प्रिय ब्लॉगर मित्रो ,
प्रणाम !
आज 2 जून है ठीक 24 साल पहले आज ही के दिन राज कपूर साहब का निधन हुआ था ... काफी छोटा था तब मैं ... पर इतना छोटा भी नहीं कि यह न समझ सकूँ कि भारतीय फिल्म जगत का मास्टर शोमैन अपना एक्ट पूरा कर जा चुका था सब से बड़े डाइरेक्टर के पास ... शायद किसी ओर स्क्रिप्ट पर काम करने ... क्यूँ कि वो जानता था ...
प्रणाम !
आज 2 जून है ठीक 24 साल पहले आज ही के दिन राज कपूर साहब का निधन हुआ था ... काफी छोटा था तब मैं ... पर इतना छोटा भी नहीं कि यह न समझ सकूँ कि भारतीय फिल्म जगत का मास्टर शोमैन अपना एक्ट पूरा कर जा चुका था सब से बड़े डाइरेक्टर के पास ... शायद किसी ओर स्क्रिप्ट पर काम करने ... क्यूँ कि वो जानता था ...
दा शो मस्ट गो ऑन ...
दा शो मस्ट गो ऑन ... !!!
रणबीर राज पृथ्वीराज कपूर (१४ दिसम्बर १९२४ - २ जून १९८८ ) |
"चाहे कहीं भी तुम रहो ... तुम को न भूल पाएंगे ... "
ब्लॉग बुलेटिन की पूरी टीम की ओर से मास्टर शौमैन राज कपूर साहब की २४ वी पुण्यतिथि पर उनको शत शत नमन !
सादर आपका
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posted by मनोज कुमार at मनोज
*फ़ुरसत में … * *फ़ुरसत से मीठी यादें बांटते हुए! * *[image: salil]सलिल वर्मा* घर का बरामदा, बरामदे में लगी एक आराम कुर्सी, आरामकुर्सी के बगल में एक तिपाई, तिपाई पर चाय का प्याला, प्याले के पास प्लेट मे...
posted by यशवन्त माथुर (Yashwant Mathur) at जो मेरा मन कहे
जून का दूसरा दिन और दो साल पूरे करने के बाद यह ब्लॉग अब अपने 3 रे वर्ष मे प्रवेश कर रहा है। 2010-11 की तुलना मे 2011-12 काफी कुछ सिखाने और दिखाने वाला रहा। ब्लॉग के बारे मे तकनीकी जानकारी मे वृद्धि हुई;और ...
posted by डॉ॰ मोनिका शर्मा at परवाज़...शब्दों के पंख
*चैतन्य * चैतन्य तुम्हारा आना जीवन में नई चेतना ले आया है उग आये हैं कुछ नए विचार मेरे ह्रदय के आँगन में और मैं गर्वित हूँ कि संवेदनशीलता से फूटती ये वैचारिक कोंपलें अपनी जड़ें जमा रही हैं ...
posted by मुकेश पाण्डेय चन्दन at मुकेश पाण्डेय "चन्दन"
आओ सुनाइए , तुम्हे भविष्य की कहानी चार छः बच्चो से घिरी, बुढ़िया नानी बच्चे बोले- नानी हमें सुनाओ कोई कहानी नानी बोली- एक था राजा, एक थी रानी बच्चे- नही सुन्नी ये घिसी-पिटी कहानी जो हमने न सुनी हो, सुना...
posted by विनीत कुमार at हुंकार
मोहल्ले भर की दीदी एक-दूसरे को कोहनी मारते हुए किसान सिनेमा ( बिहार शरीफ) में घुसती और हम जैसे उम्र में बहुत ही छोटा भाई चपरासी की तरह पीछे-पीछे. शादी के बाद पहली बार ससुराल आए जीजाजी के साथ सालियों का फिल...
posted by यादें....ashok saluja . at यादें...
