प्रिय ब्लॉगर मित्रो ,
प्रणाम !
हमारे खानपान में कई ऐसी चीजें शामिल होती हैं, जिनमें खूबसूरती और स्वास्थ्य का अनमोल खजाना छुपा होता है। इनमें एक है दही। दही में दूध की अपेक्षा कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, लैक्टोज, आयरन, फास्फोरस आदि पाया जाता है, इसलिए दही को अधिक पोषक माना जाता है।
अन्य गुण
- आयुर्वेद में बताया गया है कि रात को दही नहीं खाना चाहिए। हमेशा ताजे दही का इस्तेमाल करना चाहिए।
- चेहरे पर दही लगाने से त्वचा मुलायम होने के साथ उसमें निखार भी आता है। अगर दही से चेहरे की मसाज की जाए तो यह ब्लीच के जैसा काम करता है। इसका प्रयोग बालों में कंडीशनर के तौर पर भी किया जाता है।
- गर्मियों में त्वचा पर सनबर्न हो जाने पर दही मलने से राहत मिलती है।
- दही का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है और प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है।
- दही में कैल्शियम के चलते हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं। यह ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी से लड़ने में भी मददगार है।
- हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को रोजाना दही का सेवन करना चाहिए।
- दही में अजवायन डालकर खाने से कब्ज दूर होता है।
- दही में बेसन मिलाकर लगाने से त्वचा में निखार आता है। मुंहासे दूर होते हैं।
- दही को आटे के चोकर में मिलाकर लगाने से त्वचा को पोषण मिलता है और त्वचा कातिमय बनती है।
- सिर में रूसी होने पर भी दही फायदेमंद होता है। ये रूसी को हटाकर बालों को मुलायम बनाता है।
वैसे गर्मी में तो सब से ज्यादा लस्सी के काम आता है दही ... है कि नहीं ... तो फिर असी तुसी पीसी लस्सी और पढ़इंग ब्लॉग बुलेटिन !
सादर आपका
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आज सिर्फ हेडलाइन्स :-
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अब आज्ञा दीजिये ...
जय हिंद !!
कल जरा दही के साथ दिन बिताते हैं ... अभी लिंक्स के साथ
जवाब देंहटाएंरश्मि जी की टिप्पणी मज़ेदार है। मुझे चुराने का मन कर गया। मैं भी वही कहता हूं , यानी ..
जवाब देंहटाएंकल जरा दही के साथ दिन बिताते हैं ... अभी लिंक्स के साथ
वाह वाह मौसम के अनुकूल एकदम वैद्य जी की सलाह वाला बुलेटिन और तिस पर सुंदर लिंक्स ......सोने पे सुहागा है जी मिसर जी
जवाब देंहटाएंभाई मै तो रोज दही का सेवन करता हूँ
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की सुन्दर प्रस्तुति,
MY RECENT POST काव्यान्जलि ...: कवि,...
मिथिलांचल की मिट्टी और दही का चर्चा न हो असंभव असंभव और बस असंभव ..... बुरा नेय न आखिन अप्रिल ......
जवाब देंहटाएंमैनपुरी के रसिक लोग कल रात भर रचना का आनन्द लेंगे, अपन भी जा रहे हैं नयी नयी रचनाओं के साथ....
पर बाकी .... बादे(बाद)में ....
इस गर्मी में दही और अच्छे लिंक्स का घालमेल बढ़िया लगा !
जवाब देंहटाएंकई नये सूत्र पढ़ने हैं।
जवाब देंहटाएंदही के गुणगान के साथ बढ़िया लिंक... वाह
जवाब देंहटाएंदहीमय ब्लोग बुलेटिन की जय हो ………सुन्दर लिंक्स:)
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छे लिंक्स का चयन किया है आपने ...आभार ।
जवाब देंहटाएंदही कभी भी मेरा पसंदीदा भोज्य पदार्थ नहीं रहा.. मगर मेरी बिटिया को बहुत रुचता है.. अब उसकी पसंद - मेरी पसंद!! आपसे जब 'स्वास्थ्य' के बारे में बताते हैं तो विश्वास करना ही पड़ता है..!! :)
जवाब देंहटाएंअरे वाह! दही में इतने गुण होने हैं!!!!
जवाब देंहटाएंदही से अच्छा कुछ नहीं ..हम भी पहले रश्मि जी की ..फिर मनोज जी की चुराई हुई टिप्पणी उधार लेते हैं..:)
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स के साथ इतनी सारी जानकारी भी..शुक्रिया
जवाब देंहटाएंपोस्ट भी अच्छी है और आपका दावा भी सच्चा है कि
जवाब देंहटाएं‘इस पोस्ट से दिमाग़ का दही नहीं बनेगा‘