सभी ब्लॉगर मित्रों को मेरा सादर नमस्कार।
विश्व दूरसंचार दिवस ( World Telecom Day) प्रत्येक वर्ष '17 मई' को मनाया जाता है। आधुनिक युग में फोन, मोबाइल और इंटरनेट लोगों की प्रथम आवश्यकता बन गये हैं। इसके बिना जीवन की कल्पना करना बहुत ही मुश्किल हो चुका है। आज यह इंसान के व्यक्तिगत जीवन से लेकर व्यावसायिक जीवन में पूरी तक प्रवेश कर चुका है। पहले जहाँ किसी से संपर्क साधने के लिए लोगों को काफ़ी मशक्कत करनी पड़ती थी, वहीं आज मोबाइल और इंटरनेट ने इसे बहुत ही आसान बना दिया है। व्यक्ति कुछ ही सेकेंड में बेहद असानी से दोस्तों, परिवार और सगे संबधियों से संपर्क साध सकता है। यह दूरसंचार की क्रांति है, जिसकी बदौलत भारत जैसे कुछ विकासशील देशों की गिनती भी विश्व के कुछ ऐसे देशों में होती है, जिनकी अर्थव्यवस्था तेज़ी से रफ्तार पकड़ रही है।
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर ....
एक फ्लॉप फिल्म आपको सफलता का रास्ता दिखा सकती है
भाषा की दुर्दशा
पेंशन तो देना बनता है...!
हॉर्लिक्स में मौजूद माईक्रो न्यूट्रिशियन
एक सेवानिवृत पति की दिनचर्या का हाल
ये है इंडियन भुवन मैप जो देेगा गूगल काेे टक्कर
कमज़ोर नहीं हूँ
अभी
अम्बर प्यासा धरती प्यासी
एकान्त-मन
हम बंद कमरों में बैठे हैं
आज की बुलेटिन में सिर्फ इतना ही कल फिर मिलेंगे। तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
विश्व दूरसंचार दिवस ( World Telecom Day) प्रत्येक वर्ष '17 मई' को मनाया जाता है। आधुनिक युग में फोन, मोबाइल और इंटरनेट लोगों की प्रथम आवश्यकता बन गये हैं। इसके बिना जीवन की कल्पना करना बहुत ही मुश्किल हो चुका है। आज यह इंसान के व्यक्तिगत जीवन से लेकर व्यावसायिक जीवन में पूरी तक प्रवेश कर चुका है। पहले जहाँ किसी से संपर्क साधने के लिए लोगों को काफ़ी मशक्कत करनी पड़ती थी, वहीं आज मोबाइल और इंटरनेट ने इसे बहुत ही आसान बना दिया है। व्यक्ति कुछ ही सेकेंड में बेहद असानी से दोस्तों, परिवार और सगे संबधियों से संपर्क साध सकता है। यह दूरसंचार की क्रांति है, जिसकी बदौलत भारत जैसे कुछ विकासशील देशों की गिनती भी विश्व के कुछ ऐसे देशों में होती है, जिनकी अर्थव्यवस्था तेज़ी से रफ्तार पकड़ रही है।
[ ज्ञान स्त्रोत - http://bharatdiscovery.org/india/विश्व_दूरसंचार_दिवस ]
अब चलते हैं आज की बुलेटिन की ओर ....
एक फ्लॉप फिल्म आपको सफलता का रास्ता दिखा सकती है
भाषा की दुर्दशा
पेंशन तो देना बनता है...!
हॉर्लिक्स में मौजूद माईक्रो न्यूट्रिशियन
एक सेवानिवृत पति की दिनचर्या का हाल
ये है इंडियन भुवन मैप जो देेगा गूगल काेे टक्कर
कमज़ोर नहीं हूँ
अभी
अम्बर प्यासा धरती प्यासी
एकान्त-मन
हम बंद कमरों में बैठे हैं
आज की बुलेटिन में सिर्फ इतना ही कल फिर मिलेंगे। तब तक के लिए शुभरात्रि। सादर ... अभिनन्दन।।
दूरसंचार ने दुनियाँ बदल दी है । इस अवसर पर एक सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति हर्षवर्धन ।
जवाब देंहटाएंसुप्रभात ! सुंदर सूत्रों से सजी ब्लॉग बुलेटिन में शामिल करने के लिए आभार !
जवाब देंहटाएंबढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन...
जवाब देंहटाएंआभार आप का....
Thanks for sharing details about BHUVAN.Other links are also good
जवाब देंहटाएंविश्व संचार दिवस पर ब्लॉग बुलेटिन की इस शानदार प्रस्तुति के लिए हर्ष आपको साधुवाद |
जवाब देंहटाएंशिवम जी आपकी तरह रोज सभी आ कर एक दूसरे का उत्साहवर्धन करें तो कैसा रहेगा? एक टिप्पणी घर से शुरु :)
जवाब देंहटाएंबिलकुल होना ही चाहिए ... पर अभी खुद इस मामले मे नियमित नहीं हूँ तो ज्यादा क्या कहूँ ... पर हाँ जल्द एक नियमित पाठक और टिप्पणीकर्ता भी बनने का प्रयास करूंगा |
जवाब देंहटाएंआभार । :)
जवाब देंहटाएंBahut accha blog
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