*गिला किससे करूँ ,फरियाद भी कोई सुनता नही * *हूँ वक्त का, मुरझाया फूल ,जिसे कोई चुनता नही |* *--अकेला * समय का कालचक्र ....!!! मैं वो गुज़रे ज़माने की चीज़ हूँ जो रख के, कोने में भुला दी जाती है तब उस...
posted by कंचन सिंह चौहान at हृदय गवाक्ष
पिछले ९ सालों में उस बाज़ार के सारे भिखारी अब शक्ल से पहचाने जाने लगे हैं। वो बूढ़े दादा..जिनके पास गुदड़ियों का एक पूरा भंडार है। जिनकी दाढ़ी भी उलझ उलझ कर गुदड़ी ही बन गई है। वो तीखे नाक नक्श वाली उनकी गाढ़...
posted by abhi at मेरी बातें
आप क्या सोचते हैं?अगर आपको पहले के किसी टाईमफ्रेम में जीने का अवसर मिले तो आप किस टाईमफ्रेम में जाना पसंद करेंगे?शायद अपने बचपन के टाईमफ्रेम में..या फिर अपने वैसे समय में जिसे आप अपना गोल्डन डेज मानते हैं...
posted by राजेश शर्मा at cgpatal
" बातों से लग तो पूरा संपादक रहे हो लेकिन संपादकों सी मक्कारी कहाँ से लाओगे. हाँ....हाँ..( राजेश शर्मा ) बिल्कुल यही नाम था उस मक्कार का. विज्ञापनों में कहीं कोई कमी नहीं की. जगह-जगह उसने स्कूल खोला. लोगो...
posted by KK Yadav at शब्द-सृजन की ओर
भारतीय डाक विभाग डाक-टिकटों के क्षेत्र में नित नए और अनूठे प्रयोग कर रहा है. पिछले वर्षों में जहाँ चन्दन, गुलाब व जूही की सुगंध से सुवासित खुशबूदार डाक-टिकट और हालमार्क के साथ मिलकर सोने के डाक टिकट जारी ...
posted by गिरिजेश राव, Girijesh Rao at एक आलसी का चिठ्ठा
[image: 2012-05-29-628] मोबाइल अलार्म पर भूमि सूक्त बज उठा है: ...विश्वम्भरा वसुधा ....। पुरी। रात का अंतिम प्रहर 3:30। प्रथम प्रहर में पुरी तट की लहरों पर अठखेलियाँ करती अंग्रेजी कविता लुप्त हो चु...
posted by Sanjay Mahapatra at फुरसतनामा
दोस्तों, देश के सबसे मशहूर शो “सच का सामना” में आज आपकी मुलाकात एक ऐसे व्यक्ति से करायेंगे जो पैसों के लिए नहीं केवल शोहरत बटोरने आईं है । पेशे से जल बचाओ आंदोलन के अंतराष्ट्रीय ख्यातिलब्ध मोमबत्ती ब्र...
posted by Akanksha Yadav at शब्द-शिखर
नेता-अभिनेता दोनों हो गए एक समान मंचों पर बैठकर गायें एक दूजे का गान। चिकनी चुपडी़ बातें करें खूब करें अपना बखान जनता का धन खूब लूटें गायें मेरा भारत महान। मँहगाई, बेरोजगारी खूब फैले नेताजी सोते चद्दर तान...
posted by ब्लॉ.ललित शर्मा at ललितडॉटकॉम
मैने दो दिन पूर्व अपनी पोस्ट धरती पर यमराज के एजेंट में डॉक्टरों द्वारा कम उम्र की महिलाओं को बीमारी का डर बता कर बच्चेदानी निकालने वाली घटना का जिक्र किया था। जिसमें मितानिनों की भूमिका की चर्चा भी की थी।...
posted by डॉ टी एस दराल at अंतर्मंथन
पिछली पोस्ट में आपने पढ़ा , किस तरह हम ३६ साल बाद अपने पुराने निवास पर पहुंचे । अब आगे --- बंद खिड़की को देखकर हम डूब गए ख्वाबों ख्यालों में । याद आया किस तरह हम खिड़की खोलकर बाहर का नज़ारा देखा करते थ...
posted by Madhuresh at आरोग्यं
हम भले ही मानते रहें कि मनुष्यों की उत्पत्ति मनुस्मृति के अनुसार मनु से हुई हो.. या फिर Adam और Eve से हुई हो, पर सत्य तो यही है कि हम evolution से आये हैं.. सृष्टि पर जीवन का सृजन सूक्ष्म जैविक अणुवों ...
