अंग है। हिंदु धर्म-शास्त्रों में मनुष्य के लिए चार पुरुष...
posted by शिवम् मिश्रा at बुरा भला
*श्रीमती अनिला मिश्रा - मेरी प्यारी माँ * *हैप्पी बर्थडे ... अम्मा !!*
posted by वन्दना at ज़िन्दगी…एक खामोश सफ़रदोस्तों इस बार होली का हुडदंग शुरू करती हूँ हाइकू के संग .........पहली बार कोशिश है आप सबके समक्ष रखने की .......... उम्मीद है खरी उतरूंगी और यदि कोई त्रुटि हो तो मार्गदर्शन कीजियेगा मुख गुलाल न...
posted by सतीश सक्सेना at मेरे गीत !*भूले भटके उन अपनों के ,* *कैसे दरवाजे , खुलवाएं ?* *जिन लोगों ने जाने कब से ,* *मन में रंजिश पाल रखी है* *इस होली पर क्यों न सुलगते, दिल के ये अंगार बुझा दें !* *मुट्ठी भर कुछ रंग,फागुन में,अपने घर में...
posted by Anupama Tripathi at anupama's sukrity.जीवन का भार ...अपने अपने हिस्से का ...सभी वहन करते हैं ...!!संवेदनशील मन संवेदना से जुड़ा ही रहता है .....कभी लगता है ......जीवन में दुखों का अंत ही नहीं .........!!फिर भी मन के अन्दर एक ज्वलंत जिजीविषा...
posted by जाटदेवता संदीप पवाँर at जाट देवता का सफ़रपहले लेख में मैंने बताया था कि अब सातताल मुश्किल से 200 मी की दूरी पर ही है, अब वहाँ से आगे। यहाँ से सडक के किनारे सीधे हाथ की ओर एक पैदल मार्ग नीचे की ओर जाता दिखाई दे रहा था। जबकि सडक दूसरी ओर मुड गयी थ...
पान सिंह तोमर: यह वंचितों और पीडि़तों की कविता है----------------------------------------------------------------------------
posted by Ramkumar Singh at रामकुमार सिंह
अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिंद !!
17 टिप्पणियाँ:
बड़े प्यारे लिंक लगाये हैं भैया !
आभार आपका !
रोचक पठनीय लिंक्स,अच्छी प्रस्तुति
NEW POST...फिर से आई होली...
NEW POST फुहार...डिस्को रंग...
आभार!
पढ़ आये हैं सब लिंक ..धन्यवाद.
माता जी का जन्मदिन मुबारक हो ...अम्मा को हार्दिक बधाई ....
होली की शुभकामनायें ...
इस ज़हर के कारोबार को साथ में सटे हुए बडे शहरों में भी बखूबी फ़ैलाया जा रहा है । दुख की बात है कि सब कुछ प्रशासन को पता होते हुए भी हर साल न सिर्फ़ ऐसा हो रहा है बल्कि ये बढ ही रहा है । सही समय पर सचेत करने के लिए आभार मिसर जी ।
पोस्ट कतरे , सब के सब बेहद खूबसूरत हैं ।
बहुत बढ़िया लिंक्स ....
बढ़िया बुलेटिन ...
ह्रदय से आभार ....
behatareen post abhivyakti...badhai..
अपने गाँव "फर्रुखाबाद " से मिलावट का कारोबार दिल दुःख गया ..पैसे के लिए कुछ भी करते है लोग .. सभी लिंक आराम से पढेंगे
एक ही संदेश है.... त्यौहार मनाईये मगर सावधानी से....
अम्मा को जन्म दिन की बधाई....
बहूत बढीया लिंक्स
होली कि हार्दिक शुभकामनाएँ.....
आंटी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ.....
बाहर की मिठाई खाने में डर लगता है..
बहुत सुन्दर लिंक संयोजन ………अम्माजी को जन्म दिन की बधाई.
आभार
एवं होली की अग्रिम शुभकामनाएँ.....
प्रशासन छोटी छोटी मौत को तवज्जु नहीं देती ....लिंक्स अच्छे हैं
देर से ही सही आप को माता जी के जन्मदिन की बधाई !
मेरी पोस्ट चर्चा में शामिल करने के लिए धन्यवाद !
एक सवाल आखिर पूरे साल मिलावटी खानों मिठाइयो के प्रति कड़ी कार्यवाही क्यों नहीं की जाती है केवल सारा जोर त्यौहारों खासकर दिवाली पर ही क्यों जोर दिया जाता है कही इसके पीछे चॉकलेट बनाने वाली कंपनिया तो नहीं है क्योकि मिलावट तो हमारे यहाँ हमेसा से होता रहा है खोये की मिठाइयो में मैदा या चीनी आदि की ज्यादा मिलावट किन्तु कार्यवाही खास मौको पर ही क्यों होती है और टीवी पर उन्हें खूब दिखाया जाता है की क्यों ताकि लोग मिठाई की जगह चॉकलेट को ही खाए या एक दुसरे तो उपहार में दे । पता नहीं क्यों शक सा होता है ।
बहुत सुन्दर लिंक संयोजन...आभार !
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