Pages

सोमवार, 17 जुलाई 2017

थोड़ा कहा ... बहुत समझना - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

आज आप को एक छोटा सा लतीफ़ा सुना रहा हूँ पर दरअसल इस लतीफ़े में एक सबक छिपा है ...

पुलिस: तुम्हें पता कैसे लगा कि इनके घर पर कोई नहीं है?

चोर: फेसबुक पर पूरे परिवार के 15 फोटो डाले थे, लिखा था "मस्ती With Full Family In नैनीताल"
 
कुछ समझे ... !!??
 
सादर आपका

11 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छे लिंक्स मिले यहाँ आकर....शुक्रिया मुझे भी यहाँ पर स्थान देने के लिए....
    डा० हेमंत कुमार

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुंदर बुलेटिन.मुझे भी शामिल करने के लिए आभार.

    जवाब देंहटाएं
  3. यात्रानामा को आज के बुलेटिन में स्थान देने के लिये आपका बहुत आभार .बुलेटिन आपका हमेशा ही शानदार होता है .

    जवाब देंहटाएं
  4. जब लिंक्स आते हैं तब हम आयें जब नहीं होते हैं लिंक्स तब भी आयें । सुन्दर ।

    जवाब देंहटाएं
  5. आज के बुलेटिन में मेरी रचना को स्थान देने के लिए हार्दिक आभार शिवम् जी ! अन्य सभी सूत्र भी बहुत सुन्दर !

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति ..

    जवाब देंहटाएं
  7. @कुछ समझे ... !!??......नहीं ना ! यही तो मुसीबत है

    जवाब देंहटाएं
  8. सही कहा आपके चुटकले ने, सारे राज तो फ़ेसबुक पर उजागर रहते हैं, सुंदर लिंक्स, आभार.
    रामराम
    #हिन्दी_ब्लॉगिंग

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत अच्छी बात . Blog bulatin ke sath apne blog ko kaise jod sakti hoon?

    जवाब देंहटाएं

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!