posted by रश्मि प्रभा... at मेरी नज़र से
ओ नन्हें से परिंदेमुझे तुमसे बहुत कुछ सीखना है ! सीखना है किदिन भर की अपनी थकान कोसहज ही भुला तुमअपने छोटे-छोटे से पंखों मेंकहाँ से इतनी ऊर्जा भर लाते होकि पलक झपकते हीआकाश की ऊँचाइयों में विचरण करते घन...
posted by ASHISH kumar at युवा पहल
बहुप्रतीक्षित उ. प्र. बजट २०१२ आखिर पारित हो गया और फिर से तुष्टिकरण की राजनीति हावी रही. चेहरे और मोहरे बदल गए बस ,बाकी कुछ नहीं बदला. आइये एक अवलोकन करते हैं... इस बजट में जो बातें हावी रहीं वो इस प्रक...
posted by असीमा at असीमा
'रेमो' (Remo farnandis: the great singer)के घर गई तो ऐसा लगा 'अन्ना केरेनिना' अपना प्यार ढुंढने आई है... पुराना घर, ढेर सारी पुरानी परम्पराओ (गोवन और पुर्तगीज) को अपने आप मे समेटे हुए. बड़े-बड़े कमरे, ऊ...
posted by expression at my dreams 'n' expressions.....याने मेरे दिल से सीधा कनेक्शन.....
कितना हँसती थी वो.... बात बात पर...हर बात पर....हंस पड़ती खिलखिलाकर....चूडियों की खनक सी ....जलतरंग सी.... फोन पर हैलो कहती- तो हँसती.... किसी से बात करती तो हँसती ज्यादा,बोलती कम.... मानों सब कुछ अच्छा अच्...
posted by शिवम् मिश्रा at बुरा भला
*रणबीर राज पृथ्वीराज कपूर (१४ दिसम्बर १९२४ - २ जून १९८८ *) *"चाहे कहीं भी तुम रहो ... तुम को न भूल पाएंगे ... " * * * *मास्टर शौमैन राज कपूर साहब की २४ वी पुण्यतिथि पर उनको शत शत नमन ! *
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिंद !!
बढिया लिंक्स
जवाब देंहटाएंआपने तो बेहतरीन लिंक्स की झड़ी लगा दी है।
जवाब देंहटाएंबांचता हूं।
बहुत बढ़िया लिनक्स .... शामिल करने का आभार
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे लिंक दिए आपने
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग को जगह देने के लिए धन्यवाद
बहुत ही अच्छे सूत्र..
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी लिंक्स हैं|हार्दिक अभिवादन |
जवाब देंहटाएंआशा
बेहतरीन लिंक्स
जवाब देंहटाएं☺☺☺
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स, मेरा ब्लॉग " बुलेटिन " में शामिल करने के लिए आपका शुक्रिया.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद भैया मेरी पोस्ट को यहाँ लिंक करने के लिए।
जवाब देंहटाएंसादर
badhia buletin...
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे लिंक दिए आपने !!
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग को जगह देने के लिए धन्यवाद !
Thanks Bhaiyaa!! :) :)
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स ....
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी बुलेटिन शिवम् भाई!
जवाब देंहटाएंआलेख शामिल करने के लिए धन्यवाद.
सादर
मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए शुक्रिया. बहुत अच्छे लिंक्स.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया बुलेटिन!
जवाब देंहटाएंहरदिल अज़ीज़ शो मैन राजकपूर को हार्दिक श्रद्धांजलि ! बेहतरीन लिंक्स से सजाया है आपने आज का बुलेटिन ! मेरी रचना को भी इसमें स्थान दिया इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार !
जवाब देंहटाएंशिवम जी ,
जवाब देंहटाएंआप के स्नेह के लिए ...
आभार !
शुभकामनाएँ!
बहुत खूब मिसर जी । राजकपूर साहब को याद करते कराते हुए बुलेटिन की प्रस्तावना बहुत सार्थक लगी और पोस्टों के कतरे तो सुभान अल्लाह हैं ही हमेशा की तरह । बहुत बढियां संडे सन्नाट बुलेटिन
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर पोस्ट्स का चयन किया है . आभार .
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंसुन्दर..
शानदार
प्रभावशाली लिंक्स
आप यहाँ सिर्फ रचनाकारों के लिंक्स ही शामिल करते हैं शायद
सादर