शिमला भ्रमण के दौरान कार की खिड़की से खींची गयी फोटो |
सबसे पहले आपकी मुलाक़ात एक ब्लॉग से करवाने का मन है ..नाम है दानापानी |
कल की ताज़ी ताज़ी पोस्ट पर विशेष रूप से नज़र चली गयी आखिर हो भी क्यों न , अपने ही गाँव कस्बे की बात करती हुई ये पोस्ट खुद मुझे अपने इस प्रखंड के बारे में ऐसी जानकारी दे रहा था जिससे मैं खुद अनजान था | थोड़ी देर ठिठक कर टटोला तो बहुत सारा मसाला मिला मसाला यानी हिंदी अंतरजाल को समृद्ध करने वाली बेहतरीन जानकारी से भरी पोस्टें | तो आप भी फुर्सत में पढ़िए और जानिये गाँव देहात के कोनो को | हाँ फटफटिया के तौर पर मैं आपको एक लाईना सूत्र देता हूँ ........
व्यापम की अतिकथा : भीतरे भीतर बहुत व्यथाकॉपीराईट वाली मुस्कान : को आप ओ एल एक्स पर भी बेच सकते हैंबातें बेवजह :अमां कुछ तो कहनदी मर रही हैं :खुद बयां कर रही है ....
तो आज के लिए इतना ही ........................अब इजाज़त दीजीए ..............
सुंदर अजय जी ।
जवाब देंहटाएंशिवम जी बताये हैं आज आप ले के आये हैं
उधर पढ़ के चिट्ठी उनकी हम दौड़ कर आये हैं
बहुत उम्दा सूत्रों के साथ बुलेटिन छपवाये हैं । :)
अलग सेे सूत्रों से सजा बुलेटिन।
जवाब देंहटाएंवापसी पर स्वागत है अजय भाई ... :)
जवाब देंहटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंachhi buletin..
जवाब देंहटाएं