प्रिय ब्लॉगर मित्रो,
प्रणाम |
दैनिक जागरण की खबर के अनुसार यात्री सुविधाओं पर कैंची चलाते हुए रेलवे ने फिर दस दिन तक टिकट रिफंड की
सुविधा खत्म कर दी है। अब ट्रेन छूटने के दो घंटे तक ही रिफंड मिलेगा।
सूत्रों के मुताबिक, दस दिनों तक मिलने वाले रिफंड पर शनिवार से रोक
लगा दी गई। क्रिस ने सिस्टम में अपडेट कर दिया है। पहले सुविधा थी कि ट्रेन
छूट जाने पर यात्री कंप्यूटरीकृत आरक्षण कार्यालय में दस दिनों का रिफंड
ले लेता था। ट्रेन में सवार चेकिंग स्टॉफ कन्फर्म सीट पर मुसाफिर के न होने
पर ईडीआर भरता था, जिसकी सूची आरक्षण कार्यालय में दी जाती थी।
इस सूची में मुसाफिर का नाम, क्लास, सीट नंबर, ट्रेन संख्या, कहां से
कहां तक टिकट बना था, इसकी एंट्री कंप्यूटर में होती थी। ऑनलाइन एंट्री
होने के बाद मुसाफिर किसी भी रिजर्वेशन कार्यालय से दस दिनों तक पचास फीसद
रिफंड ले लेता था। लेकिन, 1 मार्च से इस रिफंड पर रोक लगा दी गई है। 28
फरवरी 2014 तक जिन ट्रेनों में मुसाफिरों ने कन्फर्म टिकट होने के बावजूद
यात्रा नहीं की, उनकी एक्ससेप्शनल डाटा रिपोर्ट (ईडीआर) भरी गई है। इन मुसाफिरों को ही सिर्फ टिकट का रिफंड मिलेगा। उधर, सीनियर डीसीएम
गुलशन कुमार ने माना कि अब दस दिनों का नहीं सिर्फ दो घंटे मिलेगा रिफंड।
किसी कारणवश ट्रेन छूट जाने पर यात्रियों को पहले कन्फर्म टिकट स्टेशन
के टिकट संग्राहक कार्यालय में जमा करवाना होता था, जिस पर उसे टिकट
डिपॉजिट रसीद (टीडीआर) मिलती थी।
इसके बाद रेलवे की ओर से आरक्षित टिकट को मुख्य क्लेम कार्यालय (सीसीओ)
भेजता था, वहां से जांच करने के बाद यात्री के पते पर 'पे आर्डर' भेज दिया
जाता था। इस पे आर्डर को यात्री को उस स्टेशन के बुकिंग काउंटर पर दिखाकर
रिफंड ले लेता था।
तो अब अगर कभी आपकी कोई ट्रेन छूट जाये तो रिफंद के लिए समय रहते ही संपर्क कर लीजिएगा ... बाद मे यह न कहिएगा कि पहले बताया काहे नहीं |
सादर आपका
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिन्द !!!
धन्यवाद जी
जवाब देंहटाएंमिश्रा जी
शिवम जी , आज मेरे ब्लॉग पर प्रकाशित रचना "कहाँ ऐंसा याराना" को ब्लॉग-बुलेटिन में स्थान देने के आपका हार्दिक साधुवाद ज्ञापित करता हूँ , कृपया सहयोग व मार्गदर्शन बनायें रखें | शुक्रिया !
जवाब देंहटाएंइस ट्रेन के तो नखरे बहुत हैं . एक और नखरा अब.
जवाब देंहटाएंबढ़िया जानकारी परक बुलेटिन.
धन्यवाद, कौशल लाल जी
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सूत्र सुंदर बुलेटिन ।
जवाब देंहटाएंराजनीति के रंग शामिल करने के लिए शुक्रिया ब्लॉग बुलेटिन। आभारी हूँ।
जवाब देंहटाएंबड़े ही सुन्दर सूत्र पिरोये हैं।
जवाब देंहटाएंट्रेन का डंडा एक बार फिर से ...
जवाब देंहटाएंअच्छे सूत्र है सभी ... आभार मुझे भी शामिल करने का ...
.आभार
जवाब देंहटाएंआभार शिवम् मिश्रा जी
जवाब देंहटाएंticket ke sandarbh me janakari dene , aur meri laghu katha ko isthan dene ke liye bahut dhanyavad shivam ji.
जवाब देंहटाएंआप सब का बहुत बहुत आभार |
जवाब देंहटाएंबढ़िया जानकारी - जय हो
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