सभी ब्लॉगर मित्रों को मेरा सादर नमस्कार।
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हम दलितों-महिलाओं के सम्मान के लिए गंभीर हो रहे हैं
रास्ते मुश्किल सही मंजिलें खुशगवार रहें...
बटुकेश्वर दत्त का जन्म 18 नवम्बर, 1910 को बंगाली कायस्थ परिवार में ग्राम-औरी, जिला-नानी बेदवान (बंगाल) में हुआ था। इनका बचपन अपने जन्म स्थान के अतिरिक्त बंगाल प्रांत के वर्धमान जिला अंतर्गत खण्डा और मौसु में बीता। इनकी स्नातक स्तरीय शिक्षा पी.पी.एन. कॉलेज कानपुर में सम्पन्न हुई। 1924 में कानपुर में इनकी भगत सिंह से भेंट हुई। इसके बाद इन्होंने हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के लिए कानपुर में कार्य करना प्रारंभ किया। इसी क्रम में बम बनाना भी सीखा। पूरा लेख यहाँ क्लिक करके पढ़े....
अब चलते हैं आज कि बुलेटिन की ओर...
आज अमर क्रांतिकारी स्वर्गीय बटुकेश्वर दत्त जी की 51वीं पुण्यतिथि पर पूरा भारत उनको याद करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
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...क्या आपको पता है कि भगवान ने दुनिया कैसे बनाई?
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आज की बुलेटिन बस इतना ही कल फिर मिलेंगे, तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
सुन्दर बुलेटिन हर्षवर्धन । स्व॰ श्री बटुकेश्वर दत्त जी को शत शत नमन ।
जवाब देंहटाएंसेनानियों को याद किया जाना ब्लॉग बुलेटिन की पहचान बन गया है। ... नमन...
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार
धन्यवाद हर्ष जी मेरी रचना शामिल करने के लिए |
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंस्व. श्री बटुकेश्वर दत्त जी को शत शत नमन ।
बढ़िया बुलेटिन
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
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